वाराणसी में वर्ष 2006 में सिलसिलेवार बम धमाका करने वाले आतंकी वलीउल्लाह को गाजियाबाद न्यायालय ने आज फांसी की सजा सुना दी है। जब तक मौत न हो जाए तब तक फांसी पर इसको लटकाया जाएगा। पीड़ित परिवार को न्याय मिला है। ऐसा ही एक परिवार है काशी का बिजलानी परिवार। इस घर का जवान बेटा हरीश बिजलानी संकट मोचन मंदिर में शादी की वीडियोग्राफी करने गया हुआ था। उस ब्लास्ट में उसकी मौत हो गयी। 16 साल बाद भी जख्म भरे नहीं। पिता देवी दास बिजलानी ने कहा कि न्याय मिलने में इतनी देर नहीं होनी चाहिए थी। पर आज 16 साल बाद चैन की नींद आएगी। पूरे परिवार को शांति और सुकून मिला है।
संकट मोचन बम धमाके में इतना जोरदार धमाका हुआ था कि परिसर में मौजूद सवा साल कि शिवांगी की मौत गूंज से हो गयी। अस्सी स्थित निवासी शिवांगी की मां शुशीला मिश्रा ने बताया दर्शन करने संकट मोचन बच्ची चाची कलावती के साथ गयी थी। अचानक जोरदार धमाका हुआ, बच्ची शिवांगी तेज आवाज से बेहोश हो गयी। कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गयी। कोई कहता है कि छर्रा लग गया था, लेकिन कोई निशान नहीं था। ब्लास्ट में घायल कलावती ने बताया कि मेरे कमर में बम लगा था और बेहोश हो गई थी। 15 दिन बाद आईसीयू से निकली थी। जबड़ा टूट गया था। आतंकी को फांसी मिलने से नन्ही शिवांगी को इंसाफ मिलेगा और हम सबको खुशी।
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