फिजी ने ध्वस्त किए प्रशांत देशों को अपनी धूर्त चाल में फंसाने के चीन के मंसूबे
May 23, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

फिजी ने ध्वस्त किए प्रशांत देशों को अपनी धूर्त चाल में फंसाने के चीन के मंसूबे

वांग का प्रशांत देशों का दौरा बेअसर रहा है। प्रशांत के दस देशों ने चीन के साथ 'व्‍यापार और सुरक्षा समझौते' पर हस्‍ताक्षर करने से मना कर दिया।

by WEB DESK
May 31, 2022, 05:25 pm IST
in विश्व
फिजी में हुई थी वांग यी और प्रशांत के दस विदेश मंत्रियों की बैठक

फिजी में हुई थी वांग यी और प्रशांत के दस विदेश मंत्रियों की बैठक

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

फिजी के प्रधानमंत्री फ्रैंक बेनिमारामा ने कहा कि हम पहले अपने दस देशों की आपसी बातचीत में नए क्षेत्रीय समझौते को लेकर आम सहमति बनाएंगे

प्रशांत महासागर में ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका को घेरने के मंसूबे पाले बैठे चीन को फिजी ने तगड़ा झटका दिया है। ड्रैगन ने इस मंसूबे को पूरा करने के लिए प्रशांत के दस छोटे टापू देशों को अपने दबदबे में लाने का जो खाका तैयार किया था, उसे ‘सुरक्षा समझौते’ के मुलम्मे में लपेटकर इन देशों में गए चीन के विदेश मंत्री वांग यी खाली हाथ ही रहे हैं।

वांग का प्रशांत देशों का दौरा बेअसर रहा है। प्रशांत के दस देशों ने चीन के साथ ‘व्‍यापार और सुरक्षा समझौते’ पर हस्‍ताक्षर करने से मना कर दिया। वांग यी ने फ‍िजी में इन दस देशों के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक तो की, लेकिन इसमें चीन के साथ उनके सुरक्षा तथा आर्थिक समझौते पर एक राय नहीं बन पाई।

चीन प्रशांत देशों का लंबे समय से दोस्त है। लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन के विदेश मंत्री भले कुछ भी दावा करें, लेकिन अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया इसे अपनी घेराबंदी के तौर पर देख रहे थे। लेकिन फिजी ने जिस तरह चीन के पैंतरों को ध्वस्त करने की अगुआई की है, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए, कम है

इन देशों के साथ चीन बेल्ट एंड रोड परियोजना जैसा कुछ बनाना चाहता था। जिसमें उसने मुक्‍त व्‍यापार, पुलिस सहयोग और आपदा जैसे विषयों पर व्यापक समझौते की तैयारी की थी। लेकिन फिजी ने उसकी मंशाओं पर पानी फेर दिया। फिजी के प्रधानमंत्री फ्रैंक बेनिमारामा ने कहा कि प्रशांत के देश अपने आपसी समझ के मुद्दे पर एकजुट हैं। उन्‍होंने कहा कि जैसा पहले होता आया है, हम पहले अपने दस देशों की आपसी बातचीत में नए क्षेत्रीय समझौते को लेकर आम सहमति बनाएंगे। बेनिमारामा ने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि चीन जलवायु परिवर्तन और उत्सर्जन घटाने पर पक्का वादा करे।

उधर फिजी में चीन के राजदूत किआन बो का कहना है कि कुछ प्रशांत देशों ने बीजिंग के व्यापक प्रस्तावों में से कुछ बिंदुओं पर आपत्ति जताई थी। उन्‍होंने कहा हमारे इन दस देशों के साथ राजनयिक संबंध तो हैं, लेकिन निश्चित रूप से कुछ विशेष मुद्दों पर उनकी कुछ चिंताएं हैं। चीनी राजदूत ने जैसे बात ढकते हुए कहा कि वे अपनी स्थिति जल्द ही साफ करेंगे।

चीनी राजदूत ने एक बड़ी हास्यास्पद और चीन के स्वभाव से उलट दावा भी किया कि, उनके देश की नीति है कि वह किसी अन्य देश पर कुछ थोपते नहीं हैं। उन्‍होंने कहा कि हमने फिजी के साथ तीन समझौते किए हैं, ये सभी आर्थिक विकास को लेकर हैं।

इस संदर्भ में चीन के विदेश मंत्री वांग यी का कहना है कि वे आगे भी बिना राजनीतिक शर्त के प्रशांत महासागर के देशों को सहायता देते रहेंगे। उन्‍होंने कहा कि चीन प्रशांत देशों का लंबे समय से दोस्त है। लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन के विदेश मंत्री भले कुछ भी दावा करें, लेकिन अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया इसे अपनी घेराबंदी के तौर पर देख रहे थे। लेकिन फिजी ने जिस तरह चीन के पैंतरों को ध्वस्त करने की अगुआई की है, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए, कम है।

Topics: अमेरिकाऑस्ट्रेलियाफिजी के प्रधानमंत्रीफ्रैंक बेनिमारामाचीन विदेश मंत्री वांग यीप्रशांत महासागर
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

दक्षिण अफ्रीका से अमेरिका आए श्वेत शरणार्थियों का स्वागत क्यों नहीं कर रहे डेमोक्रेट्स?

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और राष्ट्रपति शी जिनपिंग  (File Photo)

क्या जिनेवा वार्ता से नरम पड़ेंगे Tariff पर भिड़े US-China के तेवर? क्या सीधी होंगी ट्रंप और जिनपिंग की टेढ़ी नजरें?

Congress MP Shashi Tharoor

वादा करना उससे मुकर जाना उनकी फितरत में है, पाकिस्तान के सीजफायर तोड़ने पर बोले शशि थरूर

प्रदर्शन करते पाकिस्तान समर्थित खालिस्तान समर्थक (फोटो- द ऑस्ट्रेलिया टुडे)

खालिस्तान समर्थकों का ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन फ्लॉप, पाकिस्तान हुआ बेनकाब

धर्म की जय, अधर्म का नाश

‘टेक्सास में इस्लाम के लिए कोई जगह नहीं, शरिया कानून हावी नहीं होगा’, MAGA समर्थक वैलेंटिना का Video वायरल

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

अमेरिका में इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की हत्या, फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे, राजदूत माइक ने कहा- यह आतंकी कृत्य

राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे

पलटू पलटन

Donald trump

हार्वर्ड में अब नहीं पढ़ सकेंगे विदेशी छात्र, ट्रंप प्रशासन ने लगाई रोक, कहा- आतंकवाद समर्थकों का अड्डा बनी यूनिवर्सिटी

पाकिस्तान की अमानवीय हरकत, खतरे में डाली 227 यात्रियों की जान

Operation sindoor

भारत ने तुर्किये और चीन से साफ कहा, परस्पर संवेदनशीलता और सम्मान पर आधारित होते हैं संबंध

रुड़की : शाहरुख निकला नशे का सौदागर, छापेमारी में नशीले कैप्सूल और टैबलेट बरामद

रुड़की : अवैध कब्जा कर साइकिल स्टैंड चला रहा था सलीम खान, प्राधिकरण ने लगाई सील

एक देश, एक चुनाव पर छह माह में विस्तृत रिपोर्ट देंगे राज्य

रामनगर : जंगल में चला धामी सरकार का बुलडोजर, 22 हेक्टेयर वन भूमि अतिक्रमण मुक्त

केरल यूनिवर्सिटी बिल पर बवाल : शिक्षकों की अभिव्यक्ति पर रोक..?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies