... जब सोनिया गांधी ने निकाली नेपाल से ‘खुन्‍नस’
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

… जब सोनिया गांधी ने निकाली नेपाल से ‘खुन्‍नस’

हिन्‍दू धर्म-कर्म में न तो नेहरू की आस्‍था रही और न ही उनके नाती राजीव गांधी की।

by पंकज दास
May 30, 2022, 12:45 pm IST
in विश्व
लुम्बिनी दौरे पर भगवान बुद्ध को पुष्‍प अर्पित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

लुम्बिनी दौरे पर भगवान बुद्ध को पुष्‍प अर्पित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

हिन्‍दू धर्म-कर्म में न तो नेहरू की आस्‍था रही और न ही उनके नाती राजीव गांधी की। नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में इंदिरा गांधी को इसलिए नहीं जाने दिया गया, क्‍योंकि उन्‍होंने एक पारसी से विवाह किया था, पर उन्‍होंने बुरा नहीं माना। लेकिन सोनिया गांधी को रोका गया तो न केवल राजीव भड़क गए थे, बल्कि सोनिया ने तो नेपाल से अपने इस ‘अपमान का बदला’ तक लिया।

आजादी के 74 साल के दौरान भारत में 14 प्रधानमंत्री बने, जिनमें से 11 ने नेपाल का दौरा किया। लेकिन प्रधानमंत्री के तौर पर और इस पद से हटने के बाद गिने-चुने राजनेता ही नेपाल के पशुपति नाथ सहित दूसरे हिंदू मंदिरों में गए और वहां पूजा-अर्चना की। अपने आठ साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 बार नेपाल जा चुके हैं। हर बार उन्‍होंने भगवान पशुपतिनाथ का दर्शन कर पूजा-अर्चना की। पहली बार 2014 में वे प्रधानमंत्री का पद संभालने के कुछ ही महीने बाद पशुपतिनाथ का दर्शन करने गए थे। 16 मई को नेपाल का उनका दौरा 17 साल में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला द्विपक्षीय दौरा था।

नरेंद्र मोदी के पहले के सभी प्रधानमंत्री जिनको इश्वर में आस्था थी, उन्‍होंने नेपाल दौरे के दौरान पशुपतिनाथ का दर्शन किया। हालांकि कुछ राजनीतिक मजबूरी और कुछ ‘हिंदू विरोधी’ होने के कारण नेपाल के किसी भी मंदिर में नहीं गए।

 

मोदी की श्रद्धा और भक्तिभाव से अभिभूत

प्रधानमंत्री मोदी की हर यात्रा राजनीति और कूटनीति से ऊपर उठकर धार्मिक ही रही है। नेपाल दौरे के दौरान कभी वे भगवान पशुपतिनाथ, कभी भगवान मुक्तिनाथ, कभी माता माता जानकी और कभी भगवान बुद्ध की जन्मस्थली गए। उनकी इस अगाध श्रद्धा और भक्तिभाव के कारण नेपाली जनता अभिभूत रहती है।

 

दूसरी बार जब सार्क शिखर सम्मलेन में भाग लेने गए, तब उन्होंने पशुपतिनाथ मंदिर में विशेष पूजा की थी। इसी तरह, तीसरी बार बिम्सटेक सम्मलेन के दौरान जनकपुरधाम और चौथी बार भगवान मुक्तिनाथ और इस बार भगवान बुद्ध की जयंती पर उनकी जन्मस्थली लुम्बिनी में जाकर नेपाल-भारत के बीच धार्मिक संबंधों को और अधिक मजबूत किया है। वे केवल इसी बार पशुपतिनाथ मंदिर नहीं गए।

 

नेहरू ने पूजा से किया इनकार

जवाहरलाल नेहरू दो बार नेपाल गए। पहली बार जून 1951 में दो दिन पर वे किसी भी मंदिर में नहीं गए। दूसरी बार जून 1959 में तीन दिवसीय यात्रा पर जब वे नेपाल गए, तो नेपाली जनता की धार्मिक भावनाओं और भगवान पशुपतिनाथ में उनकी अगाध श्रद्धा के कारण अपने सलाहकारों के मशिवरे पर पशुपतिनाथ मंदिर गए। इस दौरान वे मंदिर के प्रांगण में एक घंटे तक रहे, लेकिन पूजा-पाठ करने से इनकार कर दिया था। नेपाल के पूर्व विदेश मंत्री रमेशनाथ पाण्डेय उस क्षण को आज भी याद करते हुए कहते हैं, ‘‘भारतीय राजदूत के बार-बार आग्रह करने के बावजूद नेहरू ने पूजा करने या दूतावास द्वारा लाए गए चढ़ावा को वहां देने से इनकार कर दिया था। उस दिन समझ में आया कि धर्म-कर्म और पूजा-पाठ में उनकी दिलचस्पी नहीं के बराबर है और वे नास्तिक हैं।’’

नेहरू कैबिनेट में मंत्री रहे लालबहादुर शास्त्री 23 अप्रैल, 1965 को प्रधानमंत्री के विशेष दूत के तौर पर सिर्फ एक रात के लिए नेपाल गए। इस कारण किसी मंदिर में उनका जाना नहीं हो सका। प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद चंद्रशेखर भी नेपाल गए, लेकिन राजनीतिक व्यस्तता के कारण मंदिर जाने के लिए समय नहीं निकाल पाए। प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद एचडी देवगौड़ा नेपाल गए और पशुपतिनाथ के दर्शन किए। इसी तरह, इंद्र कुमार गुजराल प्रधानमंत्री बनने से पहले और बाद में भी नेपाल गए और पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की।

पशुपतिनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी, जो कि कर्नाटक के मूल निवासी होते हैं और जिनको मूल भट्ट कहा जाता है, उन्होंने नरसिम्हा राव को प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया। इस बात का पता चलते ही काठमांडू से दिल्ली तक राजनीतिक गलियारे में सनसनी मच गई थी। बदले राजनीतिक हालात में राव ने भारत के प्रधानमंत्री का पद संभाला और दो बार काठमांडू गए और पशुपतिनाथ के दर्शन किए।

इंदिरा गांधी को प्रवेश से रोका

इंदिरा गांधी को पशुपतिनाथ मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई, क्‍योंकि उन्‍होंने पारसी से विवाह किया था। इस मंदिर में सिर्फ हिन्दू धर्म मानने वालों को ही प्रवेश दिया जाता है। हालांकि पशुपतिनाथ और दक्षिणकाली के प्रति उनकी आस्‍था जीवन भर बनी रही। वे जब भी किसी राजनीतिक मुसीबत में फंसती थीं, अपने भरोसेमंद कैबिनेट सहयोगी ललित नारायण मिश्रा को विशेष विमान से दक्षिणकाली में पूजा करने के लिए भेजा करती थीं। इसके विपरीत राजीव गांधी की अपने नाना नेहरू की तरह धार्मिक अनुष्ठानों में रुचि नहीं थी। प्रधानमंत्री रहते सार्क सम्‍मेलन के दौरान वे काठमांडू गए तो राजनीतिक मजबूरी और नेपाल की जनभावनाओं के सम्‍मान के लिए पशुपतिनाथ मंदिर गए

 

… और सोनिया गांधी ने ‘बदला’ लिया

उस समय राजीव गांधी के साथ सोनिया गांधी भी थीं। परंपराओं और नियमों के कारण सोनिया को द्वार पर ही रोक दिया गया। इस पर राजीव गांधी नाराज भी हुए थे। कहा जाता है कि उस घटना से सोनिया गांधी इतनी आहत हुईं कि नेपाल जब में रातोंरात पंथनिरपेक्षता थोपी गई, उसमें दस जनपथ और खासकर सोनिया गांधी की भूमिका थी। नेपाल के सशस्त्र द्वंद्व में रहे माओवादी को भारत में प्रश्रय देना, उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करना और उनके जरिये ही विश्व के एकमात्र हिन्दू राष्ट्र को ध्वस्त कर वहां पंथनिरपेक्षता की घोषणा करवाने के पीछे पश्चिमी देशों के एजेंडे को सोनिया गांधी और उनके सिपहसालारों का पूरा समर्थन था। नेपाल की जनता आज भी मानती है कि सोनिया गांधी कभी भी हिंदू भावनाओं के प्रति संवेदनशील नहीं रहीं।

 

राव को प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद

राजीव गांधी के पशुपतिनाथ मंदिर से जुड़ी एक और रोचक घटना है। पहली बार जब वे शिवरात्रि पर पशुपतिनाथ गए, तब पीवी नरसिम्हा राव उनकी सरकार में विदेश मंत्री थे। पशुपतिनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी, जो कि कर्नाटक के मूल निवासी होते हैं और जिनको मूल भट्ट कहा जाता है, उन्होंने नरसिम्हा राव को प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया। इस बात का पता चलते ही काठमांडू से दिल्ली तक राजनीतिक गलियारे में सनसनी मच गई थी। बदले राजनीतिक हालात में राव ने भारत के प्रधानमंत्री का पद संभाला और दो बार काठमांडू गए और पशुपतिनाथ के दर्शन किए।

2002 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सार्क शिखर सम्मेलन में सहभागी होने काठमांडू गए। अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद उन्होंने पशुपतिनाथ का दर्शन किया था।

Topics: सोनिया गांधीसार्क शिखरराजीव गांधीपशुपतिनाथ मंदिरनेहरू की आस्‍था
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

नेशनल हेराल्ड प्रकरण : हेराफेरी और हेकड़ी

सोनिया गांधी और राहुल गांधी

नेशनल हेराल्ड केस : ईडी ने कसा शिकंजा, सोनिया-राहुल के नाम चार्जशीट दाखिल

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी

प्रधानमंत्री म्यूजियम ने सोनिया गांधी को लिखा पत्र, नेहरू-एडविना की चिट्ठियां और निजी दस्तावेज मांगे

सिरफिरा ही कर सकता है ऐसी टिप्पणी! राजीव गांधी पर कांग्रेस में बवाल, गहलोत ने अय्यर की दिमागी हालत पर उठाए सवाल..?

बोफोर्स घोटाले में राजीव गांधी पर लगे थे आरोप

बोफोर्स घोटाले का जिन्न फिर आया बाहर : भारत ने अमेरिका से मांगी महत्वपूर्ण जानकारी, किताब में भी सनसनीखेज खुलासे

संजय गांधी अस्पताल मुंशीगंज, अमेठी

संजय गांधी अस्पताल में शराब के नशे में ऑपरेशन, मरीज की मौत, ट्रस्ट की अध्यक्ष सोनिया गांधी और ट्रस्टी हैं राहुल गांधी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा झूठ पर झूठ, खालिस्तानी गठजोड़ फिर दिखा, युद्ध का गाना भी रिलीज कर दिया

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies