मोदी सरकार के आठ साल, विश्वगुरु बनता भारत
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

मोदी सरकार के आठ साल, विश्वगुरु बनता भारत

हम भारतवासी सौभाग्यशाली हैं कि हमें दुनिया के सबसे लोकप्रिय और जनप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व प्राप्त हुआ है। इस कारण आज दुनिया में भारत को मान-सम्मान और गौरव प्राप्त हुआ है।

by WEB DESK
May 27, 2022, 03:32 pm IST
in भारत
क्वाड शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। यह चित्र बता रहा है कि आज दुनिया में भारत का कितना मान—सम्मान है।

क्वाड शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। यह चित्र बता रहा है कि आज दुनिया में भारत का कितना मान—सम्मान है।

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

– रघुवर दास

सशक्त, निडर और राष्ट्रभक्ति के प्रेरक नेतृत्व में कोई देश महान कैसे बनता है और दुनिया कैसे उस प्रेरक नेतृत्व के प्रति सिर झुकाती है, इसका सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। नरेन्द्र मोदी जी के महान व्यक्तित्व और भारत को दुनिया के सामने एक महान देश के रूप में प्रस्तुत करने की वीरता व भागीरथी प्रयास की चर्चा से पूर्व इतिहास की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं की विवेचना भी आवश्यक है। प्रसंग इंदिरा गांधी से जुड़ा हुआ है। इंदिरा गांधी 1971 में अमेरिका गई थीं और अमेरिका से वह मदद चाहती थीं। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति निक्सन ने एक लॉन में 45 मिनट तक उन्हें इंतजार कराया था। भारत के पूर्व विदेश सचिव और पद्मभूषण महाराजा कृष्ण रसगोत्रा इस अपमानजनक घटना के साक्षी थे। रसगोत्रा ने अपनी आत्मकथा में इस घटना का जिक्र करते हुए लिखा है कि भारत जैसे विशाल लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री के साथ इस तरह की कूटनीतिक अपमान की घटना अमेरिकी अहंकार की प्रतीक थी। दूसरा उदाहरण जवाहरलाल नेहरू के साथ जुड़ा हुआ है। चीन युद्ध के दौरान रूस ने नेहरू को धोखा दिया था। नेहरू रूस के धोखे से आक्रोशित थे। नेहरू ने अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति से बचाने की गुहार लगायी थी, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। तीसरा उदाहरण लालबहादुर शास्त्री के साथ जुड़ा है। 1965 के युद्ध में भारत ने महत्वपूर्ण चोटियों पर कब्जा किया था और पाकिस्तान की अपमानजनक पराजय हुई थी। तत्कालीन सोवियत संघ दादागिरी पर उतर आया था। लालबहादुर शास्त्री जी के साथ उस समय जो हुआ वह पूरा देश जानता है।

उपरोक्त इन सभी उदाहरणों के पीछे कारण था कि उस समय भारत सशक्त नहीं था, भारत में जैसे को तैसे में जवाब देने के लिए साहस नहीं था। भारत एक तरह से बड़े देशों की सहायता और सुरक्षा पर निर्भर रहने की मानसिकता का गुलाम था।
आज दुनिया की महाशक्ति अमेरिका हो या फिर रूस, चीन हो या फिर यूरोपीय यूनियन के देश, क्या इन सबमें इतनी शक्ति है कि भारत की अनदेखी कर सके, भारत को आंख दिखा सके, भारत को अपमानित कर सके? दुनिया के किसी भी देश में इतनी ताकत नहीं है कि भारत को अपनी इच्छा के अनुसार हांक सके या फिर अंतर्राष्ट्रीय नियामकों में निर्णयों को प्रभावित करने के लिए भारत को झुका सके। कभी भारत सोवियत संघ के साथ था और हम सोवियत संघ के गुलाम की तरह थे। सोवियत संघ की इच्छाओं के अनुसार हमें अंतर्राष्ट्रीय व्यवहार करने के लिए मजबूर होना पड़ता था। इसके बदले में सोवियत संघ अपनी वीटो शक्ति से हमें अमेरिका और यूरोप की कुदृष्टि से बचाता था। आज हमारे साथ दुनिया का कोई भी वीटोधारी देश नहीं है। हम किसी भी वीटोधारी देश के गुलाम नहीं हैं, फिर भी हम संयुक्त राष्ट्रसंघ ही नहीं, बल्कि अन्य अंतर्राष्ट्रीय नियामकों व संस्थाओं में अपने हितों की रक्षा करने में सफल हैं।

इसका एक उदाहरण अनुच्छेद 370 है। अनुच्छेद 370 की समाप्ति हमारा सबसे बड़ा एजेंडा था। मोदी जी के जीवन की सबसे बड़ी इच्छा अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की थी। मोदी जी ने अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति और देशभक्ति की शक्ति से अनुच्छेद 370 को समाप्त करने की वीरता दिखाई।। इसके उपरांत पाकिस्तान और चीन ने अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर किस तरह की पैंतरेबाजी की थी और भारत को झुकाने की कोशिश की थी, यह भी उल्लेखनीय है। पाकिस्तान के साथ वीटोधारी देश चीन खड़ा था। चीन हमारा स्थायी दुश्मन पड़ोसी है। चीन के सहयोग और समर्थन से पाकिस्तान ने बार-बार संयुक्त राष्ट्रसंघ में अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ प्रस्ताव लाने का काम किया था पर पाकिस्तान को बार-बार असफलता हाथ लगी। मोदी जी ने अंतर्राष्ट्रीय जगत को दृढ़ता और विश्वास के साथ समझा दिया कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और हम अपने देश में अपनी इच्छा के अनुसार कोई भी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं।
अभी-अभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीन दिवसीय यूरोप के दौरे में जिस तरह से भारत का डंका बजा है, जिस तरह से यूरोप में मोदी जी का गुनगान हुआ है उससे हर देशवासी का सिर ऊंचा हुआ है। यूरोप और अमेरिका के लोग कभी भारत को सांप—सपेरों का देश समझते थे और हम अमेरिका-यूरोप के प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपतियों की अगवानी करने के लिए ललायित रहते थे। पर यूरोपीय दौरे के दौरान जिस तरह से मोदी जी को सम्मान मिला और जिस तरह से यूरोपीय देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने मोदी जी का स्वागत किया, उससे साफ हो जाता है कि अब यूरोप के लिए भारत की आर्थिक, सांस्कृतिक और कूटनीतिक शक्ति अनुकरणीय है। फ्रांस और जर्मनी के साथ महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं। फ्रांस से हम राफेल लड़ाकू विमान खरीद चुके हैं। राफेल के कारण ही चीन की कुदृष्टि थमी है, जबकि जर्मनी से मजबूत रिश्ते से हमें यूरोपीय यूनियन से टकराव के मुद्दों को हल करने में मदद मिलेगी।

सबसे बड़ी उपलब्धि नार्डिक देशों से मजबूत रिश्ते को लेकर मिली है। मोदी जी का दौरा सिर्फ डेनमार्क तक ही सीमित था। लेकिन अन्य नार्डिक देशों के शासनाध्यक्षों की भी इच्छा मोदी जी से मिलने की हुई। उन्होंने मोदी जी को अपने यहां आने का निमंत्रण दिया, पर मोदी जी ने यात्रा की निर्धारित व्यस्तता के कारण मना कर दिया। फिर नार्डिक देश फिनलैंड, आइसलैंड और नार्वे के शासनाध्यक्ष खुद डेनमार्क पहुंच गए और मोदी जी से मुलाकात की। डेनमार्क में ही भारत और नार्डिक विकास शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ। इन देशों से भारत का व्यापार करीब 15 अरब डॉलर का है, भारत और नार्डिक देश इसे आगे बढ़ाना चाहते हैं। नार्डिक देशों ने ग्रीन एनर्जी में काफी निवेश किया है। भारत भी ग्रीन एनर्जी की सफलता को अपनाना चाहता है।

यूक्रेन के प्रश्न पर मोदी जा रूख अटल रहा है। भारत किसी का मोहरा नहीं बनेगा। भारत युद्ध का विरोधी रहा है। युद्ध और हिंसा का समाधान भी शांतिपूर्ण ढंग से करने के मोदी जी पक्षधर हैं। रूस से हमारा संबंध बेहतर है। अमेरिका और यूरोप यह चाहते थे कि यूकेन के प्रश्न पर भारत रूस के खिलाफ खड़ा होकर अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सहयोग करे। इसी उद्देश्य से अमेरिकी विदेश मंत्री से लेकर ब्रिटेन और कई यूरोपीय देशों के कूटनीतिजों ने भारत आकर मोदी जी को प्रभावित करने की कोशिश की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मोदी जी से बार-बार सहयोग की अपील की थी। फिर भी मोदी जी ने अपनी तटस्थता नहीं छोड़ी।
मानवाधिकार के प्रश्न पर अमेरिका ने आंख दिखाने की कोशिश की। इस पर भारत ने करारा जवाब देते हुए कहा कि अमेरिका हमें नसीहत न दे। अमेरिका को ऐसे कड़े जवाब की उम्मीद कतई नहीं थी। अमेरिका की धमकियों को नजरअंदाज कर मोदी जी ने रूस से तेल खरीदने का साहस दिखाया, इसका सुखद परिणाम देश को मिला। पेट्रोल आठ रुपए और डीजल छह रुपए सस्ता कर मोदी जी ने देशवासियों को बहुत बड़ी राहत दी है।
वसुधैव कुटुंबकम में विश्वास रखने के कारण कोरोना काल में भारत ने दुनिया को वैक्सीन देकर यह दिखा दिया कि भारत किसी भी संकट के दौर में दुनिया को न केवल मदद करने की शक्ति रखता है, बल्कि भारत एक मददगार के तौर पर भी खड़ा रहेगा। अगर भारत ने वैक्सीन नहीं दी होती, तो फिर दुनिया के कई छोटे-छोटे देश कोरोना की लड़ाई नहीं लड़ पाते। कोरोना के दौरान मोदी जी ने अपने नागरिकों की आर्थिक सहायता और भोजन की व्यवस्था कर महान कार्य किया है। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था का अनुमोदन किया है ।
कुछ कर्तव्य नागरिकों का भी होता है। अच्छे शासन और अच्छे शासक का हमेशा सहयोग और समर्थन किया जाना चाहिए। हमारे देश में नकारात्मक लोग अफवाह फैलाने और अच्छे शासन-शासक की छवि खराब करने की कोशिश करते हैं। हमें विखंडनकारी सोच वाले व्यक्तियों और पार्टियों से हमेशा सावधान रहना होगा।

(लेखक झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हैं)

Topics: Narendra Modiraghubar das
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Former CJI Supports one nation one election

One Nation, One Election के समर्थन में उतरे देश के पूर्व CJI, कही ये बात”

Uttarakhand Bipin chandra rawat

देहरादून: सैन्य धाम के निर्माण कार्य का अंतिम चरण, मंत्री गणेश जोशी ने की प्रगति समीक्षा

canada Khalistan mark carney

कनाडा ने स्वीकारा: खालिस्तानी आतंकियों को देता है पनाह, CSIS रिपोर्ट में खुलासा

Canada G-7 khalistani protest

कनाडा में G7 से पहले खालिस्तानी प्रदर्शन, पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी और धमकी

Project pelican mark carney

प्रोजेक्ट पेलिकन: कनाडा में खालिस्तानी ड्रग-आतंकी नेटवर्क पर कार्रवाई, PM मोदी दौरे से पहले बड़ा एक्शन

CM Yogi Aadityanath 11 yrs of Modi government

मोदी सरकार के 11 वर्ष: CM योगी आदित्यनाथ ने कहा- ‘सेवा और सुशासन का नया भारत’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

वैष्णो देवी यात्रा की सुरक्षा में सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

Kerala BJP

केरल में भाजपा की दोस्तरीय रणनीति

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies