सौगंध मुझे इस मिट्टी की,
मैं देश नहीं मिटने दूंगा,
मैं देश नहीं मिटने दूंगा,
मैं देश नहीं झुकने दूंगा।
ये वह पंक्तियां हैं जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में एक जनसभा के दौरान कही थीं। साल था 2019 और जगह थी राजस्थान का चुरू। 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था। भारत के कई जांबाज बलिदान हुए थे। इसके बाद भारत ने बालाकोट एयर स्ट्राइक की थी। बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद प्रधानमंत्री चुरू में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। करीब इन तीन वर्षों में पूरी दुनिया में भारत का डंका बजा। तिरंगा शान से लहराया। वह चाहे विदेश नीति रही हो या फिर मानवता की सेवा। हर जगह भारत की ही गूंज रही। मोदी सरकार की बात आज इसलिए हो रही है क्योंकि इस सरकार ने आज आठ साल पूरे कर लिए हैं। इन आठ वर्षों में सरकार ने कई बड़े फैसले लिए, जिनके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं।
सिख समुदाय तक उनका बनता हक पहुंचा
सिख नेता जसप्रीत सिंह माटा कहते हैं कि सिखों ने इतिहास लिखा नहीं है, इतिहास बनाया है। गुरुनानक देव ने बाबर के जुल्मों को देखकर उसे जाबर कहा था। गुरुनानक देव जी से लेकर पंचम पादशाह गुरु अर्जुन देव, गुरु तेगबहादुर, गुरु गोबिंद सिंह, महाराजा रणजीत सिंह, जस्सा सिंह अहलूवालिया, जस्सा सिंह रामगढ़िया, बाबा बघेल सिंह, भगत सिंह, 75, 65 और कारगिल की लड़ाई। हर युग में सिखों ने देश और धर्म की रक्षा के लिए युद्ध लड़ा। पहले की सरकारों में जो सिखों का बनता हक था, वह नहीं मिल रहा था। मोदी सरकार के आने के बाद सिख समुदाय को उनका बनता हक उन तक पहुंचा। करतारपुर साहिब कारिडोर खोलने की पहले मोदी सरकार ने की। 84 का कत्लेआम में दोषियों को सजा दिलाने का काम मोदी सरकार ने किया। गुरुनानक देव जी 500 वर्ष, गुरु तेगबहादुर जी 400 वर्ष, गुरु गोबिंदसिंह जी तीन सौ वर्ष पर भव्य आयोजन किया। मोदी सरकार ने सिखों को मुख्यधारा में लाकर खड़ा कर दिया। सिखों का वोट पॉवर नहीं है, सिखों की हौंद है। यह हौंद बढ़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिख समुदाय के बुद्धिजीवियों को कई बार घर पर बुलाया, उनसे बात की। बंगला साहिब दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी और श्री हरमंदिर साहिब के लिए एफसीआरए की मांग पूरा की।
दुनिया घुप अंधेरे में थी, भारत मशाल लेकर आगे आया
कोरोना महामारी जब अपने चरम पर थी। पूरी दुनिया ठप हो गई थी। इस घनघोर अंधेरे में भारत मशाल लेकर खड़ा था। कोरोना महामारी को न केवल भारत में नियंत्रित किया गया, बल्कि दुनियाभर में कोरोना की वैक्सीन पहुंचाई। यह भी पूरे देश को पता है कि भारत में किस तरह कोरोना वैक्सीन को लेकर दुष्प्रचार किया गया। इस मोर्चे पर भी सरकार ने लड़ाई लड़ी और उसमें भी विजय हासिल की।
घाटी में गूंजता है वंदे मातरम्
राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार कोई समझौता नहीं करेगी, इसका सबसे बड़ा उदाहरण है बालाकोट एयर स्ट्राइक और कश्मीर से अनुच्छेद 370 का हटना। आज घाटी के हालात अलग हैं। लाल चौक पर तिरंगा लहराता है। वंदे मातरम् का गान होता है। अलगाववादी जेल में हैं। कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाएं अब नहीं सुनाई देती हैं। घाटी को लेकर देश में जो डर का माहौल बनाया गया था, वह डर समाप्त हो रहा है। इसकी पुष्टि इस बात से हो जाती है कि कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में रिकॉर्ड पर्यटक पहुंचे।
ऑपरेशन गंगा
रूस-यूक्रेन के बीच हो रहे टकराव में भारत की विदेश नीति बड़ी महत्वपूर्ण रही। भारत ने इस मसले पर न केवल रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात की बल्कि यूक्रेन को राहत सामग्री भी पहुंचाई। ऑपरेशन गंगा के जरिए यूक्रेन में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया।
दृढ़ इच्छाशक्ति
वोट की राजनीति को दरकिनार कर मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाया। लगातार तीन तलाक पर कानून बनाया। इससे महिलाओं पर अत्याचार होना कम हुआ। कट्टरपंथियों ने इसका काफी विरोध किया। सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति दिखी और विरोध को दरकिनार कर कानून पास हुआ।
दुनिया में भारत की गूंज
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी विदेश यात्रा पर जब भी जाते हैं, वहां भारत की छाप दिखती है। अमेरिका में हाउडी मोदी कार्यक्रम हो या फिर हाल ही में उनकी डेनमार्क यात्रा, वैश्विक मंच से भारत की गूंज सुनाई देती है।
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