वीरता और सेवा के लिए दिए जाने वाले जम्मू कश्मीर पुलिस पदकों पर लगे शेख अब्दुल्ला के चित्र को हटाकर अब राष्ट्रीय प्रतीक चिह्न लगाया जाएगा। पदकों पर अशोक स्तंभ के चिह्न लगाने के संबंध में गृह विभाग से आदेश जारी किए गए।
इससे पहले सरकार ने ‘शेर ए कश्मीर पुलिस पदक’ का नाम बदलकर जम्मू कश्मीर पुलिस पदक कर दिया था। साथ ही शेर-ए-कश्मीर मेडल फॉर मेरिटॉरियस सर्विस का नाम बदलकर जम्मू ऐंड कश्मीर पुलिस मेडल फॉर मेरिटॉरियस सर्विस कर दिया गया।
शेख अब्दुल्ला, जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला के दादा और फारूक अब्दुल्ला के पिता थे। वे राज्य के पहले सीएम भी थे। जब फारूक अब्दुल्ला मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने अपने पिता की याद में पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले पदकों पर उनकी तस्वीर लगा दी थी।
जम्मू-कश्मीर सरकार के इस आदेश के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतीक के सम्मान के साथ ही हमारे इतिहास, हमारी पहचान और प्रतीक को मिटाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन याद रखें कि शेख अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के लोगों के दिलों पर हमेशा राज करते रहेंगे।
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