पाञ्चजन्य-ऑर्गनाइजर मीडिया महामंथन 2022 : मदरसा शब्द विलुप्त होना चाहिए- हिमंत बिस्वा सरमा
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

पाञ्चजन्य-ऑर्गनाइजर मीडिया महामंथन 2022 : मदरसा शब्द विलुप्त होना चाहिए- हिमंत बिस्वा सरमा

राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर के 75 वर्ष पूरे होने पर दिल्ली के द अशोक होटल में रविवार को पाञ्चजन्य-ऑर्गनाइजर मीडिया महामंथन 2022 के अंतिम सत्र में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने विचार रखे।

by WEB DESK
May 23, 2022, 09:38 am IST
in भारत, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

असम के मुख्यमंत्री ने कहा, भारत को सिर्फ राज्यों के संघ के रूप में पहचान देना हमारी 5000 साल पुरानी समृद्ध सभ्यता को चुनौती देने के समान है। अगर भारत राज्यों का संघ है, तो इसका मतलब है कि आप भारत की हर चीज पर विवाद खड़ा कर रहे हैं। अब राहुल गांधी लोगों को यह समझा रहे हैं कि भारत राज्यों का एक संघ है, तो वह अलगाववादी तत्वों को उकसा रहे हैं। हो सकता है कि जेएनयू से कोई उन्हें पढ़ा रहा हो। अंग्रेजी के अलावा उनकी और उल्फा की भाषा में कोई अंतर नहीं है।

सरमा ने कहा कांग्रेस में गांधी परिवार के अलावा कुछ नहीं है। भाजपा में हम देश को पहले रखते हैं। लेकिन अगर आप जाकर गांधी परिवार से कहते हैं कि भारत आपसे बड़ा है तो आप कांग्रेस में अपना पद खो देंगे।

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मदरसा शब्द अब विलुप्त होना चाहिए और स्कूलों में सभी के लिए सामान्य शिक्षा पर जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने असम के सभी मदरसों को भंग करने और उन्हें सामान्य स्कूलों में बदलने के अपने सरकार के फैसले को सही बताया। यह भी कहा कि हाईकोर्ट ने सरकार के फैसले को उचित ठहराया है। सीएम ने कहा कि जब तक मदरसा शब्द रहेगा, तब तक बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बनने के बारे में नहीं सोच पाएंगे। अगर आप बच्चों से कहेंगे कि मदरसों में पढ़ने से वे डॉक्टर या इंजीनियर नहीं बनेंगे, तो वे खुद मदरसा में जाने से मना कर देंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने बच्चों को कुरान पढ़ाएं, लेकिन घर पर। जितनी देर तक हो उतनी देर तक पढ़ाएं, लेकिन घर पर। बच्चों को उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन करते हुए मदरसों में भर्ती कराया जाता है। बच्चों को साइंस, मैथ, जूलॉजी, वनस्पति विज्ञान, प्राणीशास्त्र पढ़ाएं। स्कूलों में सामान्य शिक्षा होनी चाहिए। धार्मिक ग्रंथों को घर पर पढ़ाया जा सकता है, लेकिन स्कूलों में बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर और वैज्ञानिक बनने के लिए पढ़ाई करनी चाहिए। कोई भी मुस्लिम (भारत में) पैदा नहीं हुआ था। भारत में हर कोई हिंदू था, इसलिए यदि कोई मुस्लिम बच्चा अत्यंत मेधावी है, तो यह उसके हिंदू अतीत श्रेय है।

असम में 36 प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या है। एक जनसंख्या है जो इंडीजेनस है। वे लोग हमारा हिस्सा हैं। दूसरा वे जो कन्वर्ट हो गए हैं। लेकिन उनके घर के सामने आज भी तुलसी का पौधा मिलेगा। ये देशी मुसलमान हैं। हम उस मुसलमान को मियां बोलते हैं जो खुद को मियां कहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम जब यूनिफार्म सिविल कोड की बात करते हैं तो ये सभी वर्ग के लिए है।

Topics: CM Himanta Biswa Sarmaपाञ्चजन्य-ऑर्गनाइजर मीडिया महामंथन 2022Panchjanya - Organizer Media Mahamanthan 2022मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमाअसम के सीएमहिमंत बिस्वा सरमा का साक्षत्कारहिमंत बिस्वा सरमा समाचारChief Minister Himanta Biswa Sarmainterview of Himanta Biswa SarmaAssam CMHimanta Biswa Sarma Newsसीएम हिमंत बिस्वा सरमा
Share22TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

पुलिस द्वारा पकड़े गए अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए ( फाइल फोटो )

गायब हुए 30,000 बांग्लादेशी

ब्रह्मपुत्र नदी

“चीन ब्रह्मपुत्र का पानी रोक दे तो?” पाकिस्तान की झूठी कहानी की CM सरमा ने निकाली हवा

असम : पाकिस्तान समर्थकों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, अब तक 79 गिरफ्तार

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

ISI के निमंत्रण पर गौरव गोगोई पाकिस्तान गए थे, CM हिमंत बिस्व सरमा का कांग्रेस सांसद को लेकर बड़ा दावा

Assam CM himanta Biswa Sarma On Mia Muslims

असम में होटल, रेस्टोरेंट, सार्वजनिक स्थानों पर गोमांस प्रतिबंधित

फर्जी ‘आधार’, सतर्क सरकार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

न्यूयार्क के मेयर पद के इस्लामवादी उम्मीदवार जोहरान ममदानी

मजहबी ममदानी

फोटो साभार: लाइव हिन्दुस्तान

क्या है IMO? जिससे दिल्ली में पकड़े गए बांग्लादेशी अपने लोगों से करते थे सम्पर्क

Donald Trump

ब्राजील पर ट्रंप का 50% टैरिफ का एक्शन: क्या है बोल्सोनारो मामला?

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies