गुरुवार को जम्मू कश्मीर के बडगाम में चादूरा के तहसीलदार ऑफिस में घुसकर आतंकियों ने राहुल भट्ट को गोली मार दी थी। घटना को अंजाम देने के बाद आतंकी फरार हो गए थे। राहुल को घायल अवस्था में श्रीनगर अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान राहुल भट्ट ने दम तोड़ दिया था।
वहीं शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने 24 घंटे के भीतर पाकिस्तानी आतंकियों को बांदीपोरा में मार गिराया। एसपी ऑपरेशन श्रीनगर इफ्तिखार तालिब का कहना है कि बडगाम निवासी लश्कर आतंकी लतीफ राथर उर्फ ओसामा इन दोनों आतंकियों को लेकर चाडूरा पहुंचा था। घटना को अंजाम देने के बाद वे बांदीपोरा लौट गए। घटना में शामिल दो दहशतगर्दों को ढेर कर दिया गया है। लतीफ अभी भी फरार है। जल्द ही उसे मार गिराया जाएगा। इस ग्रुप को पिछले दो सप्ताह से ट्रैक किया जा रहा था। स्थानीय लश्कर आतंकी लतीफ इन्हें रिसीव करने गया था। सूचना के आधार पर 11 मई को ऑपरेशन चलाया गया था जिसमें एक आतंकी मारा गया था।
इससे पहले कश्मीर रेंज के आईजी विजय कुमार ने बताया था कि मारे गए दोनों आतंकी हाल ही में घुसपैठ कर इस पार दाखिल हुए आतंकी समूह का हिस्सा थे। इनका एक साथी 11 मई को बांदीपोरा के सलिंदर जंगल क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान मारा गया था जबकि यह दोनों उस समय भाग निकलने में सफल हो गए थे। इन्हें लगातार ट्रैक किया जा रहा था और इनपुट मिलते ही शुक्रवार को ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
कई आतंकी घटनाओं में शामिल थे राहुल के हत्यारे
मारे गए दोनों पाकिस्तानी आतंकवादी की पहचान फैजल उर्फ सिकंदर और अबू उकासा के रूप में हुई है। आपको बता दें इन दो में से एक आतंकी फैजल इससे पहले 10 दिसंबर 2021 और 11 फरवरी, 2022 को बांदीपोरा में गुलशन चौक और निशात पार्क में आतंकवादी हैदर के साथ 3 पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल था। इन आतंकियों ने अपना ठिकाना मध्य कश्मीर और दक्षिण कश्मीर में ट्रांसफर कर दिया। साथ ही ये लोग अन्य आतंकवादी गतिविधियों में भी शामिल थे।
बेटे का नाम पूछ कर मार दी गोली
राहुल अपनी बीमार चाची को देखने 8 दिन पहले जम्मू आए थे। वह यहां 4 दिन रुके और फिर बडगाम से फोन आया तो वापस चले गए। राहुल भट्ट की हत्या के पीछे लश्कर की साजिश की बात सामने आ रही है। राहुल को गोली मारने वाले हत्यारे की पहचान हो गई है। राहुल के पिता ने बताया कि आतंकियों ने दफ्तर में उसका नाम पूछकर गोली मारी कि राहुल भट्ट कौन है? वहां चार लोग और थे। आतंकियों ने पूछा कि राहुल भट्ट कौन है तो उन्होंने जवाब दिया मैं हूं राहुल भट्ट, आ जाओ क्या काम है? इसके बाद आतंकियों ने पिस्टल निकालकर गोली मार दी।
सड़कों पर उतरे लोग
राहुल भट की हत्या के बाद घाटी में अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन काफी तेज हो गया है। लोग स्थानीय प्रशासन पर कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा नहीं दिए जाने को लेकर जमकर नारेबाजी की। लोगों ने हमें न्याय चाहिए के नारे लगाए। अनंतनाग में कश्मीरी पंडित कर्मचारी एसोसिएशन के सदस्यों ने चडूरा तहसील ऑफिस कर्मचारी राहुल भट की हत्या पर न्याय की मांग की। बडगाम के शेखपुरा में कश्मीरी पंडितों ने विरोध प्रदर्शन किया।
पत्नी को नौकरी और बेटी की पढ़ाई की जिम्मेदारी सरकार की
बडगाम में आतंकी हमले में मारे गए कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट की पत्नी को सरकारी नौकरी तथा वित्तीय सहायता की उप राज्यपाल ने घोषणा की है। साथ ही उनकी बेटी की पढ़ाई का खर्च भी सरकार उठाएगी। ट्वीट कर कहा कि सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
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