उत्तराखंड में तीर्थस्थलों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोपवे बनने शुरू हो गए हैं। सीएम धामी ने आज मां सुरकंडा देवी मंदिर तक बनाये गए रोपवे का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि हम रोपवे के जरिये केदारनाथ और हेमकुंड तीर्थस्थलों को भी जोड़ने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इसके बाद मंदिर में पूजा- अर्चना कर प्रदेश की सुख एवं समृद्धि की कामना की। जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिए कि इस क्षेत्र में स्थाई हेलीपैड के निर्माण के लिए भूमि चिन्हित की जाए।
सुरकंडा देवी मंदिर जाने के लिए लगभग 5 करोड़ की लागत से बने रोपवे की लंबाई 502 मीटर है। इसकी क्षमता लगभग 500 व्यक्ति प्रति घंटा है। सुरकंडा देवी मंदिर रोपवे सेवा, उत्तराखंड राज्य का गठन होने के बाद पहली महत्वपूर्ण रोपवे परियोजना है। इसका निर्माण राज्य पर्यटन विभाग द्वारा किया गया है। श्रद्धालु कद्दूखाल से मात्र 5 से 10 मिनट में मां सुरकंडा देवी के दर्शन कर सकेंगे, जबकि पहले यहां की चढ़ाई चढ़ने में दो से ढाई घंटे का समय लगता था।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि रोपवे शुरू होने से स्थानीय स्तर पर लोगों की आजीविका भी बढ़ेगी। राज्य में धार्मिक पर्यटन के साथ ही साहसिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। रोपवे परियोजना यात्रियों एवं पर्यटकों के लिए प्रदूषण मुक्त यातायात का प्रमुख साधन है। राज्य सरकार द्वारा केंद्र की पर्वतमाला योजना के अंतर्गत जनपदों में विभिन्न रोपवे परियोजनाओं के निर्माण हेतु कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि टिहरी जनपद में लगभग 42 वर्ग किलोमीटर में फैली विशालकाय झील में विभिन्न साहसिक जल क्रीड़ाओ का संचालन किया जा रहा है। इस झील में पर्यटन से संबंधित अन्य गतिविधियों के लिए योजना बनाई जा रही है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में केदारनाथ और हेमकुंड में भी रोपवे बनाने की योजना पर इस साल काम करने जा रहे हैं। वर्ष 2025 में जब हम उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएंगे, उस समय उत्तराखंड हर क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में होगा। चारधाम यात्रा में इस वर्ष लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। राज्य में श्रद्धालुओं को हर सुविधा मिले, इसके पूरे प्रयास किए गए हैं।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि मां सुरकंडा के लिए रोपवे सेवा शुरू होने से यहां श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी। चारधाम यात्रा के दृष्टिगत श्रद्धालुओं के लिए हरसंभव सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस अवसर पर विधायक प्रीतम सिंह पंवार, किशोर उपाध्याय, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी टिहरी नवनीत भुल्लर, मुख्य विकास अधिकारी टिहरी नमामि बंसल आदि उपस्थित थे।
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