केदार मंदिर श्रृंखला के कपाट खुलने की तिथियां घोषित
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

केदार मंदिर श्रृंखला के कपाट खुलने की तिथियां घोषित

आगामी 19 मई को द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर के कपाट खुलने की तिथि तय हो चुकी है। भगवान तुंगनाथ के कपाट 6 मई को दोपहर 12 बजे कर्क लग्न में ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जाएंगे।

by उत्तराखंड ब्यूरो
Apr 14, 2022, 04:59 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
केदारनाथ मंदिर

केदारनाथ मंदिर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बिपिन सेमवाल/दिनेश मानसेरा

आगामी 19 मई को द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर के कपाट खुलने की तिथि तय हो चुकी है। वैशाखी पर्व पर श्री ओंकारेश्वर मंदिर में रावल जगद्गुरु जी की उपस्थिति में वेदपाठी आचार्य और हक-हकूकधारी ग्रामीणों द्वारा द्वितीय केदार श्री मध्यमहेश्वर के कपाट खुलने की तिथि 19 मई घोषित की गई है। घोषित तिथि और लग्न का लिखित रूप जिसे दिनपट्टा कहा जाता है, उसको थौर भण्डारी श्री मध्यमहेश्वर धाम को सुपुर्द कर दिया गया है।

ओंकारेश्वर मुख्य मंदिर में भगवान श्री मध्यमहेश्वर जी की भोग मूर्तियों के सिंहासन को नियुक्त पुजारी के साथ दो अन्य प्रधान अर्चकों द्वारा नंदी जी की सवारी और परिक्रमा करायी जाती है। उससे बाद भगवान को यथास्थान पर सजाकर वेदपाठी आचार्यों द्वारा भगवान की राशियों के दान की पूजा करायी जाती है। इसके बाद विजय भाणे, घंटी, शंख ध्वनि एवं मंगल विजय ध्वनि के साथ प्रधान अर्चकों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सिंहासन को सभा मण्डप में लाया जाता है। पहले भगवान का स्नान कराया जाता है, धूप आरती, एकमुखी, त्रिमुखी और पञ्चमुखी आरती की जाती है। इसके बाद भगवान का रूद्राभिषेक, फिर भगवान का विशेष श्रृंगार किया जाता है। इसके पश्चात् भगवान को बालभोग लगाया जाता है फिर वैदिक मंत्रों के साथ मध्यमहेश्वर की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।

6 मई को खुलेंगे बाबा तुंगनाथ के कपाट 
पंच केदारों में शुमार तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट खोलने तथा चल विग्रह उत्सव डोलियों के शीतकालीन गद्दी स्थलों से धाम रवाना होने की तिथि वैशाखी पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थलों में पंचाग गणना के अनुसार घोषित कर दी गयी है। भगवान तुंगनाथ के कपाट 6 मई को दोपहर 12 बजे कर्क लग्न में ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जाएंगे।

भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल मक्कूमठ में वैशाखी पर्व पर घोषित तिथि के अनुसार 3 मई को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली मक्कूमठ से रवाना होगी। प्रथम रात्रि प्रवास के लिए गांव के मध्य भूतनाथ मंदिर पहुंचेगी, जहां पर स्थानीय भक्तों द्वारा नये अनाज का भोग अर्पित कर विशाल पुणखी मेले का आयोजन किया जाएगा। 4 मई को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली भूतनाथ मंदिर में ही भक्तों को दर्शन देगी। 5 मई को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली भूतनाथ मंदिर से रवाना होकर अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंचेगी। 6 मई को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली चोपता से रवाना होकर सुरम्य मखमली बुग्यालों में नृत्य करते हुए तुंगनाथ धाम पहुंचेगी। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम पहुंचने पर भगवान तुंगनाथ के कपाट दोपहर 12 बजे ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जाएंगे।

खुले गौरी मन्दिर के द्वार
केदारनाथ यात्रा के आधार शिविर गौरीकुण्ड स्थित मां गौरी मंदिर के कपाट विधि विधान से खोल दिये गये हैं। गौरी गांव से मां गौरी की डोली को गौरीकुंड लाया गया, जहां पर पूजा-अर्चना के बाद कपाट खोले गये और मां गौरी की डोली को मंदिर में विराजमान किया गया। अब छः माह तक मां गौरी के दर्शन भक्त यहीं पर कर सकेंगे।

बता दें कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बैसाखी पर्व पर मां गौरी के कपाट विधि-विधान से खोल दिये गये हैं। ग्रीष्मकाल में मां गौरी की पूजा-अर्चना गौरीकुण्ड स्थित गौरी मंदिर में की जाती है, जबकि शीतकाल में गौरी गांव में की जाती है। आज सुबह के समय गौरी गांव में पूजा-अर्चना के बाद डोली को बाहर लाया गया, जिसके बाद मठापति सम्पूर्णानंद गोस्वामी एवं पुजारी गौरी शंकर गोस्वामी की अगुवाई में डोली को गौरीकुण्ड स्थित गौरी मंदिर में लाया गया। यहां पर शिव-पार्वती तथा गौरी माता की भोग मूर्तियों का हवन से शुद्धिकरण कर पूर्व परम्परा के तहत कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई। गौरी मंदिर के कपाट खुलने के बाद केदार यात्रा का भी आगाज हो गया है। अब श्रद्धालु छः माह तक गौरीकुण्ड में मां गौरी के दर्शन कर सकेंगे।

स्थानीय व्यापारियों में खासा उत्साह
गौरी मंदिर के कपाट खुलने से स्थानीय व्यापारियों में भी खासा उत्साह बना हुआ है। दो साल तक कोरोना महामारी के कारण केदार यात्रा पर बुरा असर देखने को मिला है, जिससे लोगों को इस बार की यात्रा से खासी उम्मीदें हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस बार की यात्रा बेहद ही सुव्यवस्थित तरीके से संचालित होगी, जिससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिल सकेगा। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को रंग-रोगन से सजाने के बाद खोल दिये हैं, जबकि गौरीकुण्ड में श्रद्धालुओं की चहल-कदमी भी शुरू हो गई है। गौरी मंदिर के पुजारी गौरीशंकर गोस्वामी ने बताया कि केदारनाथ डोली के धाम जाते समय एक रात्रि विश्राम गौरी मंदिर में किया जाता है। चार मई को बाबा केदार की उत्सव डोली गौरी मंदिर पहुंचेगी और दूसरे दिन तप्तकुंड में स्नान के बाद उत्सव डोली धाम के लिए रवाना होगी। छः मई को विवि-विधान से बाबा केदारनाथ के कपाट भी खोल दिये जाएंगे।

Topics: मध्यमहेश्वरकेदार मंदिर श्रृंखलातुंगनाथ के कपाटगौरी मन्दिरMadhyamaheshwarKedar Temple SeriesTungnathGauri Mandir
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाला युवक हजरत अली गिरफ्तार 

“पहाड़ों में पलायन नहीं, अब संभावना है” : रिवर्स पलायन से उत्तराखंड की मिलेगी नई उड़ान, सीएम धामी ने किए बड़े ऐलान

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

लखनऊ : बलरामपुर, श्रावस्ती, महराजगंज, बहराइच और लखीमपुर खीरी में अवैध मदरसों पर हुई कार्रवाई

पाकिस्तान अब अपने वजूद के लिए संघर्ष करता दिखाई देगा : योगी आदित्यनाथ

चंडीगढ़ को दहलाने की साजिश नाकाम : टाइम बम और RDX के साथ दो गिरफ्तार

कर्नल सोफिया कुरैशी

कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया क्यों चुनी सेना की राह?

“ये युद्धकाल है!” : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा से नेपाल सीमा तक अलर्ट, CM ने मॉकड्रिल और चौकसी बरतने के दिए निर्देश

Live: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस, जानिये आज का डेवलपमेंट

पाकिस्तान की पंजाब में आतंकी साजिश नाकाम : हथियार, हेरोइन और ड्रग मनी के साथ दो गिरफ्तार

महाराणा प्रताप: हल्दीघाटी की विजयगाथा और भारत के स्वाभिमान का प्रतीक

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies