प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के बाद देश में बनी सभी सरकारों की सराहना करते हुए गुरुवार को कहा कि देश आज जिस मुकाम पर है उसमें स्वतंत्र भारत के बाद बनी प्रत्येक सरकारों का योगदान है।
'Pradhanmantri Sangrahalaya' will become source of inspiration for future generations: PM Modi
Read @ANI Story | https://t.co/alKC9HElUH#PMModi #PradhanmantriSangrahalaya pic.twitter.com/20A7z4WAt2
— ANI Digital (@ani_digital) April 14, 2022
प्रधानमंत्री संग्रहालय के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश आज जिस ऊंचाई पर है, वहां तक उसे पहुंचाने में स्वतंत्र भारत के बाद बनी प्रत्येक सरकार का योगदान है। मैंने लाल किले से भी ये बात कई बार दोहराई है। आज ये संग्रहालय भी प्रत्येक सरकार की साझा विरासत का जीवंत प्रतिबिंब बन गया है ।
उन्होंने भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि बाबा साहेब जिस संविधान के मुख्य शिल्पकार रहे, उस संविधान ने हमें संसदीय प्रणाली का आधार दिया। इस संसदीय प्रणाली का प्रमुख दायित्व देश के प्रधानमंत्री का पद रहा है।
देश आज जिस ऊंचाई पर है, वहां तक उसे पहुंचाने में स्वतंत्र भारत के बाद बनी प्रत्येक सरकार का योगदान है। आज ये संग्रहालय भी प्रत्येक सरकार की साझा विरासत का जीवंत प्रतिबिंब बन गया है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/6R3m4pIyzr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 14, 2022
पीएम मोदी ने कहा कि ये उनका सौभाग्य है कि आज उन्हें प्रधानमंत्री संग्रहालय देश को समर्पित करने का अवसर मिला है। उन्होंने आगे कहा कि जब देश अपनी आजादी के 75 वर्ष का पर्व, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तब ये म्यूजियम, एक भव्य प्रेरणा बनकर आया है। इन 75 वर्षों में देश ने अनेक गौरवमय पल देखे हैं। इतिहास के झरोखे में इन पलों का जो महत्व है, वो अतुलनीय है देश आज जिस ऊंचाई पर है, वहां तक उसे पहुंचाने में स्वतंत्र भारत के बाद बनी प्रत्येक सरकार का योगदान है।
यहां लोग देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों की योगदान से रूबरू होंगे
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है, भारत के लोकतंत्र की बड़ी विशेषता ये भी है कि समय के साथ इसमें निरंतर बदलाव आता रहा है। हर युग, हर पीढ़ी में लोकतंत्र को और आधुनिक बनाने, सशक्त करने का निरंतर प्रयास हुआ है। उन्होंने कहा कि देश के हर प्रधानमंत्री ने संविधान सम्मत लोकतंत्र के लक्ष्यों की पूर्ति में भरसक योगदान दिया है। उन्हें स्मरण करना स्वतंत्र भारत की यात्रा को जानना है। यहां आने वाले लोग देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों की योगदान से रूबरू होंगे, उनकी पृष्ठभूमि, उनके संघर्ष-सृजन को जानेंगे।
संग्रहालय में जितना अतीत, उतना ही भविष्य है
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री संग्रहालय आने वाली पीढ़ियों के लिए ज्ञान, विचार, अनुभवों का एक द्वार खोलने का काम करेगा। यहां आकर उन्हें जो जानकारी मिलेगी, जिन तथ्यों से वो परिचित होंगे, वो उन्हें भविष्य के निर्णय लेने में मदद करेगी। इस संग्रहालय में जितना अतीत है, उतना ही भविष्य भी है। ये संग्रहालय देश के लोगों को बीते समय की यात्रा करवाते हुए, नई दिशा-नए रूप में भारत की विकास यात्रा पर ले जाएगा।
यह संग्रहालय प्रत्येक सरकार की साझा विरासत का जीवंत प्रतिबिंब
पीएम मोदी ने कहा कि ये हम भारतवासियों के लिए बहुत गौरव की बात है कि हमारे ज्यादातर प्रधानमंत्री बहुत ही साधारण परिवार से रहे हैं। सुदूर देहात से, एकदम गरीब परिवार से और किसान परिवार से आकर भी प्रधानमंत्री पद पर पहुंचना भारतीय लोकतंत्र की महान परंपराओं के प्रति विश्वास को दृढ़ करता है। देश आज जिस ऊंचाई पर है, वहां तक उसे पहुंचाने में स्वतंत्र भारत के बाद बनी प्रत्येक सरकार का योगदान है। आज ये संग्रहालय भी प्रत्येक सरकार की साझा विरासत का जीवंत प्रतिबिंब बन गया है।
टिप्पणियाँ