जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर पाकिस्तान परस्त तत्वों ने माहौल खराब करने की कोशिश की है। श्रीनगर के डाउन टाउन में नौहट्टा चौक स्थित जामिया मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद अलगाववादियों के एक समूह ने आजादी के नारे लगाए। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने नारेबाजी में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज खत्म होने के बाद जामिया मस्जिद में लगे स्लोगन के 27 सेकेंड का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में जामिया मस्जिद में अराजक तत्व ‘हमको चाहिए…आजादी’ और नारा-ए-तकबीर…अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि जुम्मे की नमाज पढ़ने के बाद अराजक तत्वों ने भड़काउ नारे लगाए। इस दौरान मजहबी नारे भी लगाए गए। पुलिस ने मामले की जांच के लिए टीम बनाई है। वीडियो में 20-25 युवाओं ने पहले नारे लगाने शुरू किए, जिसके बाद उनका मस्जिद कमेटी से विवाद भी हुआ। हमने गिरफ्तार आरोपियों पर IPC की धारा 124A और 447 के तहत केस दर्ज किया है।
उल्लेखनीय है कि कश्मीर की जामिया मस्जिद को पिछले दिनों आम लोगों के लिए खोला गया था। बता दें कि कोरोना की वजह से मस्जिद करीब 2 साल से ज्यादा समय के लिए बंद थी, लेकिन रमजान को देखते हुए प्रशासन ने यह फैसला लिया था।
पहले भी विवादों में रही मस्जिद
जामिया मस्जिद पहले भी विवादों में रह चुकी है। 2018 में इसी मस्जिद पर कुछ अतिवादियों ने आतंकी संगठन ISIS का झंडा लहरा था, जिसकी जांच NIA को सौंपी गई थी। बता दें कि मस्जिद शुरू से ही अलगाववादियों का गढ़ मानी जाती है। आल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक इसी मस्जिद में पांच अगस्त, 2019 तक हर शुक्रवार को नमाज से पहले खुत्बा देते थे।
बाजार कमेटी ने की निंदा
जामिया मस्जिद बाजार कमेटी और नौहट्टा मार्केट एसोसिएशन ने भड़काऊ नारेबाजी की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि रमजान का पहला जुमा है और इस मौके का इस्तेमाल यहां कुछ लोगों ने माहौल बिगाड़ने और अपनी सियासत के लिए किया है। इन पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
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