उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को भाजपा विधायक दल के नेता चुन लिए गए। विधायक दल की बैठक में उनके नाम का प्रस्ताव सुरेश खन्ना ने रखा, जिसका सूर्य प्रताप शाही, सुशील शाक्य और अन्य विधायकों ने समर्थन किया।
विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक एवं गृहमंत्री अमित शाह, सह पर्यवेक्षक रघुवर दास, प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल समेत प्रमुख नेता मौजूद रहे। नेता चुने जाने के बाद योगी ने प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत पूरी पार्टी के प्रति आभार जताया। योगी ने कहा, "मुझे विधायक दल का नेता चुना गया है। मैं आप सब का आभारी हूं।" योगी ने कहा कि पार्टी ने जो हमें जिम्मेदारी दी है, उसे बिना रुके, बिना थके और बिना डिगे लगातार निभाते रहेंगे। इसमें हमारे दोनों वरिष्ठ सहयोगी- दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य भी साथ रहेंगे।
अमित शाह ने लोक भवन में आयोजित भाजपा विधायक दल की बैठक में कहा कि पिछले पांच साल में उत्तर प्रदेश की नींव रखने का काम किया गया। अब अगले पांच साल में उत्तर प्रदेश को उसका गौरव वापस दिलाने का काम किया जाएगा। यहीं से गरीब, युवाओं और बच्चियों की आकांक्षाओं के सपनों को पूरा करने की यात्रा शुरू होती है। कानून व्यवस्था ठीक होने से निवेश आएगा। इससे रोजगार बढ़ेगा। योगी सरकार में पांच साल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था आठवें से दूसरे नंबर पर आ गयी है। हमें अगले पांच सालों में पहले नम्बर पर लाना है।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में 37 साल से कोई पार्टी लगातर दूसरी बार सत्ता में नहीं आई। यह चर्चा का विषय हो सकता है। योगी निर्विरोध नेता के रूप में चुने गए हैं। उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया। लगातर दूसरी बार दो तिहाई बहुमत से भाजपा सत्ता में आई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जातिवादी और परिवारवादी पार्टियां बढ़ती गईं, लेकिन 2014 में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया गया तो पूरे देश में एक अलग प्रकार का संचार हुआ। उत्तर प्रदेश का सामान्य कार्यकर्ता भी 65 से अधिक लोकसभा सीटें जीतने की बात कहने लगा। भोलेनाथ की तरह जनता-जनार्दन ने 73 सीटें दीं। भाजपा का कार्यकर्ता घर-घर गया। मोदी के नाम पट वोट मांगे। 2017 में 300 के पार सीटें मिलीं। योगी को मुख्यमंत्री बनाया गया।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार से पहले प्रदेश में निवेश का माहौल नहीं था। अपराध चरम पर था। अपराधी पुलिस प्रशासन के मालिक बनकर बैठे थे। योगी ने प्रशासन के राजनीतिकरण को बंद किया। आज अपराधी शीर्षासन कर रहे हैं। छोटी सी बच्ची को भी भरोसा हुआ कि यदि कोई छेड़खानी हुई तो उसकी खैर नहीं। सबको बिजली मिली, आयुष्मान भारत योजना का कार्ड दिया गया। वह भी जाति-धर्म पूछे बगैर हुआ।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा कि योगी उत्तर प्रदेश को एक परिश्रमी नेता के रूप में मिले हैं। केंद्र में मोदी ने राष्ट्रीय स्तर पर योजनाओं को लांच किया और योगी ने प्रदेश में उसे जमीन तक पहुंचाने का कार्य किया है। आने वाले पांच साल में प्रदेश का ऐसा विकास होगा जो देश के विकास में भी योगदान देगा। आने वाले पांच साल में उत्तर प्रदेश नई ऊंचाइयों को छुएगा।
इस दौरान योगी ने कहा कि सरकार और संगठन के समन्वय के साथ काम किया गया। गरीब कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया गया। इसी की वजह से जनता जनार्दन ने तमाम झूठ के बावजूद भाजपा को फिर से चुना है। यह सब तब सम्भव हो सका जब हमारे अभिभावक के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मार्गदर्शन किया। आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश पहले केंद्रीय योजनाओं में रुकावट पैदा करता था। अब उत्तर प्रदेश केंद्र की योजनाओं को लागू करने में अग्रणी राज्यों में हैं। पहली बार संभव हो पाया अपराधियों पर कार्रवाई, गरीबों को घर, अनाज मिलना। उन्होंने कहा कि हम वंशवाद की राजनीति से ऊपर उठकर काम करेंगे। हम सबका साथ सबका विकास करेंगे। इसके साथ ही हमारी सरकार ने काम किया और जनता जनार्दन ने पुनः आशीर्वाद दिया।
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