महेश दत्त
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को पाकिस्तानी फौज की तरफ से संदेश दे दिया गया है। संदेश में कहा गया है कि वे आगामी दो दिनों में होने वाली इस्लामिक देशों के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लेने के बाद अपना इस्तीफा दे दें। कुछ समय पहले पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार इमदाद सुमरो ने इस खबर की पुष्टि की है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों इमरान खान लगातार जनता में भड़काऊ भाषण दे रहे थे। यहां तक कि उन्होंने जनता को अपने विपक्षी नेताओं के बच्चों को स्कूलों तक में परेशान करने के लिए प्रोत्साहित किया है। इमरान खान के भी तमाम दावे जिनमें वह विपक्षी नेताओं पर इस बात का आरोप लगाते रहे हैं कि वे रिश्वत देकर सत्ता दल के नेताओं को अपनी तरफ मिला रहे हैं। सोमवार देर शाम इन दावों को पंजाब के राज्यपाल चौधरी सरवर ने सिरे से झूठा करार दिया है।
इस बीच खबर है कि स्वयं पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी भी प्रधानमंत्री इमरान खान से सहमत हो चुके हैं। इस बात की संभावना लगातार बनी हुई थी कि सत्तारूढ़ दल को समर्थन दे रही पार्टियां अपना समर्थन वापस ले लेंगी, ताकि सरकार बहुमत में न रहे और अविश्वास प्रस्ताव से पहले ही सरकार गिर जाए। ध्यान रहे, अविश्वास प्रस्ताव को निलंबित करने के लिए इमरान सरकार हर तरह के हथकंडे अपना रही है। यहां तक कि उन कानूनों पर सर्वोच्च न्यायालय से विवेचना मांग रही है जो बिल्कुल स्पष्ट है। लगता है पाकिस्तान के वास्तविक शासक यानी वहां की फौज भी इमरान खान की तमाशबाजियों से उकता चुकी है।
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