कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के साथ लगे गांव कूपी में एक महिला को बाघ ने अपना निवाला बना लिया। 59 साल की गुड्डी देवी नाम की महिला सुबह घास काट रही थी। बाघ के इस हमले से गांव में दहशत का माहौल है।
बाघ के हमले से गांव में दहशत है। इंसानी रक्त बाघ के मुंह लग जाने से बाघ नरभक्षी हो जाता है। लिहाजा वन कर्मियों ने जंगल में पिंजरे लगा दिए हैं और बाघ पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। पिछले दो हफ्ते में बाघ के हमले बढ़े हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में इन हमलों से यह चौथी मौत है।
मरचूला क्षेत्र के पास कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का कालागढ़ फ़ॉरेस्ट एरिया है। यहां कूपी गांव की महिलाएं सुबह चारा लेने जंगल के आसपास जाती है। घास काटते वक्त ही बाघ ने महिला पर हमला किया और करीब आधा किमी तक उन्हें घसीटता हुआ जंगल में ले गया। गांव वालों के शोर मचाने पर भी बाघ ने महिला को नहीं छोड़ा। जब तक वन कर्मी वहां पहुंचते बाघ महिला के शव को छोड़ जंगल जा चुका था।
वन कर्मियों ने पुलिस को सूचना देकर महिला का पोस्टमॉर्टम करवाया और शव उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। बाघ के हमले से गांव में दहशत है। इंसानी रक्त बाघ के मुंह लग जाने से बाघ नरभक्षी हो जाता है। लिहाजा वन कर्मियों ने जंगल में पिंजरे लगा दिए हैं और बाघ पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। पिछले दो हफ्ते में बाघ के हमले बढ़े हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में इन हमलों से यह चौथी मौत है।
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