रूस और यूक्रेन के बीच टकराव को विराम देने के लिए बेलारूस में दोनों देशों के बीच बातचीत हो रही है। वहीं भारत यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों को दूसरे देशों के रास्तों से सुरक्षित निकाल रहा है। दूसरे देशों से मदद भी मिल रही है। पोलैंड ने रविवार को घोषणा कर दी थी कि यूक्रेन से आने वाले भारतीय छात्रों को पोलैंड में प्रवेश करने के लिए वीजा की जरूरत नहीं होगी। भारतीय नगारिकों की सुविधा के लिए पोलैंड हरसंभव कोशिश कर रहा है।
सोमवार शाम शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा कि पोलैंड की सीमा पर बहुत सारे भारतीय छात्रों को प्रवेश करने से रोक दिया गया है। जिन्हें कल प्रवेश मिल गया था, उन्हें भी वापस भेज दिया गया है। उन्होंने इसमें ऑपरेशन गंगा, विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास को टैग किया।
भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बर्कुअस्की ने इस खबर का खंडन किया। उन्होंने इसे फेक न्यूज करार दिया । एडम बर्कुअस्की ने लिखा कि मैडम, यह पूरी तरह से गलत है। पोलिश सरकार यूक्रेन से प्रवेश करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं रोक रही है। कृपया अपने स्रोत की जांच करें।… और फेक न्यूज न फैलाएं।
इसके जवाब में प्रियंका चतुर्वेदी ने फिर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि यह फेक न्यूज नहीं है। उन्होंने कुछ छात्रों के नाम अपने टि्वटर हैंडल पर शेयर किया। इसके बाद उन्होंने लिखा कि एक विदेश के राजदूत बिना किसी साक्ष्य के भारत के सांसद के ट्टीट को फेक करार दे रहे हैं। शर्म आनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कुछ और ट्वीट किए। वह अपने ट्वीट पर अडिग रहीं।
इस पर एडम बर्कुअस्की ने ट्वीट के जरिए कुछ डाटा रखे, जिसमें उन्होंने बताया कि करीब तीन लाख शरणार्थी यूक्रेन से पोलैंड में आ चुके हैं। इनमें से करीब 1200 भारतीय नागरिक हैं। पोलैंड सभी की मदद कर रहा है। पोलैंड के राजदूत भी फेक खबरें न फैलाने की अपील करते रहे।
चल रहा है ऑपरेशन गंगा
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को भारत वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा अभियान चल रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के मुताबिक तक लगभग 1,400 भारतीय नागरिकों को लेकर छह उड़ानें भारत आ चुकी हैं। बुखारेस्ट (रोमानिया) से चार उड़ानें और बुडापेस्ट (हंगरी) से दो उड़ानें आई हैं। एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद से लगभग 8,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। यूक्रेन की सीमा से लगे 4 देशों में भारत ने चार केंद्रीय मंत्रियों को विशेष दूत तैनात करने का निर्णय लिया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया जाएंगे, किरेन रिजिजू स्लोवाक गणराज्य, हरदीप सिंह पुरी हंगरी और जनरल वीके सिंह पोलैंड जाएंगे।
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