कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के कार्यकर्त्ता की हत्या के प्रकरण में जानकारी देते हुए शिवमोगा के एसपी लक्ष्मी प्रसाद ने बताया कि हर्षा के खिलाफ दो मामले दर्ज थे। जिसमे से एक दंगे का और दूसरा साल 2016-2017 में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का। उन्होंने बताया कि बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के मामले में कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, 12 से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम मोहम्मद काशिफ, सैयद नदीम, अफसिफुल्ला खान, रेहान शरीफ, निहान और अब्दुल अफनान हैं।
वहीं इस प्रकरण को लेकर शिवमोगा के डिप्टी कमिश्नर डॉ सेल्वामणि ने कहा कि पूरे इलाके में लागूधारा 144 को दो दिन यानि शुक्रवार सुबह तक के लिए बढ़ा दिया गया है। दो दिनों तक स्कूल बंद रहेंगे। फिर स्थिति के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फ़िलहाल जिले में कर्फ्यू को बढ़ाया गया है। सुबह 6 बजे से सुबह 9 तक लोग आ जा सकते हैं।
बता दें की हर्षा के अंतिम संस्कार के दौरान कट्टरपंथियों द्वारा पथराव किया गया था हिंसा की कुछ घटनाएं भी हुईं जिसमें महिला पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल हो गए। उपद्रवियों ने कई वाहनों और दुकानों में तोड़फोड़ कर आगजनी की। हालांकि पुलिस ने जल्द ही उपद्रवियों पर काबू पा लिया और जिसके बाद से इलाके में धारा-144 लगा दी गई।
शिवम् दीक्षित एक अनुभवी भारतीय पत्रकार, मीडिया एवं सोशल मीडिया विशेषज्ञ, राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार विजेता, और डिजिटल रणनीतिकार हैं, जिन्होंने 2015 में पत्रकारिता की शुरुआत मनसुख टाइम्स (साप्ताहिक समाचार पत्र) से की। इसके बाद वे संचार टाइम्स, समाचार प्लस, दैनिक निवाण टाइम्स, और दैनिक हिंट में विभिन्न भूमिकाओं में कार्य किया, जिसमें रिपोर्टिंग, डिजिटल संपादन और सोशल मीडिया प्रबंधन शामिल हैं।
उन्होंने न्यूज़ नेटवर्क ऑफ इंडिया (NNI) में रिपोर्टर कोऑर्डिनेटर के रूप में काम किया, जहां इंडियाज़ पेपर परियोजना का नेतृत्व करते हुए 500 वेबसाइटों का प्रबंधन किया और इस परियोजना को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान दिलाया।
वर्तमान में, शिवम् राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य (1948 में स्थापित) में उपसंपादक के रूप में कार्यरत हैं।
शिवम् की पत्रकारिता में राष्ट्रीयता, सामाजिक मुद्दों और तथ्यपरक रिपोर्टिंग पर जोर रहा है। उनकी कई रिपोर्ट्स, जैसे नूंह (मेवात) हिंसा, हल्द्वानी वनभूलपुरा हिंसा, जम्मू-कश्मीर पर "बदलता कश्मीर", "नए भारत का नया कश्मीर", "370 के बाद कश्मीर", "टेररिज्म से टूरिज्म", और अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले के बदलाव जैसे "कितनी बदली अयोध्या", "अयोध्या का विकास", और "अयोध्या का अर्थ चक्र", कई राष्ट्रीय मंचों पर सराही गई हैं।
उनकी उपलब्धियों में देवऋषि नारद पत्रकार सम्मान (2023) शामिल है, जिसे उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार खान की साजिश को उजागर करने के लिए प्राप्त किया। यह सम्मान 8 मई, 2023 को दिल्ली में इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र (IVSK) द्वारा आयोजित समारोह में दिया गया, जिसमें केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल, RSS के सह-प्रचार प्रमुख नरेंद्र जी, और उदय महुरकर जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिवम् की लेखन शैली प्रभावशाली और पाठकों को सोचने पर मजबूर करने वाली है, और वे डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहे हैं। उनकी यात्रा भड़ास4मीडिया, लाइव हिन्दुस्तान, एनडीटीवी, और सामाचार4मीडिया जैसे मंचों पर चर्चा का विषय रही है, जो उनकी पत्रकारिता और डिजिटल रणनीति के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
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