पंजाब चुनाव के बीच रामरहीम को 21 दिन की पैरोल, 48 सीटों पर सीधा असर डाल सकते हैं डेरा समर्थक
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

पंजाब चुनाव के बीच रामरहीम को 21 दिन की पैरोल, 48 सीटों पर सीधा असर डाल सकते हैं डेरा समर्थक

by मनोज ठाकुर
Feb 7, 2022, 11:12 am IST
in भारत, पंजाब
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
पंजाब में डेरों का प्रभाव बहुत अधिक है। सरकार बनाने में इनकी महत्‍वपूर्ण भूमिका रही है। किस पार्टी को समर्थन देना है, यह डेरा की 25 सदस्यीय राजनीतिक कमेटी तय करती है।

रेप और हत्या के आरोप में जेल में आजीवन कैद की सजा काट रहे  डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत रामरहीम को 21 दिन की पैरोल मिल गई है। गुरमीत की इस पैरोल का पंजाब विधानसभा चुनाव में सीधा असर पड़ सकता है, क्योंकि पंजाब की 48 सीटों पर डेरा समर्थकों का प्रभाव है। डेरे को लेकर कांग्रेस, खासतौर पर नवजोत सिह सिद्धू हमलावर रहे हैं। डेरे ने अपनी ताकत दिखाने के लिए समागम भी किया था, जिसमें बड़ी संख्या में डेरा समर्थक आए थे। इसके बाद ही यह माना जाने लगा था कि डेरा इस बार पंजाब की राजनीति में सक्रिय भूमिका अदा करेगा। 

डेरा हालांकि सीधे तौर पर राजनीति गतिविधियों में भाग नहीं लेता। लेकिन चुनाव से पहले किसी न किसी दल को समर्थन देता है। किस पार्टी को समर्थन देना है, यह डेरा की 25 सदस्यीय राजनीतिक कमेटी तय करती है। यह समर्थन मतदान से एक दिन पहले शाम के वक्त दिया जाता है। डेरा समर्थक ही इस संदेश को आगे ले जाने का काम करते हैं। डेरा प्रमुख गुरमीत रामरहीम 25 अगस्त, 2017 से जेल में है। इस बार पंजाब चुनाव में डेरा की भूमिका काफी अहम मानी जा रही है। राजनीतिक समीक्षक वीरेंद्र भारत ने बताया कि पंजाब के पिछले विधानसभा चुनाव में बेअदबी के मामलों को लेकर डेरा को निशाना बनाया गया। खासतौर पर नवजोत सिंह सिद्धू लगातार बेअदबी का मामला उठा कर डेरा पर निशाना साधते रहे हैं। पिछले दिनों ही बेअबदबी मामले में दायर चार्जशीट में गुरमीत रामरहीम का नाम भी जोड़ा गया। 

कांग्रेस के रुख से डेरा प्रेमीआहत 

डेरा प्रमुख ने तीन बार पैरोल की अर्जी लगाई, लेकिन हर बार नामंजूर हो गई। भले ही गुरमीत रामरहीम को सजा भाजपा सरकार में हुई है, लेकिन डेरा का झुकाव भाजपा की ओर ही रहा है। इस वजह से डेरा का समर्थन भाजपा के लिए खासा मायने रखता है। वीरेंद्र भारत ने बताया कि कांग्रेस की डेरा के प्रति जो नीति रही है, इससे पंजाब के डेरा प्रेमी भी खासे आहत हैं। इसलिए यह माना जा रहा है कि डेरा समर्थक भाजपा को समर्थन दे सकते हैं। डेरा का प्रभाव पंजाब की ग्रामीण सीटों पर सबसे ज्यादा है। राजनीतिक समीक्षकों का मानना है कि अब यदि पंजाब में भाजपा को डेरा ने समर्थन दे दिया तो कांग्रेस के बाद इसका सीधा नुकसान आम आदमी पार्टी को होगा, क्योंकि ग्रामीण इलाकों में आआपा के मतदाता सबसे अधिक हैं।

जानकारों का कहना है कि 2007 के विधानसभा चुनाव में डेरे ने कांग्रेस को समर्थन दिया था। तब अकाली दल अपनी पकड़ वाली सीटों पर भी हार गया था। हालांकि तब भाजपा के सहयोग से अकाली दल सरकार बनाने में कामयाब रहा था। 2007 में अकाली दल को 48 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं। भाजपा को 19 सीटों पर जीत मिली थी। इस वजह से अकाली सरकार बन गई थी। अकाली सरकार बनने के बाद डेरा के साथ रिश्तों में खटास आ गई थी। इससे डेरा ने सबक लेकर बीच के रास्ते पर चलना तय कर लिया था।  

पंजाब के 25 प्रतिशत लोग डेरों से जुड़े 

पंजाब में 2.12 करोड़ मतदाता हैं। 25 प्रतिशत लोग डेरे से जुड़े हुए हैं। प्रदेश में 12 हजार 581 गांव हैं। यहां डेरों की 1.13 लाख शाखाएं हैं। जाहिर है डेरा का झुकाव जिस ओर भी होगा, उस पार्टी के लिए जीत का गणित आसान हो सकता है। लोग डेरा की बात मानते हैं। लेकिन जब से रामरहीम जेल गया, तब से डेरा समर्थक भी वोट को लेकर किसी न किसी स्तर पर इधर-उधर हो जाते थे।  

गुरमीत राम रहीम को पैरोल मिलने का सीधा असर पंजाब की राजनीति में पड़ेगा। वीरेंद्र भारत ने कहा, उम्मीद है, डेरा भाजपा को समर्थन देगा। यदि ऐसा हुआ तो भाजपा के लिए यह खासा सियासी लाभ होगा। भाजपा को समर्थन देने की वजह यह है कि गुरमीत को जमानत मिली है। डेरा यूं भी भाजपा के प्रति झुकाव रखता है। दूसरा, डेरा को भी पता है कि दिल्ली में भाजपा की सरकार है। इसलिए डेरा भाजपा से सीधे-सीधे टकराव लेना भी नहीं चाहेगा, क्योंकि समर्थन देने में डेरे से भले ही कितनी भी गोपनीयता बरती जाए, लेकिन यह बात बाहर आ ही जाती है। 

बाबा का हुक्‍म माना जाएगा

डेरा समर्थकों का कहना है कि डेरा जिसे समर्थन देगा, उसे बाबा का हुक्‍म माना जाएगा। इस तरह से समर्थकों के वोट बिखरने का अंदेशा बहुत कम है। उम्मीद है कि इस बार यदि डेरा की ओर से समर्थन जिस भी दल को दे दिया गया, उसे कम से कम डेरा के 70 से 80 प्रतिशत समर्थक वोट डालेंगे। इसलिए पंजाब चुनाव के मौके पर गुरमीत की यह पैरोल खास मायने रख रही है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

पुलवामा हमले के लिए Amazon से खरीदे गए थे विस्फोटक

गोरखनाथ मंदिर और पुलवामा हमले में Amazon से ऑनलाइन मंगाया गया विस्फोटक, आतंकियों ने यूज किया VPN और विदेशी भुगतान

25 साल पहले किया था सरकार के साथ फ्रॉड , अमेरिका में हुई अरेस्ट; अब CBI लायेगी भारत

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies