भारत के लिए गर्व की बात है कि मॉरीशस में भारत के सहयोग से शुरू होने जा रही मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना के तहत एक स्टेशन का नाम महात्मा गांधी के नाम पर रखा जाएगा। मॉरीशस के प्रधानंमत्री प्रविंद जगन्नाथ ने कल स्वयं इस बात की घोषणा करते हुए भारत को धन्यवाद दिया। उल्लेखनीय है कि कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानममंत्री ने संयुक्त रूप से अनेक विकास परियोजनाओं का वर्चुअल उद्घाटन किया।
इन परियोजनाओं में मॉरीशस में भारत से सहायता प्राप्त सामाजिक आवास इकाई भी शामिल है। इस मौके पर दो और परियोजनाओं को भी शुरू किया गया। मोदी की उपस्थिति में प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ ने जानकारी दी कि मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना के एक प्रमुख मेट्रो स्टेशन का नाम 'महात्मा गांधी' स्टेशन रखने का फैसला लिया जा चुका है।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''भारत और मॉरीशस इतिहास, संस्कृति, भाषा तथा हिंद महासागर के साझा जल से मिले हुए हैं। आज हमारी मजबूत विकास साझेदारी दोनों देशों के घनिष्ठ संबंधों के एक प्रमुख स्तंभ के रूप में उभरी है। 2015 में मॉरीशस की अपनी यात्रा में मैंने भारत के समुद्री सहयोग के दृष्टिकोण 'क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास' को रेखांकित किया था। मुझे इस बात का आनन्द है कि समुद्री सुरक्षा सहित हमारे द्विपक्षीय सहयोग ने इस दृष्टिकोण को कार्यरूप में ढाला है।
मोदी ने कहा कि आने वाले दिनों में हम कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम करने वाले हैं। जैसे, क्षेत्रीय प्रत्यारोपण इकाई, फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, राष्ट्रीय पुस्तकालय और अभिलेखागार, मॉरीशस पुलिस अकादमी तथा अन्य अनेक परियोजनाएं। भारत हमेशा मॉरीशस के साथ खड़ा रहेगा। मोदी ने यह भी बताया कि मॉरीशस पहला देश था, जिसे भारत ने वैक्सीन मैत्री के तहत कोविड-19 की वैक्सीन भेजी थीं।
इस अवसर पर मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए भारत से मॉरीशस को 19 करोड़ अमेरिकी डॉलर की कर्ज सुविधा देने का करार भी किया गया।
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