मध्य प्रदेश स्थित शिवनी के पेंच टाइगर रिजर्व की रानी कही जाने वाली बाघिन की मौत हो गई। गौर करने वाली बात यह है कि कॉलर बाघिन के नाम से जानी जाने वाली मादा 23 बच्चों की मां थी, इसलिए पार्क के अंदर उसे ‘सुपर टाइग्रेस मॉम’ भी कहा जाता था। उसने अपने पूरे जीवन काल में 29 शावकों को जन्म दिया, जो एक विश्व रिकॉर्ड बताया जाता है। कॉलर बाघिन हमेशा पार्क के अंदर अपने शावकों के साथ चहलकदमी करते नजर आती थी। लेकिन कुछ दिनों से बीमार चल रही थी। वन्यप्राणी चिकित्सकों द्वारा विगत एक सप्ताह से लगातार उसकी निगरानी रखी जा रही थी। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
सोलह साल से ज्यादा उम्र की कॉलरवाली बाघिन को 2005 में उस समय की विख्यात बाघिन बड़ी मादा ने जन्म दिया था। मां की मौत के बाद उसकी विरासत को कॉलरवाली बाघिन टी 15 ने संभालकर अपनी पहचान बनाई। रविवार को टाइगर रिजर्व पार्क में ही बाघिन का पूरे विधि—विधान से अंतिम संस्कार किया गया है। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बाघिन की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि एमपी को टाइगर स्टेट का दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली, प्रदेश की शान और 29 शावकों की माता, पेंच टाइगर रिजर्व की ‘सुपर टाइग्रेस मॉम’ कॉलरवाली बाघिन को श्रद्धांजलि। पेंच टाइगर रिजर्व की 'रानी' के शावकों की दहाड़ से एमपी के जंगल सदैव गुंजायमान रहेंगे।
गौरतलब है कि रिजर्व पार्क में यह सबसे ज्यादा उम्र की बाघिन थी। खबरों के अनुसार कॉलर बाघिन ने मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बाघिन का जन्म सितंबर, 2005 में हुआ था। आठ बार में बाघिन ने 29 शावकों को जन्म दिया। एक बार में कॉलर बाघिन ने सबसे अधिक पांच शावकों तक को जन्म दिया। पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बाघिन की तस्वीर लेने की होड़ मची रहती थी। यूं कहें कि पेंच टाइगर रिजर्व की शान थी यह रानी। स्थानीय लोगों ने बाघिन की मृत्यु पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
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