मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दोपहर झुंगिया गेट (फर्टिलाइजर रोड) स्थित जनजाति समाज के अमृतलाल भारती के घर सहभोज में शामिल हुए। सीएम योगी ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, जमीन पर बैठकर प्रेमभाव से खिचड़ी खाई।
जनजाति के घर सहभोज में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि सहभोज सामाजिक समता की स्थापना का एक बड़ा और महत्वपूर्ण माध्यम है। भाजपा सामाजिक एकता के मिशन को लेकर सदैव आगे बढ़ी है। विकास, सुशासन व राष्ट्रवाद को आगे बढ़ाने के लिए पीएम मोदी ने 'सबका साथ-सबका विकास' का जो मंत्र दिया, उसे अंगीकार कर बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के सामाजिक समता के सपने को भी पूरा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता और न्याय की लड़ाई भाजपा ने लड़ी है। सामाजिक न्याय यह है कि शासन की योजनाओं का लाभ हर गरीब को मिले, हर तबके के लोगों को मिले, उनके साथ सामाजिक-आर्थिक भेदभाव न हो, और यही भाजपा का मूल मंत्र है। इस जनजाति बस्ती में सुशासन और विकास का संदेश देने और अस्पृश्यता की भावना को पूरी तरह समाप्त करने के संकल्प को पूरा करने के लिए आए हैं। समतामूलक समाज की स्थापना, भ्रष्टाचार मुक्त, अपराध मुक्त व्यवस्था, सुशासन का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले पांच साल में कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर गांव, हर गरीब, हर किसान, मजदूर, महिला, नौजवान तक बिना भेदभाव के पहुंचाया है। आज उसी का परिणाम है कि प्रदेश में 45 लाख गरीबों को आवास मिले, 2.61 करोड़ गरीबों के घरों में शौचालय बने, कोरोना महामारी के दौरान लोगों को मुफ्त डबल राशन दिया जा रहा है। समाजवादी पार्टी की सरकार को देखे तो मात्र 18,000 आवास उन्होंने पांच साल में दिया था। गरीबों के मकान पर कब्जा, जमीनों पर कब्जा होता था।
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