छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर एक महिला सहित तीन लोगों की हत्या कर दी। इनमें एक प्रेमी युगल था। दोनों नक्सली संगठने से जुड़े हुए थे और आत्म समर्पण कर घर बसाना चाहते थे। लेकिन नक्सलियों आरोप था कि ये पुलिस के मुखबिर थे।
बीजापुर में गंगालूर थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित गांव पुसनार-इडिनार में गुरुवार रात को जन अदालत लगाई थी। इसमें सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी में नक्सलियों ने युवक पुनेम, युवती मंगी और एक अन्य युवक को हाथ बांध कर पेश किया। नक्सलियों ने तीनों को गद्दार करार देते हुए कहा कि ये पुलिस तक उनकी सूचनाएं पहुंचाते थे। इसलिए इन्हें सजा दी जा रही है। इसी के साथ नक्सलियों ने धारदार हथियार से उनकी हत्या कर दी।
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि पुनेम और मंगी हार्डकोर नक्सली थे। पुनेम मिलिशया कमांडर था, जबकि मंगी मिलिशिया सदस्य थी। एक-दूसरे से प्रेम होने के बाद दोनों समर्पण कर अपना घर बसाना चाहते थे। लेकिन नक्सलियों को उनका यह फैसला नागवार गुजरा और उन्हें मौत के घाट उतार दिया। पुलिस रिकॉर्ड से पुनेम और मंगी का पता चल गया, लेकिन तीसरे युवक के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। इससे पहले, नक्सलियों ने कांकेर में जन अदालत लगाकर अपने ही साथी की गला रेत कर हत्या कर दी थी।
सुंदरराज के मुताबिक, नक्सलियों के खेमे में गुटबाजी है। खासतौर से पश्चिम बस्तर डिवीजन में डिवीजन कमेटी सचिव पापाराव का अपने कैडर पर नियंत्रण नहीं रहा। इसलिए नक्सली गुटों में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है और वे आपस में ही लड़कर मर रहे हैं।
नक्सलियों की जन अदालत
17 नवंबर, 2020- नक्सलियों ने सुकमा के जंगल में जन अदालत लगाकर दो युवकों को मार डाला।
21 अक्तूबर, 2020- बीजापुर में एक आरक्षक को अगवा कर जन अदालत लगा उसकी हत्या की थी।
2020 – नारायणपुर के अबूझमाड़ में दो युवकों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर गला रेत का हत्या कर दी।
2020- कांकेर जिले में जन अदालत लगा कर एक पूर्व सरपंच को मार डाला।
2020 -कांकेर जिले में पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर एक दिव्यांग युवक की हत्या कर शव सड़क किनारे फेंक दिया था।
2020 – सुकमा जिले में एक ग्रामीण पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा कर जन अदालत में हत्या कर दी।
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