उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने पिछले पौने पांच वर्षों में साढ़े चार लाख सरकारी नौकरियां देकर अपना संकल्प पूरा किया। कोविड 19 महामारी के दौरान भी योगी का मिशन रोजगार धीमा नहीं पड़ा। समय की जरूरत के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के खाली पद भर कर स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया गया। स्वास्थ्य क्षेत्र के ढांचे को सुदृढ़ बनाने की दिशा में उप्र लोक सेवा आयोग का बड़ा योगदान रहा, जिसने अन्य विभागों के साथ-साथ स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा में समयबद्ध , निष्पक्ष और त्वरित तरीके से भर्तियां करके नागरिकों को राहत दी। सार्वजनिक हित को दृष्टिगत रखते हुए उप्र लोक सेवा आयोग ने स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित पदों का चयन जल्द से जल्द वरीयता के आधार पर किया।
इस क्रम में एलोपैथिक चिकित्साधिकारी (श्रेणी-2) के 15 संवर्गों के 3620 पदों पर चयन सम्बन्धी कार्रवाई का विज्ञापन आयोग द्वारा 28 मई 2021 को जारी किया गया, जिसमें आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 28 जून थीष त्वरित कार्रवाई करते हुए आयोग ने अंतिम तिथि के एक महीने में अभ्यर्थियों का साक्षात्कार प्रारम्भ कर दिया। लगभग ढाई महीने में समस्त संवर्गों के लिए साक्षात्कार पूरे कर लिए गए। दो संवर्ग पीडियाट्रिक्स / एनेस्थेटिस्ट के परिणाम 18 अगस्त 2021 को जारी कर दिए गए। यही नहीं, समस्त संवर्गों का अंतिम परिणाम साक्षात्कार समाप्त होने के महीनेभर के अंदर ही दिनांक 2 नवंबर 2021 तक जारी कर दिया गया। इसके अतिरिक्त चिकित्सा विभाग के अन्य संवर्गों जैसे सहायक आचार्य पैथोलॉजी, कम्युनिटी मेडिसिन साइक्रियाटिक तथा एनेस्थीसिया के लगभग 82 पदों का परिणाम जारी किया गया। एमओएच सह सहायक आचार्य के 5 और सहायक आचार्य, ब्लड बैंक के 15 पदों का भी साक्षात्कार सम्पन्न हो चुका है। उक्त पदों का परिणाम इसी सप्ताह जारी कर दिया जाएगा, जबकि सहायक आचार्य के शेष पदों पर यथाशीघ्र साक्षात्कार कराने की कार्रवाई की जा रही है।
कोविड महामारी में स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए आयोग ने पारदर्शिता, निष्पक्षता सुनिश्चित रखते हुए अपनी गतिशीलता को और आगे बढ़ाया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं उप्र के अंतर्गत स्टाफ नर्स / सिस्टर (ग्रेड-2) (महिला एवं पुरुष) के 4743 पदों का विज्ञापन 16 जुलाई को जारी किया गया। आवेदन के लिए एक माह का समय दिया गया और मात्र डेढ़ मास में तीन अक्टूबर को लिखित परीक्षा आयोजित कर दी गई। उक्त पदों का अंतिम चयन परिणाम जारी कर दिया गया है।
आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत ने बताया कि विज्ञापन जारी होने के लगभग पांच माह में ही स्टाफ नर्स के 4743 पदों पर चयन की प्रक्रिया पारदर्शी रूप से पूर्ण की गई, जो अपने आप में एक प्रेरणास्पद मानदण्ड है। उन्होंने इसके लिए आयोग कार्मिकों की प्रतिबद्धता और संकल्प और आयोग की कार्य संस्कृति को सराहा, जिन्होंने कोविड 19 महामारी की अवधि में भी स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए राष्ट्रहित में अपना योगदान किया। उन्होंने बताया कि स्टाफ नर्स (पुरुष) की शेष 448 रिक्तियों का विज्ञापन भी इसी माह जारी कर दिया जाएगा।
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