मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुनावी समर में जिलों में दौरों को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव सहित अन्य दलों के नेताओं को पछाड़ दिया है। सीएम योगी पिछले 156 दिनों में 100 से ज्यादा बार जिलों का दौरा कर चुके हैं और उन्होंने हर दौरे में शासन की योजनाओं को धरातल पर परखा। कोरोना प्रबंधन, बाढ़ राहत और विकास की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
सीएम योगी ने पिछले पांच माह में औसतन हर माह 20 जिले का दौरा किया है और विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं। यह स्थिति तब है, जब वह लखनऊ में रोजाना सुबह उच्चाधिकारियों के साथ बैठक के अलावा अन्य शासकीय कार्यों और बैठकों आदि में व्यस्त रहते हैं। दिसंबर माह में ही वह 23 से अधिक जिलों में पहुंचे, जहां उन्होंने योजनाओं का लोकार्पण या शिलान्यास किया।
प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर पिछले छह महीने से माहौल राजनीतिक बना हुआ है। दूसरे राज्यों के भी विभिन्न दलों के नेता अपने एजेंडे लेकर चुनावी मैदान में उतर चुके हैं, लेकिन उनकी राजनीति ट्विटर और मीडिया में बयानों तक ही सीमित है। जबकि सीएम योगी ने पौने पांच साल में कुछेक जिलों को छोड़ दें, तो करीब हर जिले का तीन से चार बार दौरा किया है, जबकि वर्ष 2017 के पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री विशेष मौकों पर ही जिलों के दौरों पर निकलते थे। इसमें भी नोएडा और अयोध्या सहित कुछ जिले तो ऐसे थे, जिनमें तत्कालीन मुख्यमंत्री जाने से कतराते थे।
सीएम योगी ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पिछले साल मई में 26 दिनों में 18 मंडलों और 40 जिलों का दौरा किया था। इस दौरान वह लोगों के सुख-दुख में शामिल हुए और शहरों से लेकर गांवों तक का दौरा किया। साथ ही उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल कमांड सेंटर आदि का भी निरीक्षण किया था।
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