कोरोना वायरस के खतरे और पाबंदियों के बीच वाराणसी में लोगों ने नए साल 2022 का स्वागत किया। भगवान शिव की नगरी काशी में आरती, शंखनाद और मंत्रोच्चार के साथ लोगों ने नए साल पर जश्न मनाया। आज सुबह से ही गंगा के घाटों में लोग पहुंचने लगे थे, जहां लोगों ने मां गंगा को नमन किया और आने वाले साल में सुख-शांति और खुशहाली की कामना की।
आज सुबह अस्सी घाट पर पारंपरिक रूप से मां गंगा की आरती की गई। नए साल में भगवान शिव के दर्शन के लिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। गंगा आरती देखने के लिए देशभर से श्रद्धालु पहुंचे। गंगा के घाटों में वैदिक मंत्रोच्चारण से माहौल भक्तिमय रहा। दीयों की रोशनी से दशा सुमेर घाट जगमगा रहा था।
वाराणसी के घाट पर महिलाओं ने शंखनाद किया। वहीं, यज्ञशाला के चारों ओर श्रद्धालु बैठकर हवन करके खुशहाली की कामना कर रहे थे। नए साल के अवसर पर वाराणसी के अस्सी घाट पर गंगा आरती की गई, जिसमें शामिल होने के लिए देशभर से लोग आए थे। दीयों की जगमगाहट और मां गंगा के गूजते जयकारों से माहौल और भी भक्तिमय बन गया था। घाटों में जहां कुछ लोग संस्कृत के श्लोकों का पाठ करके पूजा-अर्चना कर रहे थे। वहीं, कुछ कलाकार भक्तिगीत गा करके देवी-देवताओं की आराधना कर रहे थे।
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