इस्लाम त्याग कर सनातन धर्म में वापसी करने वाले जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी का कहना है कि एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अच्छी सरकारी नीतियों का विरोध करते हैं। ओवैसी का काम हर सरकारी नीति का विरोध करना है, चाहे उससे मुसलमानों का फायदा ही क्यों न हो रहा हो। लड़कियों की शादी की उम्र 21 वर्ष करना सही फैसला है।
जितेंद्र त्यागी ने कहा कि शादी की उम्र 21 वर्ष होगी तो मुस्लिम लड़कियां पढ़-लिख लेंगी और इससे सामाजिक परिवर्तन आएगा और तीन तलाक जैसे मामले कम होंगे। ये बातें मुस्लिम कट्टरपंथी नहीं समझेंगे और असद्दुदीन ओवैसी जैसे लोग इसका विरोध करते हुए सरकार को कोसेंगे। ओवैसी नासमझ हैं, उन्हें सरकार की हर नीति में खोट नजर आता है।
त्यागी ने फिर दोहराया कि देश मे बहुत से मुस्लिम सनातन धर्म में वापसी करना चाहते हैं। हमारे पूर्वज हिंदू ही थे, जिन्हें मुगलों ने जबरन मुस्लिम बनाया था। स्वामी सहजानंद सेवा संस्थान असोड़ा में त्यागी का स्वागत स्वामी अमृतानन्द जी और विधायक विजय पाल ने किया।
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