उल्लेखनीय है कि इंदौर के लोधी मोहल्ले में रहने वाले 18 वर्षीय आदित्य पुत्र रंजीत वर्मा ने 30 जुलाई को अमेजन से आनलाइन जहर मंगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसकी मौत के 19 दिन बाद जब पिता को बेटे की मौत का कारण पता चला था। उन्होंने बेटे की सामग्री की जांच की, जिसमें पता चला कि उसने अमेजन से आनलाइन 10 ग्राम जहर बुक किया था। 30 जुलाई को जहर खाने के बाद उसे स्वजन ने चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसकी मौत हो गई थी।
राजेन्द्र नगर थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया था। अमेजन की रसीद मिलने के बाद पिता ने छत्रीपुरा थाना पुलिस को अमेजन कंपनी के खिलाफ शिकायत की थी। पिता का कहना था कि अमेजन कंपनी बेटे की मौत का कारण है। वह आनलाइन जहर बेच रही है। यदि वह घर पर डिलेवरी नहीं करती तो बेटे की मौत नहीं होती।
छत्रीपुरा थाना प्रभआरी सिंघल ने बताया था कि आदित्य वर्मा की मौत के मामले में उसके पिता ने 18 अगस्त को कंपनी के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया था। उन्होंने बताया था कि बेटे ने 22 जुलाई को अमेजन से आनलाइन जहर बुक किया था। कंपनी ने 27 जुलाई को जहर घर भेज दिया। इसके बाद 29 जुलाई को उसने जहर खाया और उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। कंपनी के खिलाफ शिकायत आने के बाद स्थानीय डिस्ट्रीब्यूटर से पूछा गया कि वे घर पर जहर भेज सकते हैं या नहीं। साथ ही जहर भेजने वाली एजेंसी के बारे में पता लगाया गया। पिता ने जहर बुक करने की रसीद व मोबाइल के स्क्रीन शार्ट भी दिए थे। इसके आधार पर मामले की जांच की गई और जांच के बाद शुक्रवार को दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
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