कम्युनिस्ट विस्तारवादी चीन की एक और खतरनाक हरकत का खुलासा हुआ है। पता चला है कि देश अपने खतरनाक मंसूबों को अंजाम देते हुए अब ऐसी मिसाइलें तैयार कर रहा है जिन्हें पानी के जहाजों से कंटेनरों में छुपाया जा सकेगा और विश्व के किसी भी देश पर अचानक हमला बोला जा सकेगा।
चीन के इस शैतानी षड्यंत्र का खुलासा होने पर रक्षा विशेषज्ञ सतर्क हो गए हैं। चीन ने अपने इस मंसूबे पर काम करना शुरू कर दिया है और ऐसी वह ऐसी खास तरह की मिसाइलें बनाने में जुट चुका है। ये मिसाइलें पानी के जहाज से कंटेनरों में छुपाकर ले जाई जा सकेंगी। उन्हें दुनियाभर के समुद्रतटों पर तस्करी के रास्ते ले जाकर तबाही मचाई जा सकेगी। चीन ऐसी मिसाइलों को बिना कोई चेतावनी दिए दाग सकेगा।
- चीन की एक और खतरनाक हरकत का खुलासा हुआ है।
- ऐसी मिसाइलें तैयार कर रहा है जिन्हें पानी के जहाजों से कंटेनरों में छुपाया जा सकेगा
- दस लाख से ज्यादा उइगर मुस्लिमों को प्रताड़ित किया जा रहा है
- नागरिक जहाजों पर हथियार को छुपाकर ले जाना अंतरराष्ट्रीय कानून के विरुद्ध हो सकता है।
दुनिया के तमाम देशों ने इस बात पर चीन की भर्त्सना की है कि उसके यहां यातना शिविरों में दस लाख से ज्यादा उइगर मुस्लिमों को प्रताड़ित किया जा रहा है। उधर ड्रैगन इन आरोपों से कन्नी काटता रहा है। ऐसे माहौल में चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी जब चाहे किसी भी देश में अराजकता पैदा करने के लिए कंटेनरों में छुपी मिसाइलें दाग सकता है।
चीन का यह पूरा इंतजाम किसी भी देश के बंदरगाह पर पहुंचकर अचानक हमला बोलने की काबिलियत देने के लिए है। रक्षा क्षेत्र में अध्ययन—विश्लेषण करने वाली संस्था 'इंटरनेशनल असेसमेंट एंड स्ट्रैटेजी सेंटर' से संबद्ध रिक फिशर का कहना है कि बहुत संभव है चीन के पास गुप्त मिसाइलें हैं। मौजूदा वक्त में अमेरिका तथा चीन, दोनों के बीच आर्थिक तथा सैन्य महाशक्ति बनने की जंग छिड़ी है। उधर ताइवान को लेकर भी इन दोनों देशों में तनाव बना हुआ है। चीन की कोशिश है कि वह किसी भी तरह ताइवान को हड़प ले। लेकिन इसमें अमेरिका ने उसके रास्ते में रोड़ा अटकाया हुआ है।
उल्लेखनीय है कि दुनिया के तमाम देशों ने इस बात पर चीन की भर्त्सना की है कि उसके यहां यातना शिविरों में दस लाख से ज्यादा उइगर मुस्लिमों को प्रताड़ित किया जा रहा है। उधर ड्रैगन इन आरोपों से कन्नी काटता रहा है। रिक फिशर का कहना है कि, ऐसे माहौल में चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी जब चाहे किसी भी देश में अराजकता पैदा करने के लिए कंटेनरों में छुपी मिसाइलें दाग सकता है। उधर रक्षा विषयों के थिंक टैंक 'स्टॉकटन सेंटर फॉर इंटरनेशनल लॉ' का कहना है कि नागरिक जहाजों पर हथियार को छुपाकर ले जाना अंतरराष्ट्रीय कानून के विरुद्ध हो सकता है।
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