मणिपुर पुलिस और असम राइफल्स की टीम ने एक संयुक्त अभियान चलाकर 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का नशीला पदार्थ बरामद किया है। खबरों के अनुसार पिछले सोमवार को मणिपुर पुलिस और असम राइफल्स को गुप्त सूचना मिली कि मोरेह टाउन में नशे की बड़ी खेप लाई गई है। जिसे कई स्थानों पर सप्लाई किया जाना था। इसके बाद असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने मिलकर एक योजना बनाई और उसी योजना के मुताबिक एक संयुक्त अभियान के तहत मोरेह टाउन के एक ठिकाने पर छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस दौरान नशे की बड़ी खेप बरामद की गई है। बरामद किए गए नशीले पदार्थ की कीमत 500 करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी गई है। अब पुलिस और असम राइफल्स के अधिकारी ये पता लगाने में जुटे हैं कि ये ड्रग्स कहां से लाई गई और इसे कहां-कहां सप्लाई किया जाना था। खास बात यह है कि जिस घर से ड्रग्स की खेप बरामद की गई है, उस महिला का पति चीन का नागरिक है। इस मामले में म्यांमार के एक नागरिक को भी गिरफ्तार किया है।
असम राइफल्स के अनुसार म्यांमार सीमा से सटे मोरे़ह शहर के एक घर से करीब 54 किलो ब्राउन शुगर और करीब 154 किलो प्रतिबिंधित मेथामफेटाइन (आईएस मेथ) बरामद किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस खेप की कीमत 500 करोड़ से भी ज्यादा आंकी जा रही है। जिस घर से खेप बरामद की गई है, वो एक म्यांमार की रहने वाली महिला का घर है. ये महिला फिलहाल म्यांमार के मैडेले शहर में रहती है।
असम राइफल्स के एक प्रवक्ता के मुताबिक, उत्तर पूर्व के राज्यों के उग्रवादी संगठनों के लिए नारको-टेरेरिज्म फंडिंग का एक बड़ा जरिया है। यही वजह है कि उत्तर-पूर्व के युवाओं में ड्रग्स की लत तेजी से फैल रही है।अपने बयान में कहा कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में ड्रग्स के गोल्डन-ट्राइंगल से इस नारको-टेरेरिज्म के तार जुड़े हो सकते हैं। मणिपुर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
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