गोलियों से छलनी होता रहा शरीर फिर भी मेजर शैतान सिंह ने अंतिम सांस तक नहीं छोड़ा था मोर्चा
Sunday, May 29, 2022
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • Subscribe
होम भारत

गोलियों से छलनी होता रहा शरीर फिर भी मेजर शैतान सिंह ने अंतिम सांस तक नहीं छोड़ा था मोर्चा

उत्तराखंड ब्यूरो by उत्तराखंड ब्यूरो
Nov 18, 2021, 03:34 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
मेजर शैतान सिंह (फाइल फोटो)

मेजर शैतान सिंह (फाइल फोटो)

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail
मेजर शैतान सिंह के शहादत का दिन है आज, मरणोपरांत दिया गया था परमवीर चक्र

कुमाऊं रेजिमेंट के महान नायक मेजर शैतान सिंह का आज बलिदान दिवस है। 1962 में चीन युद्ध के दौरान कुमाऊं रेजीमेंट के मेजर शैतान सिंह ने 17 हजार फीट ऊंचे चुसूल सेक्टर के रेजांग्ला में भारी बर्फवारी के बीच दुश्मनों का बहादुरी के साथ मुकाबला किया। शैतान सिंह का शरीर गोलियों से छलनी होता रहा। किंतु आखिरी सांस तक उन्होंने मोर्चा नहीं छोड़ा और वीरगति को प्राप्त हुए। मरणोपरांत उन्हें परमवीर चक्र दिया गया था।

एक दिसंबर 1924 को जोधपुर राजस्थान के बाणासर गांव में ले. कर्नल हेम सिंह के घर में पैदा हुए मेजर शैतान सिंह ने एक अगस्त 1949 को कमीशन प्राप्त किया और कुमाऊं रेजीमेंट में नियुक्ति प्राप्त की। 1962 में चीन ने उत्तरी सीमाओं पर तीव्र आक्रमण कर दिया। मेजर शैतान सिंह इन्फैंट्री बटालियन की एक कंपनी का नेतृत्व कर रहे थे और 17 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित रेजांग्ला में तैनात थे। 18 नवंबर 1962 को चीन की सेना ने भारी मोर्टार तोपों और छोटे हथियारों से इस कंपनी पर अप्रत्याशित ढंग से गोलाबारी शुरू कर दी। कुमाऊं रेजीमेंट की कंपनी में 120 सैनिक तैनात थे, जबकि दुश्मनों की संख्या काफी अधिक थी। इसके बावजूद भारतीय सेना ने कई दुश्मनों को मार गिराया। जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए मेजर शैतान सिंह एक पोस्ट से दूसरी पोस्ट पर निर्भीक होकर दौड़ते रहे और स्वयं गोलाबारी करते हुए साथियों को हौसला देते रहे।

इसी बीच उनके कंधे और पेट में गोलियां लग गई और उनका खून लगातार बहता रहा। वह अंतिम सांस  तक लड़ते रहे। शरीर ढीला पड़ जाने पर जवानों ने उन्हें मोर्चे से हटाने का प्रयास किया, किंतु भारी मशीनगनों की गोलाबारी के बीच फंसे मेजर शैतान सिंह ने सैनिकों को वहां से हटाकर उन्हें जान बचाने का आदेश दिया। रेजांग्ला में उस वक्त भारी बर्फवारी हो रही थी। इसी दौरान उन्होंने अपनी सांसे छोड़ दी। विपरीत परिस्थितियों में अप्रतिम बहादुरी का परिचय देने के लिए मेजर शैतान सिंह को मरणोपरांत सर्वोच्च वीरता पदक परमवीर चक्र दिया गया। इस युद्ध में कुमाऊं रेजीमेंट के 114 जवान शहीद हुए थे। मेजर शैतान सिंह की वीर गाथा को उत्तराखंड के हर फौजी परिवार में सुना जाता है। रानीखेत में कुमाऊं रेजिमेंट मुख्यालय के संग्रहालय में मेजर शैतान सिंह के विषय मे पूरी वीरगाथा विस्तार से दर्ज है।
 

ShareTweetSendShareSend
Previous News

अखिलेश यादव का अब ‘चिलमजीवी’ बयान, संत समाज में आक्रोश, कहा- अपमान के लिए मांगें क्षमा

Next News

21 साल बाद परिसंपत्तियों के बंटवारे की जगी आस, सीएम योगी और धामी के बातचीत में 20 हजार करोड़ के विवादों पर निकला हल

संबंधित समाचार

‘पूरे ब्रह्मांड के सभी लोग हैं सनातनी, किए गए हैं कन्वर्ट, हिम्मत दिखाकर मूल धर्म में वापस आ जाएं’

‘पूरे ब्रह्मांड के सभी लोग हैं सनातनी, किए गए हैं कन्वर्ट, हिम्मत दिखाकर मूल धर्म में वापस आ जाएं’

रोजगार देने वाला बनेगा युवा

उत्तर प्रदेश की 75 सीटों के लक्ष्य को लेकर हम आगे बढ़ेंगे : योगी

मलेशियाई महिला ने खुद के मुस्लिम होने को कोर्ट में दी चुनौती, कहा- मुझे इस्लाम बिल्कुल पसंद नहीं

मलेशियाई महिला ने खुद के मुस्लिम होने को कोर्ट में दी चुनौती, कहा- मुझे इस्लाम बिल्कुल पसंद नहीं

कश्मीर फाइल्स के बाद का कश्मीर…

कश्मीर फाइल्स के बाद का कश्मीर…

मुजफ्फरपुर और मधुबनी में लव जिहाद, एक लड़की की हत्या, दूसरी गायब

‘फिल्मी दुनिया में काम दिलाने के नाम पर हिंदू लड़कियों का कन्वर्जन कराता है दबीर सिद्दकी’, महिला ने की शिकायत

10 से 10 तक : शादीशुदा अजीज से परेशान हिंदू युवती ने दे दी जान, कन्वर्जन का बना रहा था दबाव

10 से 10 तक : शादीशुदा अजीज से परेशान हिंदू युवती ने दे दी जान, कन्वर्जन का बना रहा था दबाव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘पूरे ब्रह्मांड के सभी लोग हैं सनातनी, किए गए हैं कन्वर्ट, हिम्मत दिखाकर मूल धर्म में वापस आ जाएं’

‘पूरे ब्रह्मांड के सभी लोग हैं सनातनी, किए गए हैं कन्वर्ट, हिम्मत दिखाकर मूल धर्म में वापस आ जाएं’

रोजगार देने वाला बनेगा युवा

उत्तर प्रदेश की 75 सीटों के लक्ष्य को लेकर हम आगे बढ़ेंगे : योगी

मलेशियाई महिला ने खुद के मुस्लिम होने को कोर्ट में दी चुनौती, कहा- मुझे इस्लाम बिल्कुल पसंद नहीं

मलेशियाई महिला ने खुद के मुस्लिम होने को कोर्ट में दी चुनौती, कहा- मुझे इस्लाम बिल्कुल पसंद नहीं

कश्मीर फाइल्स के बाद का कश्मीर…

कश्मीर फाइल्स के बाद का कश्मीर…

मुजफ्फरपुर और मधुबनी में लव जिहाद, एक लड़की की हत्या, दूसरी गायब

‘फिल्मी दुनिया में काम दिलाने के नाम पर हिंदू लड़कियों का कन्वर्जन कराता है दबीर सिद्दकी’, महिला ने की शिकायत

10 से 10 तक : शादीशुदा अजीज से परेशान हिंदू युवती ने दे दी जान, कन्वर्जन का बना रहा था दबाव

10 से 10 तक : शादीशुदा अजीज से परेशान हिंदू युवती ने दे दी जान, कन्वर्जन का बना रहा था दबाव

‘अब नहीं होता पूर्वोत्तर के साथ भेदभाव’

‘अब नहीं होता पूर्वोत्तर के साथ भेदभाव’

‘पहाड़ नहीं चढ़ पाएगी आआपा’

‘पहाड़ नहीं चढ़ पाएगी आआपा’

ब्राजील में बारिश और भूस्खलन से 37 लोगों की मौत

ब्राजील में बारिश और भूस्खलन से 37 लोगों की मौत

औरतें दिखाई ही न दें, ऐसा कर रहा है तालिबान

औरतें दिखाई ही न दें, ऐसा कर रहा है तालिबान

  • About Us
  • Contact Us
  • Advertise
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • Vocal4Local
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies