तेलंगाना के मंदिरों के शहर कहे जाने वाले भद्राचलम को आईआरसीटीसी की रामायण सर्किट योजना में जोड़ा गया है। केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी ने खुशी जाहिर करते हुए आईआरसीटीसी की रामायण सर्किट रेलगाड़ी में भद्राचलम को एक गंतव्य के रूप में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि रामायण यात्रा रेलगाड़ी भद्राचलम रोड स्टेशन सहित भगवान श्री राम की जीवनकाल की यात्रा के सभी महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ती है।
भद्राचलम में है देवी सीता का मंदिर
भद्राचलम से करीब 32 किलोमीटर दूर पर्णशाला नाम की एक जगह है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, भगवान राम ने अपने 14 वर्षों के वनवास का एक हिस्सा इसी जगह पर बिताया था और रावण ने इसी जगह से देवी सीता का अपहरण किया था। पर्णशाला में देवी सीता के पैरों के निशान मौजूद हैं, स्वर्ण हिरण बनकर आए मारीच की तस्वीर और भिक्षाटन के लिए सन्यासी बनकर आए रावण की भी तस्वीरें मौजूद हैं।
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