प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को केदारनाथ धाम पहुंचे। उनके कार्यक्रम को देशभर के विभिन्न मंदिरों से वर्चुअल माध्यम से जोड़ा गया। राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित मनकामेश्वर मंदिर पर बड़ी स्क्रीन लगाई गयी। यहां मंदिर की महंत देव्या गिरि, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, नगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा, विधायक नीरज बोरा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि भारत की अपनी सांस्कृतिक परम्परा है। हमारे देश की कुछ संस्कृति है। उस पर काम करते-करते, उसे बचाते हुए आगे ले जाने के लिए लाखों-करोड़ों लोगों ने बलिदान दिए हैं। संतों महात्माओं की देश की सुरक्षा की परम्परा रही है। जनसामान्य में जागरण करने की, अलग-अलग परम्पराएं हैं। राजनीतिक क्षेत्र के लोगों का भी यह कार्य है कि वे समाज के विभिन्न वर्गों और भारत की संस्कृति को बचाकर रखें। मंदिरों की पवित्रता को कायम रखने में मदद करें। राजनीतिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को भी जातिवाद, क्षेत्रवाद, व्यक्तिवाद, परिवारवाद से ऊपर उठकर काम करना किसी को नकारने की बात नहीं है। ऐसे महत्वपूर्ण स्थलों की पवित्रता रखना हम सब राजनीतिक लोगों का काम है। जनसामान्य की सेवा करना, उनके लिए जो आवश्यकता है, वह पूरा होना चाहिए।
कांग्रेस के आरोप पर उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि सरदार पटेल पहले ही चले गये। अगर कुछ समय वह और रहे होते तो बहुत पहले ही अनुच्छेद 370 समाप्त हो गया होता। राम मंदिर का निर्माण हो जाता। दुनिया में जयजयकार हो जाता। यह काम वह कर लेते तो हमें करने की क्या आवश्यकता होती। आज पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश में जो हिन्दू पलायन कर रहे थे, जिनका उत्पीड़न हो रहा था, आज उन्हें यहां आमंत्रित किया गया। आज उन्हें सम्मान मिला है। देश में अगर शौचालय बन जाता, सबका पक्का मकान बन जाता तो हमारी आवश्यकता क्या थी। संत समाज सुरक्षित रहता, मठ मंदिर सुरक्षित रहते और भव्य मंदिर बन गया होता तो अब जरूरत नहीं रहती। देश में प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सबकुछ सुरक्षित है और भारत विश्वगुरु बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर में भगवान शिव की आराधना की।
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