देशभर में शनिवार को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा। यह पर्व भाई-बहन के प्रेम का पर्व है। इस दिन बहनें भाईयों का तिलक कर उनकी दीर्घायु की कामना करती हैं और भाई उनकी रक्षा का वचन देते हैं। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन मनाया जाता है। पं. देवेन्द्र शुक्ल शास्त्री के मुताबिक मान्यता है कि इस दिन बहन के द्वारा अपने हाथ से भाई को भोजन कराने से भाई की उम्र बढ़ती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं। इस दिन बहन के घर भोजन करने का विशेष महत्व है।
उन्होंने बताया कि भैया दूज पर भाई के तिलक के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजकर 10 मिनट से 9:33 बजे तक शुभ चौघड़िया, दोपहर 12:19 बजे से शाम 4:27 बजे तक चर, लाभ और अमृत के चौघड़िया रहेंगे। इस समय में भाई का तिलक करना शुभकारी होगा। उन्होंने बताया कि इस दिन भाई अपनी बहन के घर तिलक करवाने जाते हैं। इसके पीछे भी मान्यता है कि यम इसी दिन अपनी बहन यमुना के घर गए थे। उन्होंने बताया कि इस दिन भाई-बहन के द्वारा यमुना जी में स्नान करने का भी विशेष महत्व होता है। उन्होंने बताया कि इस दिन यमराज ने भी अपनी बहन यमुना के घर जाकर उनसे तिलक करवाया था और उनके यहां भोजन किया था। उन्होंने बताया कि तिलक करवाने के बाद बहनों को कुछ उपहार स्वरूप अवश्य देना चाहिए।
टिप्पणियाँ