उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड की कोशिश है कि चारधाम कपाट बंद होने के बाद शरद काल में भी हिमालय तीर्थ स्थलों पर तीर्थ यात्री यहां आएं। इस बारे में महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं।
उत्तराखंड ब्यूरो
उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड की कोशिश है कि चारधाम कपाट बंद होने के बाद शरद काल में भी हिमालय तीर्थ स्थलों पर तीर्थ यात्री यहां आएं। इस बारे में महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक देवस्थानम बोर्ड की बैठक में पंच बद्री, पंच केदार, पंच प्रयाग के दर्शनों के लिए तीर्थयात्रियों को सुविधाएं देने के लिए प्रबन्धन किये जाने के लिए चर्चा कर महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। ये वे तीर्थस्थल हैं, जो कि बारह मास खुले रहते हैं और यहां तक आल वेदर रोड भी पहुंच गई है।
देवस्थानम बोर्ड और उत्तराखंड सरकार इन तीर्थस्थलों के लिए शरद काल में प्रचार—प्रसार करके, होटल—रेस्तरां आदि की बेहतर सुविधाएं देकर तीर्थयात्रियों को आकर्षित करना चाहती है। ये वे तीर्थ स्थल हैं, जहां चारों धामों की डोलियां आकर गद्दी पर स्थापित होती हैं और द्वार खुलने पर पुनः वहां वापस जाती हैं। ओंकेश्वर उखीमठ, नृसिंह मन्दिर जोशीमठ, मुखबा मन्दिर उत्तरकाशी आदि तीर्थ स्थलों पर पूरे शरदकाल में देश—विदेश के श्रद्धालुओं का आना जारी रहे, इस ओर केंद्र और राज्य सरकार मिलकर और भी फैसले लेने जा रही है। इस बारे में तीर्थ—पुरोहितों के साथ भी वार्ता चल रही है।
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