यूपी एटीएस द्वारा पकड़ा गया मौलाना कलीम सिद्दीकी को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं। अकेले उत्तर प्रदेश ही नहीं अन्य राज्यों में भी कन्वर्जन मुहिम में जुटा था मौलाना कलीम सिद्दीकी
यूपी एटीएस द्वारा पकड़ा गया मौलाना कलीम सिद्दीकी को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं। शाहीन बाग दिल्ली में 2006 में आकर बसे मौलाना कलीम सिद्दीकी पर नैनीताल के रहने वाले हिन्दू युवक नितिन पन्त को भी मुस्लिम बनाये जाने का आरोप हैं।मुज्जफरनगर के खतौली कस्बे के फुलत में मदरसा जामिया इमाम वलीउल्लाह इस्लामिया को 1987 से संचालित करने वाला मौलाना कलीम सिद्दीकी को मुज्जफरनगर से मेरठ आते वक्त गिरफ्तार कर लिया। उस पर कन्वर्जन करने वाले मदरसों को फंडिंग करने का आरोप है। डासना में हुई साधु की हत्या में जिस मौलाना उमर गौतम का नाम सामने आया, उसके मदरसे के ट्रस्ट को मौलाना कलीम सिद्दीकी ने फंडिंग की थी। इस घटना की जांच यूपी की एटीएस कर रही थी। जानकारी के मुताबिक एटीएस ने मौलाना कलीम सिद्दीकी के सौ से ज्यादा वीडियो यूट्यूब पर खंगाले हैं, जिसमें उसके द्वारा लोगों को इस्लाम कबूलने के लिए उकसाने जैसे विषय सामने आए हैं।
जानकारी के मुताबिक पिछली जुलाई में नैनीताल के युवक नितिन पन्त के इस्लाम कबूलने का मामला सुर्खियों में आया था। 2010 से नितिन पंत का ब्रेन वाश करने का काम शुरू हुआ था। राजस्थान स्थित भिवाड़ी में पन्त को हिन्दू से मुस्लिम बनाया गया और मेवात में मदरसे में लाकर उसे इस्लामिक तौर तरीके सिखाये गए। खबरों के मुताबिक नितिन पन्त अकेला नहीं था, उसके साथ कई हिन्दू युवक—युवतियां और भी थे, जिन्हें विदेशों में नौकरी दिलाने के लालच में मुस्लिम बनाया गया था।
इस्लामीकरण के इस काम में मौलाना कलीम सिद्दीकी के बेटे अहमद और असद उनकी बेटियां आसमां और मसमां भी शामिल रहती हैं। नितिन पन्त जब हाल ही में उनके चंगुल से निकला तो उसने बालाजी घाट, सहारनपुर में अतुल तुली के सानिध्य में हिदू धर्म में वापसी की थी। जानकारी के अनुसार 2014 से अब तक मेरठ जिले में कन्वर्जन के तीन मामले कंकरखेड़ा, मुंडाली और सरधना थाने में दर्ज हुए थे।
मौलाना कलीम सिद्दीकी के मदरसों को फंडिंग मुस्लिम देशों से की जाती रही है। देश में भी कई प्रभावशाली लोगों से उनसे संपर्क हैं। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब में उनके मदरसों का फैलाव है। 1993 तक वह मुज्जफरनगर से अपना केंद्र चलाता था। 2006 में वह दिल्ली स्थित शाहीन बाग आकर अपना राजकाज चलाने लगा और रसूखदार मुस्लिमों में पैठ जमाने लगा।
बहरहाल, अभी उससे पूछताछ का सिलसिला जारी है। कन्वर्जन से जुड़े कई अहम खुलासे होने बाकी हैं।
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