ब्रह्मोस एयरोस्पेस, यूपी के डिफेंस कॉरिडोर में ब्रह्मोस मिसाइल बनाएगी. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार से 200 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया था. प्रदेश सरकार ने भूमि आवंटन के लिए सहमति दे दी है. 100 से अधिक ब्रह्मोस मिसाइल अगले तीन वर्षों में बनाए जाने की योजना है.
ब्रह्मोस कम दूरी की रैमजेट, सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है. यह 10 मीटर की ऊँचाई पर उड़ान भर सकती है और रडार की पकड़ में नहीं आती. ब्रह्मोस अमेरिका की टॉम हॉक से लगभग दोगुना अधिक तेजी से वार कर सकती है, इसकी प्रहार क्षमता भी टॉम हॉक से अधिक है. रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया तथा भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने संयुक्त रूप से इसको विकसित किया है. यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है. ब्रह्मोस मिसाइल बनाने के लिए आंवटित होने वाली भूमि पर 300 करोड़ निवेश कर जो ब्रह्मोस प्रोडक्शन सेंटर बनेगा, उसमें करीब पांच सौ इंजीनियर तथा तकनीक के जानकार लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा. इसके अतिरिक्त करीब पांच हजार लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा और 10 हजार लोगों को इस प्रोडक्शन सेंटर से काम मिलेगा.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2018 में इन्वेस्टर्स समिट के दौरान यूपी में डिफेंस कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी. जानकारी के अनुसार अलीगढ़ क्षेत्र में फैक्ट्री लगाने के लिए 29 कंपनियों ने अपने प्रस्ताव सरकार को सौंपे और फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया. इसी प्रकार लखनऊ क्षेत्र में 11, झांसी में छह, कानपुर में आठ कंपनियों ने फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. यूपीडा ने विभिन्न कंपनियों से मिले प्रस्तावों को आगे बढ़ाते हुए अलीगढ़ क्षेत्र में 19 अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को 55.4 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है. इसी प्रकार कानपुर क्षेत्र मे दो कंपनियों को चार एकड़ तथा झांसी में एक कंपनी को 15 एकड़ भूमि आंवटित की गई है.
यूपी के डिफेंस इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर में एंकर रिसर्च लैब एलएलपी अलीगढ़ क्षेत्र में 550 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है. कंपनी को यूपीडा ने 10 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है. इसी प्रकार सडिकेट इनोवेशन इंटरनेशनल को भी 10 हेक्टेयर भूमि आंवटित की गई हैं, यह कंपनी 150 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है. 100 करोड़ रुपए का निवेश करने वाली जय साई अनु ओवरसीज को 4.5 हेक्टेयर भूमि, 98.25 करोड़ रुपए का निवेश कर रही मिल्कर डिफेंस प्रा.लि. को चार हेक्टेयर भूमि तथा 40 करोड़ का निवेश कर रही ट्रैकट्रिक्स आप्टो डायनामिक को दो हेक्टेयर भूमि आंवटित कर दी गई है. इसके अलावा नित्य क्रिएशन इंडिया, पीबीएम इन्सोलेशन प्रा.लि., दीप एक्सप्लो इक्विपमेंट प्रा.लि., वेरीविन डिफेंस प्रा.लि., एडवांस फायर एंड सेफ्टी , ट्रैकट्रिक्स आप्टो डायनामिक, क्रिमसन एनर्जी एक्सपोर्ट, पी-2 लॉजिटेक तथा कोबरा इंडस्ट्रीज को भी फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन उपलब्ध करा दी गई है.
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