जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के थन्ना मंडी तहसील क्षेत्र में करेयोट गांव में सुरक्षाबलों और आतंवादियों की मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया। इस घटना में सूबेदार राम सिंह भंडारी बलिदान हो गए।
जम्मू-कश्मीर स्थित राजौरी सेक्टर में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में उत्तराखंड का एक और लाल बलिदान हो गया। सूबेदार राम सिंह भंडारी मूलतः पौड़ी जिले के सलाना गांव के निवासी हैं। कुछ समय से उनका पूरा परिवार मेरठ कैंट एरिया में रह रहा था और वे अगले साल फरवरी में रिटायर होने वाले थे।
जानकारी के मुताबिक्र जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के थन्ना मंडी तहसील क्षेत्र में करेयोट गांव में सुरक्षाबलों और आतंवादियों की मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया। इस घटना में सूबेदार राम सिंह भंडारी बलिदान हो गए। 16 यूनिट गढ़वाल राइफल्स के मूल रूप से सैनिक सूबेदार राम सिंह भंडारी पिछले दो सालों से 48 आर आर जम्मू -कश्मीर में तैनात थे।
मुठभेड़ के दौरान मारे गए आतंकी से राइफल, पिस्तौल, गोला बारूद बरामद हुआ है। जबकि एक अन्य छिपे हुए आतंकवादी की तलाश की जा रही है। खबरों के मुताबिक सूबेदार राम सिंह को गोली लगी थी, जिन्हें गंभीर अवस्था में तत्काल हेलीकॉप्टर से उधमपुर सेना के अस्पताल में रेफर किया गया। लेकिन इलाज के दौरान उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनका पार्थिव शरीर मेरठ लाया जा रहा है, जहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सूबेदार राम सिंह भंडारी के बलिदान होने पर कहा कि देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सूबेदार राम सिंह भंडारी पर हम सभी को गर्व है।
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि सूबेदार राम सिंह भंडारी जैसे वीर सैनिकों के कारण ही हमारा देश सुरक्षित है। उनकी शहादत पर गर्व है।
बता दें कि उत्तराखंड वह राज्य है, जहां देश में सबसे ज्यादा संख्या में वीर सैनिकों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी शहादत दी है।
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