आम आदमी पार्टी के मुखिया एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप की सरकार उत्तराखंड में आएगी तो वह उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाएंगे। अरविंद केजरीवाल का ये बयान उनके दोहरे चरित्र को उजागर करने के लिए काफी है। क्योंकि अरविंद केजरीवाल की तुष्टीकरण की नीति किसी से छिपी नहीं है।
आम आदमी पार्टी के मुखिया एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप की सरकार उत्तराखंड में आएगी तो वह उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाएंगे। अरविंद केजरीवाल का ये बयान उनके दोहरे चरित्र को उजागर करने के लिए काफी है। क्योंकि अरविंद केजरीवाल की तुष्टीकरण की नीति किसी से छिपी नहीं है। दिल्ली में वे मुस्लिम वोट बैंक को लुभाने के हर दिन नए—नए पैंतरे आजमाते रहते हैं।
दरअसल, केजरीवाल ने देहरादून आकर आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत कर भाजपा और कांग्रेस दोनों को सकते में डाल दिया है। उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता हैै दिल्ली में बड़ी संख्या में उत्तराखंड मूल के लोग रहते हैं, जिन पर अरविंद केजरीवाल को भरोसा है कि वह और उनके परिजन उत्तराखंड में उन्हें वोट देंगे, इसलिए उन्होंने अपनी दो यात्राओं में अपनी पार्टी के नजरिये को स्पष्ट किया।
पहली यात्रा में केजरीवाल ने कहा कि उत्तराखंड में आप की सरकार बनने पर 300 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। दूसरी यात्रा में कहा कि धार्मिक महत्व को देखते हुए उत्तराखंड को देश की धार्मिक राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा। केजरीवाल ने उत्तराखंड में पूर्व सैनिकों की संख्या को वोट बैंक की तरह देखते हुए कर्नल अजय सिंह कोटियाल को आम आदमी पार्टी का सीएम चेहरा घोषित किया। बता दें कि कर्नल कोटियाल दो बार के एवरेस्ट विजेता और उन्हें केदारनाथ परिसर में आपदा के बाद शानदार काम करने के लिए जाना जाता है।
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के बयान पर उत्तराखंड बीजेपी महासचिव सुरेश भट्ट ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुस्लिम टोपी पहन कर दिल्ली की मस्जिदों—दरगाहों में जाकर मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति करने वाले केजरीवाल की हकीकत उत्तराखंड की जनता जानती है। केजरीवाल मस्जिद—दरगाहों के मौलानाओं, उलेमाओं को सरकारी खजाने से तनख्वाह बांटते रहे हैं। भारत विरोधी आंदोलन करने वाले मुस्लिम नेताओं के साथ मंचों पर भाषण देते रहे हैं। वो अब किस मुंह से उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाये जाने की बात कर रहे हैं। श्री भट्ट कहते हैं कि ये वही केजरीवाल हैं, जो अखलाक, डॉ अनस, शोएब इकबाल, मोहम्मद इकबाल जैसे कट्टरपंथियों के साथ गले मिलकर तुष्टीकरण की राजनीति दिल्ली में करते रहे हैं।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी उत्तराखंड में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही है। इस बार वो सभी विधान सभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। वैसे केजरीवाल के आध्यात्मिक राजधानी वाले बयान पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया है। पार्टी प्रवक्ता दीपक बलुटिया कहते हैं कि आम आदमी पार्टी की राजनीति दोहरे चरित्र वाली उत्तराखंड में नहीं चलेगी।
टिप्पणियाँ