इमरान बोले- अमेरिका ने ही बिगाड़े अफगानिस्‍तान के हालात
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

इमरान बोले- अमेरिका ने ही बिगाड़े अफगानिस्‍तान के हालात

by WEB DESK
Jul 28, 2021, 05:46 pm IST
in विश्व, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगानिस्‍तान में अशांति के लिए अमेरिका को जिम्‍मेदार ठहराया है। उन्‍होंने बुधवार को कहा कि अमेरिकी सेना की विफलता के कारण आज अफगानिस्‍तान इस स्थिति में पहुंचा है।


पीबीएस न्‍यूज आवर से एक साक्षात्‍कार में अफगानिस्‍तान के प्रति पाकिस्‍तान के दृष्टिकोण और अमेरिका के साथ उसके संबंधों पर पूछे गए सवालों के जवाब में इमरान ने यह बात कही। यह पूछने पर कि अफगानिस्‍तान के हालात का आकलन वह कैसे करते हैं, इमरान ने कहा कि वास्‍तव में वाशिंगटन ने अफगानिस्‍तान के हालात को खराब कर दिया है। उन्‍होंने "सबसे पहले उन्होंने अफगानिस्तान में एक सैन्य समाधान की तलाश करने की कोशिश की, जो कि था ही नहीं। … और मेरे जैसे लोग, जो अफगानिस्तान के इतिहास को जानते हैं और कहते रहे कि इसका कोई सैन्य समाधान नहीं है, उन्हें अमेरिका विरोधी कहा गया। मुझे तालिबान खान कहा जाता था।”

तालिबान को मजबूर करना मुश्किल

पीएम इमरान ने यह भी कहा कि अमेरिका 20 साल तक अफगानिस्तान में रहा, लेकिन उन्‍हें नहीं मालूम कि इसके पीछे अमेरिका का क्‍या उद्देश्‍य था। इमरान ने कहा, "मुझे नहीं पता कि अफगानिस्तान में क्या उद्देश्य था, राष्ट्र निर्माण करना था, लोकतंत्र या महिलाओं को आजाद करना था। कारण जो भी हो, जिस तरह से वे वहां गए, उससे कोई समाधान नहीं निकलने वाला था।”

उन्होंने अमेरिका के इस समाधान से निपटने के तरीके पर भी अफसोस जताया। इमरान ने कहा कि आखिरकार जब वे इस नतीजे पर पहुंचे कि इसका कोई सैन्‍य समाधान नहीं है, तब तक दुर्भाग्‍य से अमेरिकी और नाटो सेनाएं सौदेबाजी का मौका गंवा चुकी थीं। अफगानिस्‍तान में जब 1,50,000 नाटो सैनिक थे, उस समय अमेरिका को राजनीतिक समाधान का प्रयास करना चाहिए था।

पीएम इमरान ने कहा, "एक बार उन्होंने सैनिकों की संख्‍या घटाकर बमुश्किल 10,000 तक कर दिया था और जब उन्‍होंने बाहर निकलने की तारीख दी, तो तालिबान ने सोचा कि वे जीत गए हैं। इस समय समूह को समझौता करने के लिए कहना या राजनीतिक समाधान निकालने के लिए "उन्हें मजबूर करना" मुश्किल है, क्‍योंकि वे (तालिबान) सोचते हैं कि वे जीत गए हैं।"

आतंकी भेजने की बात बकवास

पाकिस्तान में तालिबान के पनाहगाहों की मौजूदगी के दावों और अफगानिस्‍तान में तालिबान की मदद के लिए 10,000 आतंकियों को भेजने संबंधी रपटों पर उन्‍होंने कहा, 10,000 तालिबान या जैसा कि अफगान सरकार कहती है, जिहादी लड़ाके सीमा पार हो गए हैं, पूरी तरह से बकवास है। वे हमें इसका सबूत क्‍यों नहीं देते? सुरक्षित पनाहगाहों के सवाल पर इमरान ने आश्‍चर्य जता कि पाकिस्‍तान में आतंकियों के पनाहगाह कहां हैं? इमरान ने समझाया कि पाकिस्तान में 30 लाख पश्‍तून शरणार्थी रहते हैं, जो तालिबान की तरह ही जातीय समूह है। पाकिस्‍तान में 5,00,000 और 1,00,000 या इससे अधिक शिविर हैं। तालिबान कोई सैन्य संगठन नहीं है। वे सामान्य नागरिक हैं। यदि इन शिविरों में कुछ नागरिक हैं, तो पाकिस्तान इन लोगों का शिकार कैसे करेगा? आप उन्हें पनाहगाह कैसे कह सकते हैं? यह पूछने पर कि वाशिंगटन और अन्‍य संगठनों का दावा है कि पाकिस्‍तान ने अफगान तालिबान की मदद की है, इमरान ने कहा कि आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए संघर्ष का इतिहास समझाया। साथ ही, स्‍पष्‍ट किया 11 सितंबर, 2001 को न्‍यूयॉर्क में हुए आतंकी हमले से पाकिस्‍तान का कोई संबंध नहीं है। इस हमले में कोई पाकिस्‍तानी शामिल नहीं थी और अलकायदा अफगानिस्‍तान में था। उन्होंने कहा कि जब पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में अमेरिका के साथ जाने का फैसला किया तो उनका देश तबाह हो गया। पाकिस्‍तान के 70,000 लोग मारे गए और अर्थव्यवस्था 150 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ।

Follow Us on Telegram

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

Kerala BJP

केरल में भाजपा की दोस्तरीय रणनीति

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies