खैबर पख्तूनख्वा के विरासत विशेषज्ञ शकील वहीदुल्ला चला रहे हैं भारत के गुजरे जमाने के मशहूर कलाकारों के पैतृक घरों को संरक्षित कराने का अभियान। पेशावर में हैं राज कपूर और दिलीप कुमार के पुरखों के बनाए घर
पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा की कल्चरल हैरिटेज काउंसिल के सचिव शकील वहीदुल्ला की एक मांग ने पाकिस्तान के सियायी गलियारों में हलचल पैदा की हुई है। शकील की मांग है कि बंटवारे से पहले भारत के बड़े फिल्मी कलाकारों के यहां अब भी मौजूद घरों को संरक्षित किया जाए। उन्हें बर्बाद होने से रोका जाए। उल्लेखनीय है कि, शकील के अनुसार, पाकिस्तान में यूसुफ खान उर्फ दिलीप कुमार, राज कपूर, मधु बाला, सायरा बानो, विनोद खन्ना, अनिल कपूर, अमजद खान, मनोज कुमार जैसी कई फिल्मी हस्तियों के पुश्तैनी घर हैं।
खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान के जाने—माने विरासत विशेषज्ञ शकील का यह भी कहना है कि बंटवारे के वक्त पाकिस्तान छोड़कर भारत चले गए प्रसिद्ध भारतीय कलाकारों के सभी पुश्तैनी घरों को संरक्षित करके पर्यटन स्थलों में बदल देना चाहिए। खबर यह भी है कि खैबर पख्तूनख्वा की सूबाई सरकार ने पिछले दिनों मुंबई फिल्मोद्योग के मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार और राज कपूर के पैतृक घरों की खरीद को मंजूरी दी थी। इसके बाद से शकील ने अपनी मांग और तेज कर दी है।
शकील वहीदुल्ला की मानें तो पाकिस्तान में उनके कार्यकर्ता इन मशहूर फिल्म कलाकारों के पैतृक घरों को संरक्षित दर्जा दिलाने के लिए 13 साल से लगे हुए हैं। वहीदुल्ला ने कहा कि उनके घरों को पाकिस्तान में पर्यटक केन्द्र बनाकर संरक्षित किया जा सकता है।
कपूर हवेली के नाम से मशहूर राज कपूर का पैतृक घर किस्सा ख्वानी बाजार में है। इसे 1918 और 1922 के बीच राज कपूर के दादा दीवान बशेश्वरनाथ कपूर ने बनवाया था। राज कपूर और उनके चाचा त्रिलोक कपूर का जन्म इसी हवेली में हुआ था। इसे सूबाई सरकार द्वारा राष्ट्रीय विरासत घोषित किया गया है। अभिनेता दिलीप कुमार का सौ साल पुराना पुश्तैनी घर भी यहीं पर है। यह घर टूट—फूट चुका है। 2014 में तत्कालीन नवाज सरकार ने इसे भी राष्ट्रीय विरासत घोषित किया था। सूबाई सरकार ने दोने घरों को खरीदने के लिए 2.30 करोड़ रुपये दिए हैं। वहीदुल्लाह के मुताबिक पेशावर में और कई भारतीय सितारों के पैतृक घर हैं जिनमें मधु बाला, सायरा बानो, विनोद खन्ना, अनिल कपूर, अमजद खान, मनोज कुमार प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक विरासत परिषद पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पेशावर में होने वाले एक समारोह में शामिल होने के लिए उक्त नामी कलाकारों के उन परिजनों को आमंत्रित करेगी, जो पाकिस्तान में ही रह रहे हैं।
कपूर हवेली के नाम से मशहूर राज कपूर का पैतृक घर किस्सा ख्वानी बाजार में है। इसे 1918 और 1922 के बीच राज कपूर के दादा दीवान बशेश्वरनाथ कपूर ने बनवाया था। राज कपूर और उनके चाचा त्रिलोक कपूर का जन्म इसी हवेली में हुआ था।
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