एलोपैथी चिकित्सा को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) से विवाद के बीच योगगुरु स्वामी रामदेव ने दो बड़ी घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा है कि पतंजलि ने ब्लैक फंगस की दवा बना ली है। इसे एक हफ्ते के भीतर बाजार में उतार दिया जाएगा। साथ ही, उन्होंने कहा है कि भविष्य में पतंजलि मेडिकल कॉलेज खोलेगा, जिसमें एमबीबीएस डॉक्टर तैयार किए जाएंगे। इसी के साथ उन्होंने विवाद खत्म करने का प्रयास करते हुए कहा कि इस समय एलोपैथी और आयुर्वेद पद्धति को मिलकर देश सेवा करने का है, न कि लड़ाई-झगड़े में उलझने का।
एक हफ्ते में उतारेंगे फंगस की दवा
एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि ने ब्लैक फंगस, येलो फंगस और व्हाइट फंगस की आयुर्वेदिक दवा बना ली है। एक हफ्ते में इसे बाजार में उतार दिया जाएगा। इसकी प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। उन्होंने यह भी कहा, ‘मैंने अपने काम से मुंह नहीं मोड़ा है। विवादों के बावजूद 18 घंटे सेवा कार्य कर रहा हूं।’
एक एनजीओ है आईएमए
आईएमए को आड़े हाथ लेते हुए योगगुरु ने कहा कि आईएमए वैज्ञानिक वैधता प्रदान करने वाला कोई निकाय नहीं है। इसके पास न तो कोई प्रयोगशाला है और न ही कोई वैज्ञानिक। आईएमए एक एनजीओ है, जो बल्ब, पेंट और साबुन को प्रमाणित करता है और पतंजलि के उत्पाद कोरोनिल को अप्रामाणिक कह कर आयुर्वेद का उपहास करता है। आयुर्वेद और योग का अनादर हुआ है। इसी के साथ, उन्होंने यह स्पष्ट किया, ‘मैं न तो एलोपैथी के खिलाफ हूं, न डॉक्टरों के। कोरोनाकाल में जिन डॉक्टरों ने अपने प्राणों की आहुति देखकर दूसरों की जान बचाई है, उनका सम्मान करता हूं। एलोपैथी और आयुर्वेद में सामंजस्य होना चाहिए। दोनों में जो श्रेष्ठ है, लोग उसे लें।‘
मेरी लड़ाई तो ड्रग माफिया से
उन्होंने कहा, ‘‘मैं हृदय की गहराई से विवाद को विराम देना चाहता हूं। एलोपैथी चिकित्सकों के अलावा पूरे स्टाफ को सलाम और उनका वंदन करता हूं।’’ योगगुरु ने कहा कि उनकी मंशा एलोपैथी या डॉक्टरों को आहत करने की नहीं थी। इस बाबत उन्होंने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया। वे अपने कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे, जो वायरल हो गया। उन्होंने यह भी कहा, ‘‘आईएमए के साथ लड़ाई का तो कोई प्रश्न ही नहीं है। उन्हें तो अपनी राजनीति चलानी है और डॉक्टरों के बीच नेतागिरी करनी है। मेरी असली लड़ाई ‘ड्रग माफिया’ के खिलाफ है, जो 2 रुपये की दवा को 2,000 रुपये में और कभी-कभी तो 10,000 रुपये में बेचते हैं। इसके अलावा, गैर जरूरी ऑपरेशन और गैर जरूरी जांच करते हैं।’
मेडिकल कॉलेज खोलेगा पतंजलि
स्वामी रामदेव ने कहा कि पतंजलि भविष्य में एक मेडिकल कॉलेज खोलेगा, जिसमें एमबीबीएस की पढ़ाई के साथ विशेषज्ञ डॉक्टर तैयार किए जाएंगे। वे चाहते हैं कि एलोपैथी और आयुर्वेद को मिलाकर एक ऐसी चिकित्सा पद्धति विकसित की जाए, जो अचूक हो और सभी के लिए उपलब्ध हो।
-web desk
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