उत्तर प्रदेश सरकार जून के महीने में कोरोना वैक्सीन की एक करोड़ डोज लगाएगी. एक जून से शुरू होने वाले इस महा अभियान के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है. प्रदेश के सभी 75 जिलों में यह अभियान चलाया जाएगा. अभी तक वैक्सीन की कुल 1 करोड़ 73 लाख डोज लगाई जा चुकी है.
राज्य सरकार ने कम आबादी वाले जिलों के लिए रोजाना कम से कम एक हजार टीकाकरण का लक्ष्य तय किया है. बड़े जिलों में एक से दो अतिरिक्त कार्य स्थल पर कोविड वैक्सीनेशन सेंटर (सीवीसी) बनाए जाएंगे. सरकारी कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता दी जाएगी. हर जिले में 18 से 44 आयु वर्ग के लिए रोज चार कार्य स्थल पर सीवीसी का आयोजन किया जाएगा. अधिक आबादी वाले बड़े जिलों में एक से दो अतिरिक्त कार्य स्थल पर सीवीसी लगाए जाएंगे. आवश्यकतानुसार कार्यस्थल पर सीवीसी का स्थान परिवर्तित करते हुए राष्ट्रीयकृत बैंक कर्मी, परिवहन कर्मचारी, रेलवे और अन्य राजकीय कार्यालयों में भी टीकाकरण किया जाएगा
न्यायालय, मीडिया, परिषदीय शिक्षकों व सरकारी दफ्तरों में भी होगा वैक्सीनेशन
जनपद स्तर पर न्यायालय के लिए, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग कार्यालय में अधिकारियों और मीडिया प्रतिनिधियों के लिए और सरकारी कार्य स्थल के लिए दो सत्र आयोजित किए जाएंगे. हर जिले में रोजाना परिषदीय शिक्षकों के लिए और अभिभावक स्पेशल कोविड वैक्सीन सेंटर लगाए जाएंगे, जिसमें 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के माता-पिता का टीकाकरण होगा. हर जिले में रोजाना दो अभिभावक स्पेशल सीवीसी लगाए जाएंगे, जिसमें 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के माता-पिता का टीकाकरण होगा. इसके लिए उन्हें पंजीकरण और टीकाकरण के समय अपने बच्चे की उम्र 12 वर्ष से कम होने का प्रमाण (आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र या कोई अन्य) पत्र देना होगा. अधिक आबादी वाले बड़े जिलों में एक अतिरिक्त अभिभावक स्पेशल सीवीसी लगाया जाएगा.
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