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‘‘संविधान, लोकतंत्र और सशस्त्र सेनाओं के बाद रा.स्व.संघ ने भारत में लोगों को सुरक्षित रखा है। अगर किसी एक संस्था को आपातकाल के दौरान देश को आजाद कराने का श्रेय मिलना चाहिए, तो मैं वह श्रेय संघ को दूंगा।’’ उक्त बात पूर्व न्यायाधीश के़ टी.थामस ने कही। वे पिछले दिनों कोट्टायम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रशिक्षण वर्ग के समापन अवसर पर स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संघ अपने स्वयंसेवकों में ‘राष्ट्र की रक्षा’ करने हेतु अनुशासन भरता है। सांप के पास भी जहर एक हथियार की तरह होता है जो उसकी दुश्मनों से रक्षा करता है। इसी तरह, मानव की शक्ति किसी पर हमला करने के लिए नहीं बनी है। शारीरिक शक्ति का मतलब हमलों से खुद को बचाना है, ऐसा बताने और विश्वास करने के लिए मैं संघ की तारीफ करता हूं।
श्री थामस ने कहा कि अगर पूछा जाए कि भारत में लोग सुरक्षित क्यों हैं? तो मैं कहूंगा कि देश में एक संविधान है, लोकतंत्र है, सशस्त्र बल है और चौथा रा.स्व.संघ है। उन्होंने कहा कि सेक्युलरिज्म का विचार मत-पंथ से दूर नहीं रखा जाना चाहिए। संविधान ने सेक्युलरिज्म की परिभाषा नहीं बताई है। अल्पसंख्यक सेक्युलरिज्म को अपनी रक्षा के लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन सेक्युलरिज्म का सिद्धांत उससे कहीं ज्यादा है। इसका अर्थ है कि हर व्यक्ति के सम्मान की रक्षा होनी चाहिए।
भारत में हिन्दू शब्द कहने से लोग इसे धर्म से जोड़ते हैं। लेकिन इसे एक संस्कृति का पर्याय समझा जाना चाहिए। श्री थामस ने कहा कि मैं चर्च जाने वाला ईसाई हूं लेकिन धर्म को मानता हूं। मैंने अपने जीवन में रा.स्व.संघ से बहुत कुछ सीखा है और आज वही कह रहा हूं। प्रतिनिधि
मनुष्य जन्म पूर्व जन्म के शुभ कर्मों का परिणाम
हिमाचल शिक्षा समिति के तहत प्रदेश में चल रहे विद्या मंदिरों के शिक्षकों के लिये पिछले दिनों शिमला के वरिष्ठ माध्यमिक सरस्वती विद्या मंदिर, विकासनगर परिसर में 30 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। वर्ग का शुभारंभ विद्या भारती के राष्टÑीय मंत्री श्री हेमचंद्र ने किया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य जन्म पूर्व जन्म के अच्छे कर्मों द्वारा मिलता है। मनुष्य को मोक्ष प्राप्ति, सफल व सार्थक जीवन के लिए अच्छे कर्म करने चाहिए। दूसरों को शिक्षित करना, उन्हें नर से नारायण बनाना शिक्षा का उद्देश्य है। विद्या भारती सामान्य जन की शिक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है। अधिकांश विद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे हैं। उन्होंने उपस्थित आचार्यों से आह्वान किया कि वे सेवा और समर्पण द्वारा हर व्यक्ति तक जाकर समरसता का भाव जगाएं। इस अवसर पर हिमाचल शिक्षा समिति के अध्यक्ष श्री देवीरूप शर्मा, संगठन मंत्री श्री राजेन्द्र कुमार सहित आदि उपस्थित थे। (विसंकें, शिमला)
शिमला में सक्रिय ईसाई मिशनरी
विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल ने शिमला के उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन प्रेषित किया, जिसमें पालमपुर में कन्वर्जन कराने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पालमपुर क्षेत्र के एक गांव में ईसाई मिशनरियों ने 50 से अधिक लोगों का कन्वर्जन किया था, जिसके बाद से क्षेत्र में हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों में आक्रोश है। बजरंग दल के जिला संयोजक श्री नरेश दास्टा ने बताया कि प्रांत संयोजक श्री राजेश शर्मा के नेतृत्व में शिमला में बढ़ रहे कन्वर्जन के खिलाफ पुलिस उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है, जिसमें राज्य में ईसाइयों द्वारा चलाई जा रही कन्वर्जन की गतिविधियों पर नकेल कसने की मांग की गई है। (विसंकें, शिमला)
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