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''जब से दुनिया बनी और अब तक लाखों वर्षों से धर्म, देश, संस्कृति की रक्षा के लिए सर्वस्व अर्पण करने का जो कीर्तिमान दशम् पातशाह श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने स्थापित किया है, वह प्राणी मात्र के लिए प्रकाश स्तंभ बनकर इस संसार को और हिन्दुओं को अपने धर्म, देश और सभ्यता के लिए सबकुछ न्योछावर करने की प्रेरणा देता रहेगा।'' उक्त विचार योगगुरु स्वामी रामदेव ने व्यक्त किए। वे हरिद्वार के पतंजलि योगपीठ में आयोजित 350वें प्रकाश वर्ष को समर्पित समागम में बोल रहे थे। इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज संत सिपाही, महान विद्वान, शास्त्र, शस्त्रों, संगीतज्ञ होने के साथ बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने धर्म, देश, समाज की रक्षा के लिए खालसा की स्थापना की। वे संत के साथ-साथ अजेय योद्धा भी थे। ऐसे महान साहिब-ए-कमाल श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की शिक्षाओं को देश और विश्व के कोने-कोने में पहुंचाना हमारा परम कर्तव्य है। इस अवसर पर उपस्थित भारत सरकार द्वारा गठित श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाशोत्सव के सदस्य डॉ. अवतार सिंह शास्त्री ने कहा कि हम गुरु जी की शिक्षाओं के देश ही नहीं विश्व में फैलाने के लिए प्रयासरत हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय सिख संगत के राष्ट्रीय महामंत्री-संगठन श्री अविनाश जायसवाल सहित विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्यजन उपस्थित रहे। ल्ल प्रतिनिधि
''जब से दुनिया बनी और अब तक लाखों वर्षों से धर्म, देश, संस्कृति की रक्षा के लिए सर्वस्व अर्पण करने का जो कीर्तिमान दशम् पातशाह श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने स्थापित किया है, वह प्राणी मात्र के लिए प्रकाश स्तंभ बनकर इस संसार को और हिन्दुओं को अपने धर्म, देश और सभ्यता के लिए सबकुछ न्योछावर करने की प्रेरणा देता रहेगा।'' उक्त विचार योगगुरु स्वामी रामदेव ने व्यक्त किए। वे हरिद्वार के पतंजलि योगपीठ में आयोजित 350वें प्रकाश वर्ष को समर्पित समागम में बोल रहे थे। इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज संत सिपाही, महान विद्वान, शास्त्र, शस्त्रों, संगीतज्ञ होने के साथ बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने धर्म, देश, समाज की रक्षा के लिए खालसा की स्थापना की। वे संत के साथ-साथ अजेय योद्धा भी थे। ऐसे महान साहिब-ए-कमाल श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की शिक्षाओं को देश और विश्व के कोने-कोने में पहुंचाना हमारा परम कर्तव्य है। इस अवसर पर उपस्थित भारत सरकार द्वारा गठित श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाशोत्सव के सदस्य डॉ. अवतार सिंह शास्त्री ने कहा कि हम गुरु जी की शिक्षाओं के देश ही नहीं विश्व में फैलाने के लिए प्रयासरत हैं। इस अवसर पर राष्ट्रीय सिख संगत के राष्ट्रीय महामंत्री-संगठन श्री अविनाश जायसवाल सहित विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्यजन उपस्थित रहे। ल्ल प्रतिनिधि
'जवानों का सम्मान सबसे पहले'
राजस्थान के जयपुर में खंड और तहसील स्तर पर कश्मीर में हो रही पत्थरबाजी और पाकिस्तान की ओर से हो रहे हमलों पर बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन करके राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर बजरंग दल के प्रांत संयोजक अशोक सिंह राजावत ने कहा कि भारत माता की रक्षा के लिए सेना के जवान अपने प्राणों की परवाह किए बिना देश की रक्षा कर रहे हैं। लेकिन अलगाववादी तत्व सेना के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं और सेना पर हमले कर रहे हैं। देश इस तरह की किसी भी अराजक और अलगाववादी गतिविधियों को बर्दाश्त करने वाला नहीं है। हमारी सरकार से मांग है कि देश की जनता सेना पर हो रहे हमलों से आक्रोशित है। ऐसे में जनभावनाओं का ध्यान रखते हुए खुली छूट देनी चाहिए जिससे सेना इन अलगाववादियों को सबक सिखा सके और वे इस तरह की हरकतों से बाज आएं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित थे। ल्ल
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