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''गोरक्षा के दौरान कोई हिंसा न हो, किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे, इसका गोरक्षकों को ध्यान रखना चाहिए। अगर इसके विपरीत होता है तो गोरक्षा के तरीके पर ही सवाल उठने लगेंगे। साथ ही गोहत्या बंदी सरकार के अधीन है। हमारी इच्छा है कि पूरे भारतवर्ष के लिये कानून बने। केंद्र सरकार को इस दिशा में एक कानून बनाना चाहिए।''
उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने कहीं। वे गत दिनों नई दिल्ली में भगवान महावीर जयंती महोत्सव महासमिति द्वारा तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में आयोजित महावीर जयंती महामहोत्सव को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जैन पंथ हमें जीवों, प्राणियों और संपूर्ण सृष्टि की रक्षा करना, और अहिंसा की सीख देता है। हमें महावीर स्वामी के बताये अहिंसा के मार्ग को अपनाना होगा़, तभी हम भारत को विश्व में एक मजबूत राष्ट्र बनाने में सफल हो पाएंगे। अगर सभी नागरिक अहिंसा का पालन करना शुरू कर दें तो सारे भारतवर्ष में किसी भी प्रकार की हिंसा की घटना नहीं होगी। जैन के मूल में अहिंसा है। अहिंसा करुणा से ही आती है और करुणा धर्म का अभिवाज्य घटक है। हमें अपने अन्दर करुणा के भाव उत्पन्न करने होंगे। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, केंद्रीय सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्री श्री कलराज मिश्र ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रतिनिध
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