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राजस्थान की राजधानी जयपुर में विज्ञान भारती, सांगानेर की ओर से नवोन्मेष-2017 मॉडल, प्रोजेक्ट एवं प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्घाटन विज्ञान भारती, राजस्थान के संरक्षक श्री पुरुषोत्तम परांजपे, सांगानेर विज्ञान भारती के संरक्षक श्री देवीनारायण पारीक, विज्ञान भारती के अध्यक्ष संजय बंसल, निदेशक, जेआईटी रवि गोयल और अशोक कंदोई ने फीता काट कर एवं मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम में सभी महानुभावों ने अपने उद्बोधन में विज्ञान में रुचि लेने, विज्ञान एवं तकनीकी में भारत को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ
राष्ट्र बनाने की प्रेरणा दी। साथ ही, छात्रों ने चुनौती स्वीकार करने एवं कठिन परिश्रम की शपथ ली।
मुख्य वक्ता पुरुषोत्तम परांजपे ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के उद्घोष 'जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान' की धारणा को साकार करने का आह्वान किया। प्रतियोतिा में आईटीआई, पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग कॉलेजों सहित 53 विभिन्न संस्थानों से 165 प्रोजेक्ट एवं मॉडल तथा 92 पोस्टर प्राप्त हुए। प्रतियोगिता में 800 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। -प्रतिनिधि
'पाकिस्तान में सिखों के विरुद्ध षड्यंत्र'
राष्ट्रीय सिख संगत के अध्यक्ष सरदार गुरचरन सिंह गिल ने एक बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान अपने यहां रहने वाले सिखों के अस्तित्व को मिटाना चाहता है। उनका यह बयान पाकिस्तान में इन दिनों हो रही जनगणना के संदर्भ में आया है।
उल्लेखनीय है कि जनगणना में सिखों को शामिल नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि आज के पाकिस्तान और अफागानिस्तान में कभी सिखों का साम्राज्य था और लाहौर बहुत ही लोकप्रिय शासक महाराजा रणजीत सिंह की राजधानी भी हुआ करती थी। उनके राज्य में सबको समान अधिकार था और उन्होंने सभी मत-पंथों को पूरा मान-सम्मान दिया। आज उसी भूमि पर सिख मत को समाप्त करने का षड्यंत्र चल रहा है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में संयुक्त राष्ट्र संघ तथा भारत सरकार दखल दे, क्योंकि यह मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। -प्रतिनिधि
जनप्रतिनिधियों से शिक्षक सम्मान की अपील
पिछले दिनों दिल्ली अध्यापक परिषद के प्रदेश अध्यक्ष श्री जय भगवान गोयल की अध्यक्षता में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें जनप्रतिनिधियों द्वारा हो रहे अध्यापकों के अपमान पर चर्चा हुई। इसके बाद एक प्रस्ताव पारित कर जनप्रतिनिधियों से निवेदन किया गया कि वे लोग शिक्षकों के अपमान से बचें। इससे शिक्षकों का मनोबल तो गिरता ही है, साथ ही बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ता है। उल्लेखनीय है कि जनप्रतिनिधि बच्चों के सामने ही या भरी सभा में किसी भी शिक्षक का अपमान कर देते हैं। इससे श्क्षिकों में रोष है। अध्यापक परिषद ने यह भी कहा है कि जब तक शिक्षकों का सम्मान नहीं होगा, तब तक स्वस्थ एवं समृद्ध समाज की कल्पना करना व्यर्थ है। शिक्षक जब सम्मान के साथ रहेंगे तभी वे पूरी योग्यता और तन्मयता के साथ बच्चों को पढ़ा पाएंगे। – प्रतिनिधि
मां अन्नपूर्णा का वंदन
समाज में कोई भूखा नहीं रहे, इसके लिए रोटी बैंक के प्रति सक्रियता और सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मां अन्नपूर्णा के स्तुति वंदन का आयोजन किया गया। कथावाचक भाई अजय जी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में दिल्ली की अनेक मोहल्ला कल्याण समितियों और सामाजिक-व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम में भाई अजय जी ने रोटी, समाज और राष्ट्र की अप्रतिम व्याख्या गीतों के माध्यम से की। रोटी बैंक की शुरुआत जून, 2015 में आजादपुर मंडी के कुछ उत्साही और प्रयोगधर्मी व्यापारियों ने की थी। देशभर में इसकी अब 30 शाखाएं हैं। रोटी बैंक का अनुसरण करते हुए देशभर में 100 से अधिक संस्थाएं जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचा रही हैं। रोटी बैंक पिछले 600 दिन में 2,00000 लोगों को ससम्मान भोजन उपलब्ध कराने में सफल रहा। कार्यक्रम में सभी रोटी बैंक केंद्रों की संचालक टीम के वरिष्ठ सदस्य अधिवक्ता कामेश्वर गुम्बर ने मंच संचालन किया और सुधीर बहरानी ने रोटी बैंक की कार्यशैली पर प्रकाश डाला। -प्रतिनिधि
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