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'21वीं शताब्दी में कई शब्दों के अर्थ बदले हैं। अब सरकार का मतलब शासन करना नहीं सेवा करना है। मनुष्य का आवश्यक गुण है सेवा। यही मनुष्य की पहचान है। स्वार्थ को विस्तारित कर उसके दायरे में पूरे समाज को जोड़ लेने से वह परमार्थ बन जाता है। अंत:करण को विशाल बनाकर, समाज के दु:ख को अपना दु:ख मानकर निष्ठा के साथ काम करना ही सेवा है। यह सूत्र स्वामी विवेकानंद ने हमें प्रदान किया था।' ये विचार हैं हरियाणा के राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी के। वे कोलकाता के बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय के तत्वावधान में आयोजित 31वें विवेकानंद सेवा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। इस समारोह में वरदान सेवा संस्थान, गाजियाबाद के सचिव श्री कमलेश कुमार को शॉल, श्रीफल, मानपत्र तथा एक लाख रुपये की राशि देकर विवेकानंद सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्री सोलंकी ने कुमारसभा पुस्तकालय के कायोंर् की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें यहां आकर गौरव की अनुभूति हो रही है। समारोह के मुख्य वक्ता नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया के चेयरमैन श्री बल्देवभाई शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। -प्रतिनिधि
हर्षोल्लास से निकली शोभायात्रा
पिछले दिनों हरियाणा के गोहाना में संस्कार भारती की गोहाना इकाई द्वारा गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में भारत माता पूजन व शोभा यात्रा का आयोजन किया। यात्रा पुरानी अनाज मंडी स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से शुरू होकर शहर के प्रमुख मागोंर् से गुजरी। इस दौरान यात्रा में शामिल लोगों ने उत्साह के साथ भारत माता के जयकारे लगाए। ल्ल प्रतिनिधि
दागियों को न चुुुनें
भारतीय मतदाता संगठन देश में मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने और चुनाव सुधारों के लिए प्रयासरत रहता है। देश के विभिन्न राज्यों में हो रहे चुनाव पर संगठन ने उन राज्यों के लोगों से खास अपील की है कि वे स्वच्छ छवि के व्यक्ति को ही चुनें एवं दलों से भी अपील की कि वे भी साफ छवि के उम्मीदवारों को टिकट दें। पिछले दिनों संगठन के अध्यक्ष श्री रिखब चन्द्र जैन ने एक समारोह में कहा कि सभी राजनीतिक दलों को अपराधियों और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वालों से बचना चाहिए और राष्ट्रीय हित में निर्णय लेना चाहिए।
' चरित्र निर्माण से होगा बदलाव'
धर्म जागरण की संस्कृति शाखा के प्रमुख श्री सुनील सहगल ने पिछले दिनों जालंधर स्थित डॉ. हेडगेवार भवन में कहा कि जब तक देश में नागरिकों का चारित्रिक विकास नहीं होगा, तब तक सच्चे अथोंर् में लोकतंत्र की स्थापना नहीं हो पाएगी। उन्होंने नागरिकों को इस अवसर पर बधाई देते हुए देश की स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान देने वाले शहीदों को नमन किया। ध्वजारोहण के बाद श्री सहगल ने कहा कि जागरूक नागरिक ही देश में लोकतंत्र की रक्षा कर सकते हैं। – जालंधर (विसंकें)
गोपाल राय को 'विद्यावाचस्पति' सम्मान
विक्रमशिला हिन्दी विवि. ने गत दिनों गाजीपुर जनपद के शेरपुर निवासी गोपाल राय को उनके दो दशक से सक्रिय पत्रकारिता एवं साहित्यिक अवदान के लिए प्रतिष्ठित 'विद्यावाचस्पति' सम्मान से विभूषित किया है। गौरतलब है कि श्री राय नई दिल्ली स्थित सूचना प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत डीएवीपी में वरिष्ठ अधिकारी रूप में कार्यरत हैं। -प्रतिनिधि
'बलिदानियों के सपने साकार करने का समय
'आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी हम बलिदानी माटीपुत्रों द्वारा आजाद भारत के लिए देखे गए सपनों को पूरा करने की कसौटी पर खरे नहीं उतर सके हैं।' राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने ओडिशा के संभलपुर में संघ के पश्चिम प्रांत की ओर से आयोजित सभा में उक्त बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बलिदानियों ने जो सपने देखे, उन्हें साकार करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता की परिभाषा को सार्थक करने के लिए तंत्र में स्व की आवश्यकता है। देश की भलाई और विकास के लिए सरकार और प्रशासन है लेकिन यह किसी बड़े लोग के सेवक की तरह हैं। इनके हवाले जिम्मेदारी छोड़ने से देश व समाज का भला संभव नहीं है। संघ का मानना है कि समाज को इसके लिए जागरूक होना पड़ेगा। -प्रतिनिधि
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