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''विभिन्न क्षेत्रों में पूरे मनोयोग से लगा है आश्रम''
गत दिनों नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच ने भारतीय सैनिकों द्वारा भारत स्थित इस्रायली शहर हायफा की जीत की वर्षगांठ पर तीन मूर्ति चौक और नेहरू मेमोरियल में इंडो-इस्रायल फे्रंडशिप फोरम केतत्वावधान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रक्षामंत्री श्री मनोहर पर्रिकर की गरिमामय उपस्थित रही। अतिथि रूप में रा.स्व.संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री इंद्रेश कुमार, अंडमान निकोबार के उपराज्यपाल श्री जगदीश मुखी, इस्रायल के राजदूत श्री डेनियल ने तीन मूर्ति चौक (हायफा की जीत का प्रतीक) पर पुष्पांजलि अर्पित की। अतिथियों ने लेखक रवि कुमार की पुस्तक 'इस्रायल में भारतीय वीरों की शौर्यगाथा' का विमोचन किया। श्री इंद्रेश कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि ज्यादातर लोग हायफा की उपलब्धि से अनभिज्ञ हैं। लोग इसके बारे में जानें, इसके लिए एनडीएमसी को चौक का नाम तीन मूर्ति चौक करने की मांग का प्रस्ताव भेजा गया है। उरी हमले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने का समय है। कश्मीर में आग सुलगाकर पाकिस्तान अपने ही बिखराव और बर्बादी की खाई खोद रहा है। तो इस्रायल के राजदूत श्री डेनियल ने कहा कि इस्रायल और भारत की दोस्ती अटूट है और दोनों देश एक दूसरे के साथ मजबूती से खड़े हैं। प्रतिनिधि
क्या है हायफा
इस्रायल को ऑटोमन (तुर्की) साम्राज्य से मुक्त कराने के लिए भारत से जोधपुर, मैसूर और हैदराबाद के सैनिकों को भेजा गया था। उन्होंने सिर्फ तलवार और भालों से ही हायफा को जीत लिया था, जिससे इस्रायल की स्थापना की नींव पड़ी। भारतीयों की इस वीरता के चलते ही तत्कालीन गवर्नर जनरल ने 1924 में यहां तीन मूर्ति चौक की स्थापना कराई।
एक लाख लोगों ने साथ गाया वन्दे मातरम्
पिछले दिनों जयपुर में हिन्दू अध्यात्म एवं सेवा फाउण्डेशन के तत्वावधान में अमरूदों के बाग जयपुर में लगभग एक लाख से अधिक लोगों ने एक साथ भारत के राष्ट्रगीत वन्दे मातरम् का गायन करके एक रिकार्ड कायम किया। इनमें देश भर से आये 504 कलाकारों ने अपने 18 प्रकार के वाद्य यंत्रों के साथ मंच पर भगवा, श्वेत एवं हरे रंग के परिधानों में तिरंगे रूप के साथ अपनी वाद्य कला का प्रदर्शन किया। पं़ आलोक भट्ट के संगीत निर्देशन में पूरे 100 मिनट संगीतमय कार्यक्रम में श्रोता रस विभोर होते रहे। विक्रम हाज़रा और सौम्य ज्योतिघोष द्वारा बांसुरी पर संगत की गई तो शंख वादन जयकिशन और अश्विनी घोष द्वारा किया गया। राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख श्री गुणवंत सिंह कोठारी ने कहा कि यह गीत वर्षों से देशवासियों में राष्ट्रभाव की अलग जगा रहा है। इस गीत का एक-एक शब्द देशभक्ति से ओत-प्रोत है। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि इस कार्यक्रम की गूंज पूरे देश में होगी। यह कार्यक्रम सब लोगों के लिये राष्ट्रभाव सीखने का है। कुछ दिनों पूर्व तिरंगा यात्रा कार्यक्रम हुआ पर उसमें एक दो जगह दुर्घटनाएं हुई। जिन लोगों ने तिरंगा झण्डा अपने हाथ में ले रखा था वे भी घायल हुए। किन्तु उन्होंने कहने के बाद भी अपने हाथ से यह कहते हुए झण्डा नहीं छोड़ा कि देश के जवान आखिरी सांस तक राष्ट्रध्वज को नहीं छोड़ते तो थोड़ी सी चोट के कारण मैं क्यों छोडूं। यह राष्ट्र भाव जगाने का कार्यक्रम है। प्रतिनिधि
''ऐसी घटनाएं दुखी कर सकती हैं, निराश नहीं''
गत दिनों जालंधर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंजाब प्रांत के सह संघचालक ब्रिगेडियर स्व.जगदीश गगनेजा की श्रद्धांजलि सभा संपन्न हुई। गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने स्व. गगनेजा जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद सभी को आश्वस्त किया कि उनके हत्यारों को जल्द जल्द से गिरफ्तार कर लिया जाएगा और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय जांच ब्यूरो को इस हत्याकांड की जांच करने को कहा है और परिणाम शीघ्र सामने आने की संभावना है। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि स्व. गगनेजा जी का देहांत केवल संघ के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए बड़ी क्षति है। ऐसी घटनाएं हमें दुखी तो कर सकती हैं लेकिन निराश नहीं। पंजाब वीरों की धरती है और इस धरती पर लोग अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए जीते हैं। उन्होंने आगे कहा कि संघ ने एकरस और समरस समाज का सपना देखा है और इसके लिए वह निरंतर प्रयास कर रहा है और इसी प्रयास को तोड़ने के लिए एक बार नहीं, कई बार पंजाब में संघ के स्वयंसेवकों पर हमले भी हुए।
स्वयंसेवकों ने अपने प्राणों की आहुति दी परंतु सांप्रदायिक सौहार्द पर आंच नहीं आने दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के आघात सहकर भी संघ अपने लक्ष्य की ओर निरंतर अग्रसर रहेगा। रा.स्व.संघ के उत्तर क्षेत्र के संघचालक श्री बजरंग लाल गुप्त ने भी श्रद्धांजलि सभा को संबोधित किया। पंजाब के उप मुख्यमंत्री श्री सुखवीर सिंह बादल ने कहा कि पंजाब ने अतीत में कई तरह के संकटों को झेला है परंतु समाज की एकता, भाईचारा और सांप्रदायिक सौहार्द के चलते दुश्मनों की हर साजिश नाकाम हुई है।
''विभिन्न क्षेत्रों में पूरे मनोयोग से लगा है आश्रम''
गत दिनों वनवासी कल्याण आश्रम का तीन दिवसीय 35वां अखिल भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन आदर्श विद्या मंदिर,पिण्डवाड, राजस्थान में सम्पन्न हुआ। माउण्ट आबू के पूज्य संत श्री श्री नारायण गिरि एवं अ़ भा़ सेवा प्रमुख श्री सुहासराव हीरेमठ तथा राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद् के अध्यक्ष श्री रामचंद्र खराड़ी ने भगवान राम, भारत माता व आश्रम के संस्थापक बाला साहब देशपाण्डे के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर सम्मेलन का उद्घाटन किया। सम्मेलन में देशभर के 517 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कल्याण आश्रम की 40 इकाइयों के प्रतिनिधियों में नेपाल के चुने 12 प्रतिनिधि भी शामिल हुए। सम्मेलन में वनवासी समाज के विकास के लिए 4 प्रस्ताव लाए गए जो वनवासी समाज के अधिकार, उनके विकास तथा जनजातीय परिवारों को कन्वर्जन से सम्बन्धित हैं। प्रस्ताव में जनजातीय समाज के विकास में गति लाने व उनके अधिकारों को सुरक्षित रखने की मांग की गई है। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले ने प्रतिनिधियों को देश की गंभीर परिस्थितियों से अवगत कराया। अ़ भा़ सेवा प्रमुख श्री सुहासराव हीरेमठ ने कहा कि सेवा हमारे संगठन के लिए माध्यम नहीं, मूल कार्य है। आश्रम के कोषाध्यक्ष श्री अर्जुनदास खत्री ने देशभर से आश्रम के कार्य में सहयोग की अपील की है। संगठन मंत्री श्री सोमयाजुलु व श्री अतुल जोग ने देशभर के कार्यकर्ताओं के समक्ष आश्रम की गतिविधियो को प्रस्तुत किया। नवीन कार्यकर्ता निर्माण, पिछड़ी जनजातियों की सेवा तथा 51,000 राजस्व ग्राम के 1,72,000 टोलों तक संगठनात्मक कार्य व सेवा पहंुचाने का संकल्प भी लिया गया। वहीं आश्रम के विभिन्न आयाम यथा महिला संगठन, जनजातीय हितरक्षा, शिक्षा, ग्राम विकास, स्वास्थ्य तथा ग्रामीण खेल-कूद केन्द्रों के विस्तार पर चर्चा हुई व नीति भी बनी है।
प्रतिनिधि
''विभिन्न क्षेत्रों में पूरे मनोयोग से लगा है आश्रम''
गत दिनों वनवासी कल्याण आश्रम का तीन दिवसीय 35वां अखिल भारतीय राष्ट्रीय सम्मेलन आदर्श विद्या मंदिर,पिण्डवाड, राजस्थान में सम्पन्न हुआ। माउण्ट आबू के पूज्य संत श्री श्री नारायण गिरि एवं अ़ भा़ सेवा प्रमुख श्री सुहासराव हीरेमठ तथा राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद् के अध्यक्ष श्री रामचंद्र खराड़ी ने भगवान राम, भारत माता व आश्रम के संस्थापक बाला साहब देशपाण्डे के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर सम्मेलन का उद्घाटन किया। सम्मेलन में देशभर के 517 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कल्याण आश्रम की 40 इकाइयों के प्रतिनिधियों में नेपाल के चुने 12 प्रतिनिधि भी शामिल हुए। सम्मेलन में वनवासी समाज के विकास के लिए 4 प्रस्ताव लाए गए जो वनवासी समाज के अधिकार, उनके विकास तथा जनजातीय परिवारों को कन्वर्जन से सम्बन्धित हैं। प्रस्ताव में जनजातीय समाज के विकास में गति लाने व उनके अधिकारों को सुरक्षित रखने की मांग की गई है। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले ने प्रतिनिधियों को देश की गंभीर परिस्थितियों से अवगत कराया। अ़ भा़ सेवा प्रमुख श्री सुहासराव हीरेमठ ने कहा कि सेवा हमारे संगठन के लिए माध्यम नहीं, मूल कार्य है। आश्रम के कोषाध्यक्ष श्री अर्जुनदास खत्री ने देशभर से आश्रम के कार्य में सहयोग की अपील की है। संगठन मंत्री श्री सोमयाजुलु व श्री अतुल जोग ने देशभर के कार्यकर्ताओं के समक्ष आश्रम की गतिविधियो को प्रस्तुत किया। नवीन कार्यकर्ता निर्माण, पिछड़ी जनजातियों की सेवा तथा 51,000 राजस्व ग्राम के 1,72,000 टोलों तक संगठनात्मक कार्य व सेवा पहंुचाने का संकल्प भी लिया गया। वहीं आश्रम के विभिन्न आयाम यथा महिला संगठन, जनजातीय हितरक्षा, शिक्षा, ग्राम विकास, स्वास्थ्य तथा ग्रामीण खेल-कूद केन्द्रों के विस्तार पर चर्चा हुई व नीति भी बनी है।
ल्ल प्रतिनिधि
''अपनी ही बर्बादी की खाइंर् खोद रहा पाकिस्तान''
गत दिनों नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच ने भारतीय सैनिकों द्वारा भारत स्थित इस्रायली शहर हायफा की जीत की वर्षगांठ पर तीन मूर्ति चौक और नेहरू मेमोरियल में इंडो-इस्रायल फे्रंडशिप फोरम केतत्वावधान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रक्षामंत्री श्री मनोहर पर्रिकर की गरिमामय उपस्थित रही। अतिथि रूप में रा.स्व.संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री इंद्रेश कुमार, अंडमान निकोबार के उपराज्यपाल श्री जगदीश मुखी, इस्रायल के राजदूत श्री डेनियल ने तीन मूर्ति चौक (हायफा की जीत का प्रतीक) पर पुष्पांजलि अर्पित की। अतिथियों ने लेखक रवि कुमार की पुस्तक 'इस्रायल में भारतीय वीरों की शौर्यगाथा' का विमोचन किया। श्री इंद्रेश कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि ज्यादातर लोग हायफा की उपलब्धि से अनभिज्ञ हैं। लोग इसके बारे में जानें, इसके लिए एनडीएमसी को चौक का नाम तीन मूर्ति चौक करने की मांग का प्रस्ताव भेजा गया है। उरी हमले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने का समय है। कश्मीर में आग सुलगाकर पाकिस्तान अपने ही बिखराव और बर्बादी की खाई खोद रहा है। तो इस्रायल के राजदूत श्री डेनियल ने कहा कि इस्रायल और भारत की दोस्ती अटूट है और दोनों देश एक दूसरे के साथ मजबूती से खड़े हैं। प्रतिनिधि
क्या है हायफा
इस्रायल को ऑटोमन (तुर्की) साम्राज्य से मुक्त कराने के लिए भारत से जोधपुर, मैसूर और हैदराबाद के सैनिकों को भेजा गया था। उन्होंने सिर्फ तलवार और भालों से ही हायफा को जीत लिया था, जिससे इस्रायल की स्थापना की नींव पड़ी। भारतीयों की इस वीरता के चलते ही तत्कालीन गवर्नर जनरल ने 1924 में यहां तीन मूर्ति चौक की स्थापना कराई।
एक लाख लोगों ने साथ गाया वन्दे मातरम्
पिछले दिनों जयपुर में हिन्दू अध्यात्म एवं सेवा फाउण्डेशन के तत्वावधान में अमरूदों के बाग जयपुर में लगभग एक लाख से अधिक लोगों ने एक साथ भारत के राष्ट्रगीत वन्दे मातरम् का गायन करके एक रिकार्ड कायम किया। इनमें देश भर से आये 504 कलाकारों ने अपने 18 प्रकार के वाद्य यंत्रों के साथ मंच पर भगवा, श्वेत एवं हरे रंग के परिधानों में तिरंगे रूप के साथ अपनी वाद्य कला का प्रदर्शन किया। पं़ आलोक भट्ट के संगीत निर्देशन में पूरे 100 मिनट संगीतमय कार्यक्रम में श्रोता रस विभोर होते रहे। विक्रम हाज़रा और सौम्य ज्योतिघोष द्वारा बांसुरी पर संगत की गई तो शंख वादन जयकिशन और अश्विनी घोष द्वारा किया गया। राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित अखिल भारतीय सह सेवा प्रमुख श्री गुणवंत सिंह कोठारी ने कहा कि यह गीत वर्षों से देशवासियों में राष्ट्रभाव की अलग जगा रहा है। इस गीत का एक-एक शब्द देशभक्ति से ओत-प्रोत है। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि इस कार्यक्रम की गूंज पूरे देश में होगी। यह कार्यक्रम सब लोगों के लिये राष्ट्रभाव सीखने का है। कुछ दिनों पूर्व तिरंगा यात्रा कार्यक्रम हुआ पर उसमें एक दो जगह दुर्घटनाएं हुई। जिन लोगों ने तिरंगा झण्डा अपने हाथ में ले रखा था वे भी घायल हुए। किन्तु उन्होंने कहने के बाद भी अपने हाथ से यह कहते हुए झण्डा नहीं छोड़ा कि देश के जवान आखिरी सांस तक राष्ट्रध्वज को नहीं छोड़ते तो थोड़ी सी चोट के कारण मैं क्यों छोडूं। यह राष्ट्र भाव जगाने का कार्यक्रम है। प्रतिनिधि
''ऐसी घटनाएं दुखी कर सकती हैं, निराश नहीं''
गत दिनों जालंधर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पंजाब प्रांत के सह संघचालक ब्रिगेडियर स्व.जगदीश गगनेजा की श्रद्धांजलि सभा संपन्न हुई। गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने स्व. गगनेजा जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद सभी को आश्वस्त किया कि उनके हत्यारों को जल्द जल्द से गिरफ्तार कर लिया जाएगा और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय जांच ब्यूरो को इस हत्याकांड की जांच करने को कहा है और परिणाम शीघ्र सामने आने की संभावना है। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि स्व. गगनेजा जी का देहांत केवल संघ के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए बड़ी क्षति है। ऐसी घटनाएं हमें दुखी तो कर सकती हैं लेकिन निराश नहीं। पंजाब वीरों की धरती है और इस धरती पर लोग अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए जीते हैं। उन्होंने आगे कहा कि संघ ने एकरस और समरस समाज का सपना देखा है और इसके लिए वह निरंतर प्रयास कर रहा है और इसी प्रयास को तोड़ने के लिए एक बार नहीं, कई बार पंजाब में संघ के स्वयंसेवकों पर हमले भी हुए।
स्वयंसेवकों ने अपने प्राणों की आहुति दी परंतु सांप्रदायिक सौहार्द पर आंच नहीं आने दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के आघात सहकर भी संघ अपने लक्ष्य की ओर निरंतर अग्रसर रहेगा। रा.स्व.संघ के उत्तर क्षेत्र के संघचालक श्री बजरंग लाल गुप्त ने भी श्रद्धांजलि सभा को संबोधित किया। पंजाब के उप मुख्यमंत्री श्री सुखवीर सिंह बादल ने कहा कि पंजाब ने अतीत में कई तरह के संकटों को झेला है परंतु समाज की एकता, भाईचारा और सांप्रदायिक सौहार्द के चलते दुश्मनों की हर साजिश नाकाम हुई है।
राकेश सैन
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