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बारहवीं करने के बाद छात्रों के सामने अनेक विकल्प हैं, लेकिन उन्हें इन सबकी जानकारी होनी चाहिए। छोटी जगहों पर रहने वाले छात्र जानकारी के अभाव के चलते पिछड़ जाते हैं
यशपाल गुप्ता
जब छात्र एवं छात्राएं अपनी 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं तो उनके पास भविष्य को आगे बढ़ाने के लिए बहुत सारी संभावनाएं होती हैं। आज वैश्वीकरण का युग है और इस युग में आप जिस भी क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल कर लेंगे उसी में बेहिचक आगे बढ़ सकते हैं। परन्तु पर्याप्त जानकारी न होने के कारण ज्यादातर छात्रों को सही मार्गदर्शन नहीं मिल पाता। खासकर कस्बों और गांवों के छात्रों को। इस हालत में वे छात्र भटक जाते हैं। वे अपने भविष्य को संवारने के लिए सही पाठ्यक्रम का चुनाव नहीं कर पाते है। इन सभी को सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है। यदि समय पर बच्चों को सही जानकारी मिल जाए तो बहुत हद तक रोजगार की समस्या से मुक्ति मिल सकती है।
वैसे तो यह छात्रों के विषय और रुचि पर निर्भर करता है कि वे किस विकल्प में अपने कैरियर की संभावनाएं तलाशते हैं। अगर छात्रों ने विज्ञान वर्ग में 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है तो वे इंजीनियरिंग एवं मेडिकल क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं और इसी प्रकार अगर छात्रों ने कॉमर्स वर्ग के साथ 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है तो वे अपने भविष्य को बीकॉम और व्यापार करने के क्षेत्र में ले जा सकते हैं। इसके अलावा भी बहुत से वर्गों में छात्र एवं छात्राएं 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं और आगे अपने सुनहरे भविष्य की संभावनाएं तलाशते हैं। उसी के सन्दर्भ में नीचे एक चार्ट प्रस्तुत किया गया है, जो कि सभी संभावनाओं को दर्शाता है जिसमें सभी छात्र अपना भविष्य बना सकते हैं।
उपरोक्त दर्शाए गए विकल्पों में से इंजीनियरिंग एक बहुचर्चित व बहुआयामी विकल्प है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद छात्र-छात्राओं के पास केवल नौकरी का ही विकल्प नहीं रहता वरन् वे अपना उद्योग भी विकसित कर सकते हैं। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सरकारी और निजी क्षे़़त्र दोनों में नौकरियों के अथाह अवसर है। छात्र अपनी दक्षता व क्षमता से इस क्षेत्र में कई नए आयाम स्थापित कर सकते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण इसी वर्ष मुरादाबाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में पढ़ाई कर रहे छात्र आकाश कुमार ने प्रस्तुत किया है। आकाश कुमार ने शिशु मन्दिर से 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इंजीनियरिंग में कम्प्यूटर साइंस को अपने करियर के रूप में चुना उसे क्योंकि आरंभ से ही कम्प्यूटर का बहुत शौक था। उसने अपनी रुचि को अपने करियर को ऊंचाइयों तक पहुंचाने में लगाया और आज वह माइक्रोसॉफ्ट जैसी विश्व की सर्वश्रेष्ठ कंपनी से 56 लाख रुपए सालाना वेतन प्राप्त कर रहा है।
अपनी रुचि से करियर चुनने में आपके खुद के करियर की अथाह संभावनाएं स्वत: ही खुल जाती हैं। बस जरूरत है अपनी कुशलता एवं रुचि को पहचानने की। कुशल मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण से कोई भी छात्र अपनी मेहनत के दम पर आकाश जितनी ऊंचाइयों को छू सकता है तथा अपने परिवार व समाज का नाम रोशन कर सकता है।
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