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हरियाणा में पिछले महीने आरक्षण की आग दो सप्ताह तक धधकती रही। रास्ता जाम, हिंसा, आगजनी, लूटपाट और अन्य उपद्रवों के कारण हरियाणा में फैली नफरत को समाप्त कर सद्भाव कायम करने के प्रयास शुरू हुए हैं। गांव-गांव में यज्ञ और सम्मेलन का आयोजन कर रही है सामाजिक समरसता मंच की हरियाणा इकाई। इस संस्था ने लोगों के बीच वैमनस्य दूर करने का बीड़ा उठाया है। सामाजिक समरसता मंच, हरियाणा के संरक्षक गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज के अनुसार अभी तक राज्य में 600 से अधिक स्थानों पर 1,000 से अधिक यज्ञ और सम्मेलन किए जा चुके हैं। 27 मार्च तक इनका यह आयोजन जारी रहेगा। इसके बाद प्रत्येक जिले और नगर मुख्यालय पर सद्भावना सम्मेलन और बैठकें की जाएंगी।
रोहतक स्थित नई अनाज मंडी में 3 अप्रैल को प्रांत स्तरीय विराट सामाजिक सद्भावना सम्मेलन किया जाएगा। सम्मेलन मेें प्रांत के प्रत्येक गांव के हर वर्ग की भागीदारी होगी। इसमें करीब 7,500 गांवों और बस्तियों से डेढ़ लाख से अधिक लोगों के शामिल होने का अनुमान है। 15 मार्च को करनाल में एक पत्रकार सम्मेलन में स्वामी ज्ञानानंद जी ने बताया कि ''रोहतक में 3 अप्रैल को होने वाले विराट सद्भावना सम्मेलन में प्रमुख रूप से योग गुरु बाबा रामदेव, जैन संत तरुण सागर जी महाराज, जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज, स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, स्वामी दिव्यानंद जी महाराज (कालरम वाले), स्वामी परम चैतन्य जी महाराज, स्वामी दयानंद सरस्वती महाराज (मुरथल), स्वामी रामानंद (खरखौदा) और हुजूर कंवर सिंह जी महाराज (राधा स्वामी संप्रदाय) प्रमुख रूप से शामिल होंगे। सम्मलेन में उपस्थित लोगों को विभिन्न संतों के अलावा शतरंज की राष्ट्रीय विजेता अनुराधा बेनीवाल, फिल्म कलाकार रणदीप हुड्डा, गायिका हिमानी कपूर और पहलवान योगेश्वर दत्त भी संबोधित करेंगे। उल्लेखनीय है कि अनुराधा बेनीवाल का वीडियो संदेश प्रदेश में जारी उपद्रवों के दौरान काफी चर्चित रहा था, जिसमें उन्होंने सात समंदर पार बैठे होने के बावजूद उपद्रवियों को सजग एवं विवेकशील नागरिक के दायित्व का बोध कराया था। यह वीडियो उपद्रव को शांत कराने में काफी कारगर साबित हुआ था। इस वीडियो को उन्होंने लंदन से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। वहीं हरियाणा के विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के खिलाडि़यों ने सोशल मीडिया के माध्यम से जनता से शांति बनाए रखने की अपील की थी। स्वामी जी ने कहा, ''अभियान के माध्यम से हरियाणा के 6,500 गांवों तक सामाजिक समरसता का संदेश पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे हरियाणा का गौरव 36 बिरादरी का सद्भाव फिर से कायम किया जा सके। गांव में होने वाले सद्भावना यज्ञ में हर वर्ग की भागीदारी के लिए हर घर से समिधा और एक चम्मच घी एकत्र किया जाएगा ताकि समाज को एकजुट किया जा सके।''
स्वामी ज्ञानानंद लोगों को याद दिलाते हैं कि हरियाणा श्रीमद्भगवद गीता की प्राकट्य स्थली रहा है। गीता ने सभी को मिलकर रहने का संदेश दिया है। मानवता सद्भावना का मूल है। 'मेरा राष्ट्र, मेरा गौरव' जैसे उद्घोष राष्ट्रीय गर्व की अनुभूति कराते हैं। स्वार्थ पूर्ति के लिए दूसरों को नुकसान पहुंचाना गलत है। जो अतीत में घट चुका है, उससे शिक्षा ली जा सकती है। प्रबुद्ध वर्ग इससे चिंतित है। कोई भी स्थिति असंभव नहीं होती। उससे एकजुटता के साथ निबटा जा सकता है। इस अभियान के माध्यम से उन लोगों के हृदय में पश्चाताप की भावना को जगाने का प्रयास किया जाएगा, जिनके कारण उपद्रव हुआ। उन्होंने कहा कि समाज टूटेगा तो देश के लिए खतरा पैदा होगा। यदि किसी के मन में नफरत की दीवार है तो उसे गिरा दें। पत्रकार वार्ता के दौरान सामाजिक सद्भावना मंच के प्रांत संयोजक सुभाष आहूजा के साथ ही सह संयोजक राजेश कुमार और वीरेन्द्र बडखालसा मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
सामाजिक समरसता का आह्वान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक हरियाणा में जनसंपर्क में जुटे हैं। वे लोगों से मिलकर उनके मन की बात जान रहे हैं और उनसे एकता बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। स्वयंसेवकों का कहना है कि संगठन हमेशा ही 36 बिरादरी की बात करता है और आज भी उसी पर कायम है। वे सबको याद दिला रहे हैं, ''हमें किसी भी तरह कमजोर नहीं पड़ना है, हम मजबूत हैं, हम एक हैं, बिरादरी 36 हैं। ऐसे में कोई भी हमें कमजोर नहीं कर सकता है।'' इसी भाईचारे को कायम करने के लिए स्वयंसेवक समाज में जाकर हवन-यज्ञ की प्रेरणा दे रहे हैं और 36 बिरादरी के सहयोग से उपलब्ध घी एवं हवन सामग्री जुटाकर हवन करा रहे हैं। कुरुक्षेत्र की रोड धर्मशाला में 9 मार्च को सामाजिक एकता और आपसी भाईचारे को मजबूत बनाने के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता रोड महासभा के प्रधान नसीब सिंह कारसा ने की। बैठक में कई बिरादरियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। लोगों को संबोधित करते हुए नसीब सिंह ने कहा, ''उपद्रवियों की कोई जाति या मत नहीं होता। हमें जाट आरक्षण के दौरान हुई निंदनीय घटनाओं को भुलाना होगा और भविष्य में आपसी भाईचारे को मजबूत बनाने के लिए काम करना होगा।'' बैठक में गुर्जर महासभा के अध्यक्ष ज्ञान सिंह गुर्जर, पासी समाज के प्रांतीय अध्यक्ष रोशन पासी, जिला अध्यक्ष संतोष पासवान, बलजीत सैनी, खैराती लाल सिंगला, राजकिशन कौल और पिरथी बतान सहित समाज के विभिन्न वगार्ें के अनेक लोग उपस्थित थे। नसीब सिंह कहते हैं, ''सरकार सभी बिरादरियों का हित देखकर ही निर्णय लेती है। हमें इसमें नहीं उलझना चाहिए, बल्कि आपसी भाईचारे को बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए।'' पासी समाज के प्रांतीय अध्यक्ष रोशन पासी ने कहा, ''हरियाणा में हमेशा भाईचारा बना रहा है। यहां की 36 बिरादरी एक हैं, किसी को भी समाज में जहर नहीं घोलने दिया जाएगा।'' गुर्जर समाज उत्तरी क्षेत्र के अध्यक्ष ज्ञान सिंह गुर्जर कहते हैं,''हम सब एक हैं, कोई भी हमें अलग नहीं कर सकता। हम सामाजिक समरसता को बढ़ावा देंगे।''
'हरियाणा एक हरियाणवी एक' का संदेश
हरियाणा एक हरियाणवी एक' का संदेश महामंत्र के रूप मंे काम कर रहा है। इस संदेश से असामाजिक तत्वों द्वारा उपजाया तात्कालिक भेदभाव खत्म होता दिखाई दे रहा है और आपसी प्रेम एवं भाईचारे की पहले जैसी स्थिति फिर से बनती दिखाई पड़ रही है। स्कूलों में छात्र-छात्राएं संकल्प लेकर अपने अभिभावकों को भी समरसता के प्रति जागरूक कर रहे हैं। राज्य में शिक्षा विभाग के आदेशानुसार 5 मार्च को सभी सरकारी और निजी स्कूलों में संकल्प ग्रहण कार्यक्रम किए गए। इनमें हजारों बच्चों ने संकल्प लिया कि वे जात-पात-बिरादरी में नहीं बंटेंगे और न ही किसी को बंटने देंगे। स्कूलों में छात्र सद्भावना रैली निकालकर गांव-गांव, गली-गली लोगों से आपसी सद्भाव बनाने का संदेश दे रहे हैं।
पीडि़तों के लिए मुआवजा राशि
हरियाणा सरकार ने आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा का शिकार बने पीडि़तों की मदद का काम शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा, ''हम हर पीडि़त तक पहुंचेंगे और उनके नुकसान की भरपाई करेंगे। इसके लिए सरकार ने काम शुरू कर दिया है।'' आंदोलन के दौरान हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने प्रभावित 1,691 लोगों को पहली किस्त में कुल 23,45,60,587 रु. की सहायता राशि जारी की है। बीमा कंपनियों द्वारा आंदोलन में क्षतिग्रस्त संपत्ति के बदले 47,24,973 रु. की मुआवजा राशि भी दी जा चुकी है।
हिंसा के 2026 मामले दर्ज
सीमा सुरक्षा बल के पूर्व महानिदेशक प्रकाश सिंह की अगुआई में गठित जांच आयोग ने जांच शुरू कर दी है। आयोग 45 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा। आरक्षण आंदोलन में हिंसा मामले में 2026 एफआईआर दर्ज की गई हैं। हरियाणा मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश विजेंद्र जैन ने सरकार के सभी वरिष्ठ अधिकारियों से आरक्षण आंदोलन में हुई हिंसा से संबंधित रिपोर्ट चार सप्ताह में सौंपने को कहा है। वहीं मुरथल बलात्कार कांड की जंाच राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी कर रही है। – पाञ्चजन्य ब्यूरो
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